गरीब कांस्टेबल की खुल गयी किस्मत, क्रिकेट के जुनून ने चार घंटे में बना दिया करोड़पति
पुलिस कांस्टेबल ने फैंटेसी लीग में किया कमाल, कि एक झटके में दूर हो गई ग़रीबी। जानिए पूरी कहानी...
किसी ने सच ही कहा है कि ऊपर वाला जब भी देता है। तो छप्पर फाड़कर देता है। जी हां ऐसा ही कुछ हुआ है हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के घुमारवीं पुलिस थाना में कांस्टेबल के पद पर तैनात सुनील ठाकुर के साथ। उनकी क़िस्मत एकाएक ऐसी चमकी कि वे एक झटके में करोड़पति बन गए। बता दे कि कांस्टेबल सुनील ठाकुर बचपन से ही क्रिकेट के प्रति काफ़ी दीवानगी रखते हैं और उनकी इसी दीवानगी ने उनके करोड़पति बनने का रास्ता तैयार किया। बता दें कि गांव बैरी रजादियां के सुनील ठाकुर 2016 बैच के कांस्टेबल हैं। उन्होंने बताया कि बचपन से ही उनके सिर पर क्रिकेट का जुनून सवार है। इसके चलते उन्होंने कई बार ऑनलाइन क्रिकेट लीग में दांव लगाया था, लेकिन इस बार किस्मत उनके साथ थी। सुनील का दावा है कि लीग में उन्होंने एक करोड़ 15 लाख रुपये का इनाम जीता है। वहीं इस मामले में विशेषज्ञों की राय एकदम इतर है। उनका कहना है कि इस तरह की लीग में बेहद जोखिम होता है। ऐसे में किसी भी शख्स को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
गौरतलब हो कि इसी मामले को लेकर सुनील का कहना है कि उन्हें खुद विश्वास नहीं हो रहा है कि सच में कुछ ऐसा हुआ है। सुनील के अनुसार उन्होंने एक टीम बनाकर 2 कंटेस्ट में भाग लिया। सुनील का दावा है कि पूरा मैच देखने को तो नहीं मिला लेकिन उन्होंने अपने मोबाइल पर नजर बनाए रखी। जैसे ही उनका नाम पहले नंबर पर आया तो विश्वास नहीं हुआ कि उन्होंने एक करोड़ 15 लाख रुपये जीत लिए हैं। सुनील का कहना है कि वह इन पैसों को अपने तथा अपने परिवार की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए खर्च करेंगे। बता दें कि बीते शुक्रवार को हुए भारत-श्रीलंका के तीसरे एक दिवसीय मैच के दौरान उन्होंने लीग में एक करोड़ 15 लाख रुपये का इनाम जीता है।
गरीब परिवार में हुआ जन्म…
क्रिकेट फेंटेसी लीग में एक करोड़ 15 लाख रुपये की राशि जीतने वाले सुनील ठाकुर मूल रूप से जिला बिलासपुर के गांव बेरी राजदीयां के रहने वाले हैं। बेहद गरीब परिवार में पैदा हुए सुनील को बचपन से ही क्रिकेट का शौक रहा है। सुनील के पिता खेती-बाड़ी करते हैं तथा उनका बड़े भाई बरमाना में एक दुकान चलाते हैं।
ऐसे ख़र्च करेंगे पैसे…
सुनील ठाकुर के अनुसार लीग संचालकों ने टैक्स काटने के बाद बची राशि 80 लाख 51 हजार 770 रुपये उनके ऐप्प वालेट में डाल दिए हैं तथा इस राशि को 3 से 5 दिन के अंदर बैंक में ट्रांसफर हो सकेगी। सुनील ने बताया वह इस पैसे से सबसे पहले अपने तथा परिवार के लिए एक घर बनाएंगे तथा उसके बाद घर की जरूरतों के हिसाब से खर्च करेंगे तथा कुछ पैसा वह परिवार तथा बच्चों के भविष्य के लिए बचत के रूप में रखना चाहते हैं ताकि आने वाले समय में बच्चे का भविष्य संवर सके।
पांच साल से लगा रहे थे टीम…
सुनील का कहना है कि क्रिकेट का शौक उन्हें बचपन से ही था और वह इस फेंटेसी लीग में पिछले चार-पांच साल से अपनी किस्मत आजमा रहे थे और शुक्रवार को इंडिया श्रीलंका के एक दिवसीय मैच में उनकी किस्मत पलटी। उन्होंने 49 तथा 35 रुपये में टीमों का चयन किया था। जिसमें उन्हें एक करोड़ 15 लाख रुपये की राशि जीती।
2019 में सुनील की शादी हुई है तथा अभी 2 महीने पहले ही उन्हें एक पुत्र रत्न की प्राप्ति भी हुई है सुनील की प्राथमिक शिक्षा गांव के ही नजदीक स्कूल दसगांव में हुई तथा उन्होंने हायर सेकेंडरी की शिक्षा सीनियर सेकेंडरी स्कूल ओहर से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर से स्नातक की डिग्री प्राप्त की।