कुऑं खुदाई में निकला 510 किलोग्राम का नीलम, रातों-रात बदल गई एक शख़्स की क़िस्मत
इस शख़्स की एक झटके में बदल गई क़िस्मत। जब कुआँ खुदाई में हाथ लगा अरबों रुपए का नीलम...
किसी व्यक्ति की क़िस्मत कब करवट लें और वह राजा से रंक बन जाएं या फ़िर रंक से राजा। यह किसी को मालूम नहीं। ऐसा ही कुछ हुआ है श्रीलंका के कोलंबो में रहने वाले एक शख्स के साथ। घर में कुआं खोदते समय मजदूरों को ऐसा बेशकीमती नीलम मिला, कि उसकी किस्मत बदल गई और कहीं न कहीं यह कहावत चरितार्थ हो गई कि ऊपरवाला जब भी देता है तो छप्पर फाड़कर। जी हां बता दें कि कुऑं खुदाई के दौरान 510 किलो वजन का नीलम प्राप्त हुआ। जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में क़ीमत करीब साढ़े सात अरब (7,43,78,60,769.60) रुपये बताई जा रही है।
इसी मामले में श्रीलंका के राष्ट्रीय रत्न और आभूषण प्राधिकरण (एनजीजेए) ने कहा कि 510 किलोग्राम के पत्थर के लिए विदेशों द्वारा खरीदने के लिए बोली लगाई जा रही है। इस नीलम का पत्थर घर के पीछे कुएं की खुदाई के दौरान अचानक मिला है।
वहीं यह पत्थर जिस शहर में मिला है उसका नाम रत्नापुरा है। यह शहर श्रीलंका की जेम सिटी कहलाती है। यहां पहले भी काफी बहुमूल्य पत्थर मिल चुके हैं। खुदाई के दौरान मिले इस नीलम पत्थर को ‘सेरेंडिपिटी सैफायर’ नाम दिया गया है।
बता दें कि 25 लाख कैरेट के इस पत्थर के मालिक डॉ. गमागे ने कहा कि कुआं खोद रहे मजदूर ने उन्हें बताया कि जमीन के नीचे शायद बेशकीमती पत्थर है। इस जानकारी के बाद वे मौके पर पहुंच गए और इस पत्थर को सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया गया। गौरतलब हो कि सुरक्षा कारणों से अपना पूरा नाम और पता न बताने वाले इस नीलम के मालिक डॉ. गमागे खुद भी बेशकीमती पत्थरों के कारोबारी हैं। घर के कुएं से ये पत्थर निकलने के बाद उन्होंने अथॉरिटीज को इस बारे में जानकारी दी।
उनका कहना है कि इस पत्थर को साफ करने और इससे गंदगी हटाने में एक साल का वक्त लगेगा। इसके बाद ही इसका विश्लेषण करके इसका पंजीकरण हो पाएगा। उन्होंने कहा कि पत्थर की सफाई के दौरान उससे नीलम के कुछ टुकड़े अलग होकर गिरे थे जिनके विश्लेषण पर पता चला कि वो बेहद उच्च श्रेणी का बेशकीमती पत्थर है।
वहीं इस पत्थर को लेकर एनजीजेए के प्रतिनिधि ने बताया कि, “यह एक विशेष किस्म का नीलम है, जो शायद दुनिया में सबसे बड़ा है। ये नीलम 100 सेमी लंबा, 72 सेमी चौड़ा और 50 सेमी ऊंचा है।”
बता दें श्रीलंका विश्व में नीलम पत्थर और अन्य कीमती नगीनों का बड़ा निर्यातक देश है। वहीं एनजीजेए ने ये भी स्पष्ट किया है कि इस पत्थर के मालिक डॉ. गमागे हैं, क्योंकि ये उनकी संपत्ति से निकला है। हालांकि इस पत्थर को अभी सुरक्षा की वजह से बैंक ऑफ सीलोन में एक तिजोरी में स्थानांतरित कर दिया गया है।