सवालों के घेरे में फंसी उज्मा, पाकिस्तानी मीडिया ने दिखाया वो सच जिसे जान कर आप के होश उड़ जाएंगे
बीते दिनों पाकिस्तान से भारत लाई गई उज्मा अहमद के दावों पर सवाल उठने लगे हैं, भारत की बेटी बनकर सबकी सहानुभूति बटोरने वाली उज्मा अपनी ही कही बातों में फंसने लगी है, वैसे तो वह खुद को डॉक्टर बताती है मगर उसके डॉक्टर होने के कोई पुख्ता सबूत नहीं है. उज्मा अहमद मूल रूप से दिल्ली के चौहान बांगर इलाके की रहने वाली है. उज्मा बताती है कि वह अनाथ है और उसे एक महिला ने गोद लिया था.
अपने ही बयानों के खिलाफ उठ रहे सवालों पर घिरती नजर आ रही हैं उज्मा :
उज्मा जब पाकिस्तान से आईं तो उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरीं, उनके बयानों को मीडिया ने जमकर चलाया, उन्होंने पाकिस्तान पर और वहां के लोगों पर कई सवाल उठाये जिस पर खूब चर्चा हुयी, मगर अब वो अपने ही बयानों के खिलाफ उठ रहे सवालों पर घिरती नजर आ रही हैं. पाकिस्तान से एक चिट्ठी आई है, जिसमें उज्मा से कड़े सवाल किए गए हैं. साथ ही कई लोगों का यह भी कहना है कि उज्मा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की एजेंट है.
यह चीट्ठी पाकिस्तान के वुसतुल्लाह खान ने लिखी है, वुसतुल्लाह ने उज्मा पर सवाल उठाया है और कहा है कि सुषमा स्वराज जी की तरह उज्मा के भारत पहुंचने पर मैं भी बहुत खुश हूं. मगर डॉक्टर उज्मा 25 दिन बाद घर लौटने पर भी खुश नहीं हैं. वो ठीक ही कह रही हैं कि ताहिर अली से उनकी पहचान क्वालालंपुर में हुई मगर वह ताहिर अली से शादी करने नहीं बल्कि अपने रिश्तेदारों से मिलने पाकिस्तान गयी थीं.
वुसतुल्लाह खान ने डॉक्टर उज्मा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘मुझे डॉक्टर उज्मा की किसी भी बात से कोई आपत्ति नहीं बल्कि मैं तो उनकी ऑबजर्वेशन से इतना प्रभावित हूं कि पूछो नहीं. सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार डॉक्टर उज्मा इस महीने की पहली तारीख को दिल्ली से वाघा अटारी बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान पहुंची थीं. उज्मा के मुताबिक तीन मई को ताहिर के साथ उसकी शादी हुयी थी.
इसके दो दिन बाद ही वह पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग के दफ्तर पहुंची जिसका सीधा मतलब है कि वो अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए पाकिस्तान पहुंची थी. वुसतुल्लाह ने सवाल उठाया कि उज्मा अपने रिश्तेदारों से मिले बगैर सीधे ताहिर के गांव कैसे पहुंची. कोई तो उसे लेने के लिए सीमा पर आया होगा और उसके बाद अगले 48 घंटे में जबरदस्ती उसकी शादी भी हो गयी और उसके साथ मारपीट भी हुयी. इतना ही नहीं इतने कम समय में उसे यह भी पता चल गया कि पाकिस्तान में घर घर में औरतों के साथ कैसा व्यवहार होता है. और हर व्यक्ति की कितनी बीवियां हैं.
इसके बाद खान आगे लिखते हैं कि उजमा ताहिर अली को अजीब आदमी बताती हैं, वो डॉक्टर उज़मा को मार डालने या बेचने या किसी आतंकवादी ऑपरेशन में झोंकने की बजाय घर से 150 किलोमीटर दूरी पर स्थित इस्लामाबाद में भारतीय हाई कमीशन तक ले आया और वो भी अपने पासपोर्ट और वीजे की दरख़्वास्त के साथ. शायद वो पाकिस्तान की बजाय भारत जाकर डॉक्टर उज़्मा को तलाक देना या जान से मारना या बेचना या किसी हमले में इस्तेमाल करना चाह रहा हो.
दरअसल वुसतुल्लाह खान के कटाक्ष और सवालों के पीछे आधार भी है क्योंकि उज्मा ने पाकिस्तान से आने के बाद जो कहानी सुनाई थी यह सवालों के घेरे में आती है. ऐसे में वुसतुल्लाह खान की चिट्ठी से भी बहुत सारे सवाल खड़े हो गए.
वहीं दूसरी तरफ उज्मा की पहले ही 5 शादियां हो चुकी हैं मगर एक भी सफल नही हुई. सभी शादियों में उसके साथ धोखा ही हुआ. आपको बता दें कि इसी दौरान उज्मा की मुलाकात ताहिर से हुयी और फिर दोनों ने शादी की. ताहिर ने उसे बताया था कि वह मलेशिया में ड्राइवर की नौकरी करता है. गौरतलब है कि वुसतुल्लाह खान ने पाकिस्तान से एक हिंदी ब्लॉग पर यह बातें लिखी हैं. इसके अलावा उज्मा के डाक्यूमेंट्स में अलग अलग जगह पर उसके पिता का नाम भी गलत लिखा है.