MBA करने के बाद लेडी डॉन बनीं ‘अनुराधा’, AK 47 चलाने से लेकर बोलती है फर्राटेदार अंग्रेजी
जानें कौन है फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाली 'लेडी डॉन अनुराधा', कई गैंगस्टरों से लड़ाया है इश्क
लेडी डॉन अनुराधा चौधरी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। इनके साथ गैंगस्टर काला जठेड़ी को भी पकड़ा गया है। शुक्रवार देर रात उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से इनकी गिरफ्तार हुई है। इन दोनों की खोज कई सालों से पुलिस द्वारा की जा रही थी। राजस्थान पुलिस की ओर से लेडी डॉन अनुराधा चौधरी की गिरफ्तारी पर इनाम भी रखा गया था। लेकिन इसे पकड़ा नहीं जा सका। वहीं अब दिल्ली पुलिस को कामयाबी मिली है और कई बड़े गैंगस्टरों की गर्लफ्रेंड रह चुकी अनुराधा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बोलती है फर्राटेदार अंग्रेजी
लेडी डॉन के नाम से प्रसिद्ध अनुराधा चौधरी ने राजस्थान विश्वविद्यालय से बीटेक और एमबीए की पढ़ाई की हुई है। ये फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती है। करीबी 10 साल पहले पढ़ाई पूरी करने के बाद इन्होंने शेयर ट्रेडिंग का कारोबार शुरू किया था। हालांकि इस कारोबार में इन्हें घाटा हुआ। जिसके बाद ये राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर आनंद पाल के संपर्क में आई और उनके गैंग में शामिल हो गई।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीकर फतेहपुर के अलफसर गांव की रहने वाली अनुराधा की मां की बचपन में ही मौत हो गई थी। अनुराधा ने शेयर ट्रेडिंग करने वाले दीपक मिंज से प्रेम विवाह किया था। दोनों ने लोगों के लाखों रुपये ट्रेडिंग में लगवा दिए। करोड़ों रुपये डूब गए। इसके बाद उसकी मुलाकात राजस्थान के गैंगस्टर आनंदपाल से हुई। आनंद से मिलने के बाद अनुराधा ने अपने पति को छोड़ दिया। ये आनंद पाल की बेहद ही करीब आ गई।
आनंदपाल के साथ रहते-रहते अनुराधा ने एके-47 चलाना सीख लिया। वो अक्सर कारोबारियों को धमकाने के लिए एके-47 चलाती थी। वहीं साल 2017 में राजस्थान पुलिस ने आनंद पाल को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। जिसके बाद लेडी डॉन ने आनंद पाल के गैंग की कमान संभाल ली। वहीं एक साल पहले ये भारत के नामी गैंगस्टर काला जठेड़ी के साथ जा मिला और दोनों लिव-इन में साथ रहने लगे। ये दोनों पुलिस से बचने के लिए अपना ठिकाना बदलते रहते थे।
पुलिस के मुताबिक अनुराधा के खिलाफ राजस्थान में दर्जनभर से अधिक अपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने पहले उसकी गिरफ्तारी पर पांच हजार इनाम घोषित किया था, जिसे बाद में बढ़ाकर 10 हजार कर दिया गया था।
इस तरह से पकड़ी गई
काला जठेड़ी तक पहुंचने के लिए दिल्ली पुलिस ने खास प्लान बनाया। जिसमें वो फंस गया। पुलिस ने इसे शुक्रवार को सहारनपुर सरसावा के पास एक ढाबे से गिरफ्तार किया। हालांकि पुलिस इसे पहली नजर पहचान ही नहीं पाई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक काला तक पहुंचने के लिए टीम ने जेल बंद गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई को चारा बनाया। ऑपरेशन के तहत जेल में लॉरेंस के पास मोबाइल पहुंचवाया गया। इसके बाद एक माह तक सीडीआर पर नजर रखने के बाद पुलिस की टीम काला तक पहुंच ही गई।
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि काला जठेड़ी तक पहुंचने के लिए एक एसीपी और दो इंस्पेक्टर समेत करीब 30 टीमों का गठन किया गया। पूरे ऑपरेशन का कोडवर्ड % ऑपेरशन-डी-24% दिया गया। टीम ने करीब 10 राज्यों में 20 हजार किलोमीटर से ज्यादा का सफर किया। लॉरेंस ने फोन मिलते ही अपने गुर्गों से संपर्क करना शुरू कर दिया। फोन पूरी तरह पुलिस की निगरानी में था। अपने गुर्गों के जरिये इसने काला से संपर्क किया। इसके बाद पुलिस को उसकी लोकेशन मिल गई। एक टीम को शुक्रवार को सहारानपुर भेजा गया। वहां से काला को गिरफ्तार कर लिया गया।
काला ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वो पुलिस से बचने के लिए इंटरनेट कॉलिंग व फेसबुक कॉलिंग ही करता था। लेकिन विश्नोई की वजह से वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया। वहीं काला के साथ-साथ लेडी डॉन अनुराधा चौधरी भी पकड़ी गई।