7वीं कक्षा में आया था अक्षय कुमार को हीरो बनने का ख़्याल, फेल होने पर पिता ने की थी जमकर पिटाई
सुपरस्टार अक्षय कुमार हिंदी सिनेमा के सबसे सफ़ल अभिनेताओं में गिने जाते हैं. बीते 30 सालों से अक्षय कुमार देश दुनिया के करोड़ों लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं. अक्षय ने पर्दे पर एक्शन, कॉमेडी, रोमांटिक हर तरह के किरदार निभाए हैं. हर एक किरदार में दर्शकों ने अक्षय को ख़ूब पसंद किया है. वहीं एक्शन और कॉमेडी में तो अक्षय का कोई तोड़ ही नहीं है.
अक्षय कुमार ने साल 1991 में फिल्म ‘सौगंध’ से लीड एक्टर के रुप में अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत की थी. अक्षय ने ‘खिलाड़ी’ सीरीज की कई फिल्मों में काम किया था और इस दौरान उन्हें हिंदी सिनेमा से नाम मिला ‘खिलाड़ी’. अक्षय को फैंस ‘खिलाड़ी कुमार’ और ‘अक्की’ जैसे नामों से भी पुकारते हैं.
गौरतलब है कि अक्षय कुमार ने बॉलीवुड में सुपरस्टार तक का दर्जा प्राप्त करने के लिए कड़ा संघर्ष किया है. उन्होंने अपने दम पर अपनी पहचान बनाई है. हिंदी सिनेमा में आने से पहले भी अक्षय का जीवन संघर्ष भरा रहा है. एक समय अक्षय की 14 फ़िल्में लगातार फ्लॉप हो गई थी और वे बॉलीवुड छोड़कर कनाडा जाने वाले थे, लेकिन उनकी 15वीं फिल्म हिट हुई तो वे रुक गए और फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. अक्षय ने इसका खुलासा खुद अपने साक्षात्कार में किया था.
अक्षय ने अपने इसी साक्षात्कार में उस किस्से का भी जिक्र किया था जब उनके दिमाग में पहली बार अभिनेता बनने का ख्याल आया था. अक्षय महज 7वीं कक्षा में थे तब ही उन्होंने अभिनेता बनने की ठान ली थी और ऐसा उन्होंने पिता द्वारा 7वीं कक्षा में फेल होने पर पिटाई के बाद किया था. आइए आपको बताते हैं कि अक्षय ने क्या कुछ कहा था.
आपको जानकारी के लिए बता दें कि, साल 2019 में अक्षय कुमार एचटी लीडरशिप समिट में शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने अपने जीवन का एक मजेदार किस्सा साझा करते हुए बताया था कि, 7वीें कक्षा में फेल होने पर पिता ने उनकी पिटाई कर दी थी और इससे आहत होकर उनके मन में बॉलीवुड में एक्टर बनने का ख्याल आया था. अक्षय कहते हैं कि, ‘तब मैंने खुद से कहा कि मुझे ‘हीरो’ बनना है.’
आगे ‘खिलाड़ी कुमार’ ने फिल्म इंडस्ट्री में आने वाले नए कलाकारों को सीख देते हुए कहा था कि, ‘मेरी 14 फ़िल्में लगातार फ्लॉप रहीं, लेकिन मैंने हमेशा कड़ी मेहनत की. अगर आप प्रोफेशनल हैं और प्रोड्यूसर के एक्टर हैं, तो कड़ी मेहनत करिए, आपके पास हमेशा काम रहेगा. यह उन सब लोगों के लिए है जो इस इंडस्ट्री में आना चाहते हैं. अपने काम के प्रति ईमानदार रहो.’
कैंसर पेशेंट थे अक्षय कुमार के पिता हरिओम भाटिया…
अक्षय कुमार ने अपनी फिल्म ‘वक्त’ को याद करते हुए कहा था कि, ‘इस मूवी की हर चीज मुझे अच्छे से याद है. उस वक्त मेरे पिता कैंसर से लड़ रहे थे. इस मूवी में भी मिस्टर बच्चन को कैंसर बताया गया है. अगर आप उन दृश्यों को देखोगे, तो वे आपको रियल सीन लगेंगे. मानसिक रूप से मेरे लिए ये बहुत ही इमोशनल मूवी थी. ऐसा कई बार हुआ कि कैमरा बंद हो गए लेकिन मैं अपने आपको रोक नहीं पाया.’
वर्कफ़्रंट की बात करें तो आज अक्षय हिंदी सिनेमा के सबसे व्यस्त कलकारों में से एक हैं. उनके पास आधा दर्जन से अधिक फिल्मों की लाइन लगी हुई है. खिलाड़ी की आगामी फिल्मों में बेल बॉटम, सूर्यवंशी, पृथ्वीराज, अतरंगी रे, रक्षाबंधन, रामसेतु और बच्चन पांडेय आदि शामिल है.