दरोगा बन परिवार की परेशानी दूर करना चाहती थी लड़की, दादा-चाचा ने जींस पहनने की वजह से मार दिया
आज हमारा देश दिन दुगुनी और रात चौगुनी तरक्की कर रहा है, हम डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन फिर भी समाज में कुछ लोग ऐसे हैं जो पिछड़ी सोच के दलदल में फंसे हुए हैं। खासकर लड़कियों की पसंद और आजादी की बहुत धज्जियां उड़ाई जाती है। उदाहरण के लिए आज भी कई घरों में लड़कियों को जींस पहनने की आजादी नहीं होती है। उन्हें हर बात पर रोका और टोका जाता है। लेकिन उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक ऐसा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां जींस पहनने पर 17 साल की लड़की के दादा और चाचा ने उसे पीट-पीटकर मार दिया।
दिल को गुस्से से भर देने वाला यह मामला उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के महुआडीह थानाक्षेत्र के सवरेजी खर्ग गांव का है। यहां 17 साल की नेहा पासवान(Neha paswan) को जींस पहनने का शौक था। लेकिन उसके दादा-दादी और चाचा-चाची को ये बात खटकती थी। वे उसे हर बार मना करते थे। फिर एक दिन जब नेहा ने पूजा में जींस पहन ली तो उनसे देखा नहीं गया और बहसबाजी के बाद नेहा को पीट पीटकर मौत के घाट उतार दिया।
नेहा के पिता का नाम अमरनाथ पासवान है जो कि लुधियाना में दिहाड़ी मज़दूरी का काम करते हैं। जिस दिन उनकी बेटी की मौत हुई उस दिन वे लुधियाना में ही काम कर रहे थे। उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं। इस मामले पर नेहा के पिता ने कहा कि ‘मैंने अपने सभी बच्चों को पहनने-ओढ़ने या पढ़ने लिखने की वजह से कभी नहीं रोका टोका। मेरी यही इच्छा थी कि अभी पढ़ लिखकर जीवन में आगे बढ़ें।’
नेहा का बड़ा भाई विशाल पासवान गुजरात के बड़ौदा में रंगाई-पुताई का काम करता है वह 10वीं पास है। वहीं उसका छोटा भाई विवेक 7वीं क्लास में हैं। नेहा की बड़ी बहन निशा ग्रेजुएट है और घर में सिलाई-कढ़ाई का काम करती है। नेहा श्रीमति शांति देवी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पढ़ती थी। उसका हाल ही में 9वीं क्लास में एडमिशन हुआ था।
नेता की मां शकुंतला देवी ने बताया कि उनकी बेटी बढ़ने में बहुत होशियार थी। उसे बड़ा होकर दरोगा बनना था। वह अपने परिवार की समस्याओं को हल करना चाहती थी। लेकिन अफसोस की उसका सपना अधूरा रह गया’ हत्या वाले दिन की घटना बताते हुए नेहा की माँ कहती है ‘नेहा ने सोमवार का व्रत रखा था। सुबह उसने पूजा पाठ भी किया। फिर शाम को उसने नहाया और जींस टॉप पहन पूजा की। पूजा के दौरान तो उसे किसी ने कुछ न कहा, लेकिन फिर दादा-दादी और चाचा-चाची नेहा के जींस पहनने का विरोध करने लगे।’
नेहा की माँ आगे बताती है ‘नेहा ने अपने पक्ष में कहा कि सरकार ने जींस पहनने के लिए बनाया है, इसलिए मैं तो पहनूँगी। मुझे पढ़ना लिखना है समाज में रहना है। इसके बाद दादा दादी बोले कि वे उसे न तो जींस पहनने देंगे और न ही पढ़ने देंगे। इसके बाद दादा-दादी और चाचाओं-चाची ने मिलकर उसकी बहुत पिटाई की जिसके चलते वह मर गई। मुझ से उन लोगों ने कहा कि नेहा बोहोश हो गई और उसे अस्पताल ले जा रहे हैं। मैंने ऑटो में उनके साथ जाने को कहा लेकिन मुझे नहीं जाने दिया गया। वे उसे जिस तरह से ऑटो में ले जा रहे थे उसे देख यही लगा कि उसकी मौत हो चुकी है। फिर अगले दिन नेहा का शव गंडक नदी पर बने पटनवा पुल के पास पड़ा मिला।’
इस मामले पर पुलिस ने दस लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है, इनमें से दो की गिरफ़्तारी हो चुकी है बल्कि बाकियों की तलाश की जा रही है। वैसे इस पूरे मामले पर आपकी क्या राय है? क्या लड़कियों को जींस पहनने का हक मिलना चाहिए?