सरप्राइज देने से पहले ही दुनिया छोड़ गया लाडला, घर वाले धूमधाम से जन्मदिन मनाने की कर रहें थे तैयारी…
आँगन सूना कर चला गया अरिहंत, परिवार जन्मदिन पर सरप्राइज देने को था आतुर...
कहते हैं न कि होनी को कोई टाल नहीं सकता है। जी हां ऐसा ही हुआ है राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले एक परिवार के साथ। बेटे का जन्मदिन मनाने के लिए परिवार वालों ने क्या कुछ नहीं सोचा था, लेकिन वक्त कहाँ रुकता है और लिखें हुए को कौन टाल सकता है। जी हां एक अगस्त को अरिहंत जैन का जन्मदिन था। राजस्थान की लेकसिटी उदयपुर में बर्थडे पार्टी रखी गई थी। फिर मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल के दर्शन करने और जन्मदिन के खास मौके पर ही उसे कारोबार की जिम्मेदारी सौंपकर परिवार के लोग उसे सरप्राइज देना चाहते थे। लेकिन ऊपरवाले को कुछ और ही मंजूर था। जन्मदिन से एक दिन पहले ही इकलौता बेटा छीन लिया और बुझ गया घर का चिराग़।
सड़क हादसे का शिकार हुए चार दोस्त…
बता दें कि मूलरूप से राजस्थान के भरतपुर जिले की कामां तहसील निवासी अरिहंत जैन की शुक्रवार देर रात टोंक सड़क हादसे में मौत हो गई। अरिहंत के साथ ही उसके तीन दोस्तों की भी जान चली गई है। शनिवार को चार दोस्तों के शव कामां पहुंचे तो चीख पुकार मच गई। बाजार बंद रहे।
उदयपुर से उज्जैन के लिए निकले थे पांच दोस्त…
जानकारी के लिए बता दें कि भरतपुर कामां के पांच व्यापारी दोस्त कार में सवार होकर घूमने के लिए निकले थे। इन्हें उदयपुर से उज्जैन जाना था। रास्ते में टोंक जिले के देवली के पास शुक्रवार देर रात कार एक ट्रैक्टर से टकरा गई। चार दोस्त अरिहंत जैन, दिवाकर शर्मा, हेमंत अग्रवाल और कृष्णा सैनी की मौत हो गई जबकि पांचवां दोस्त घायल हो गया। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
दोस्तों की मौत से कामां में शोक की लहर…
बता दें कि अरिहंत जैन कामां के कुमकुम जैन सुधा का इकलौता बेटा था। इसकी एक बहन महक है। इकलौते बेटे व कामां के चार दोस्तों की मौत से हर तरफ शोक की लहर दौड़ पड़ी। व्यापारियों ने सुबह से ही अपने प्रतिष्ठान नहीं खोले। शवयात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
घर पर चल रही थी जन्मदिन मनाने की तैयारियां…
वहीं बताया जा रहा है कि रविवार को अरिहंत जैन का जन्मदिन था। वह बीए की पढ़ाई कर रहा था। कुमकुम जैन व मां सुधा उसे जन्मदिन के तोहफे के रूप में कारोबार की जिम्मेदारी सौंपने वाले थे और उसका जन्मदिन मनाने की तैयारियों में जुटे थे। इस बीच अरिहंत की सड़क हादसे में मौत हो गई और परिवार के सभी इरादों पर पानी फ़ीर गया।
रात को ही दोस्त का फोन आया तो हुई पहचान…
चौकी प्रभारी हरफूल ने बताया कि हादसे के बाद जब पुलिस मौके पर थी, उसी समय एक मृतक के मोबाइल पर उसके दोस्त दीपक का फोन आया। उस कॉल को पुलिस ने रिसीव किया। पुलिस ने पूछताछ की तो इनके बारे में जानकारी प्राप्त हुई।
पिता ने फोन पर कहा टोंक में ही रुक जाना, बेटा बोला कोटा में रुकेंगे…
हादसे के बाद अस्पताल पहुंचे मृतक अरिहंत के पिता राजू जैन ने बताया कि रात करीब साढ़े 10 बजे बेटे से फोन पर बात हुई थी। उसी समय मैंने कहा था कि रात में ज्यादा लंबा सफर मत करो। टोंक में ही स्टे कर लेना, लेकिन बेटे ने कहा कि वे कोटा जाकर ही रुकेंगे। टोंक पहुंचने पर यह हादसा हो गया। बता दें कि कार अरिहंत ही चला रहा था। ऐसे में अब अरिहंत जन्मदिन से पहले ही मां-बाप का आँगन सूना करके चला गया है।