सिर्फ एक लाइन का ये जाप कर सकता है आपके जीवन के सारे दुखों का सर्वनाश.
हिन्दू धर्म में देवी-देवताओं का अपना एक अलग ही स्थान है। भारत में धर्म को सबसे ऊपर का दर्जा दिया गया है। भारत के हर गली-मोहल्ले में देवी-देवताओं के कई मंदिर बने हुए हैं। सभी लोग सुबह-शाम जाकर मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं और अपने सुखी जीवन की कामना करते हैं। हिन्दू धर्म में मन्त्रों का भी अपना एक खास महत्व होता है।
चालीसा के पाठ से भी कर सकते हैं देवताओं को खुश:
किसी भी अदृश्य शक्ति को अपने वश में करने के लिए मन्त्रों का सहारा लिया जाता है। सही विधि-विधान से हर मंत्र का जाप करना सबके बस की बात नहीं होती है। जो मन्त्रों का ज्ञाता होता है वहीँ मन्त्रों का सही जाप कर पाता है। जिन लोगों को मन्त्रों का पाठ करना नहीं आता है, उनके लिए देवी-देवताओं को खुश करने का अबसे सरल उपाय है, चालीसा का पाठ करना।
विद्वानों के अनुसार चालीसा का पाठ करना बहुत ही सरल होता है और इसका प्रभाव भी बहुत जल्दी होता है। चालीसा के पाठ से देवी-देवताओं को बहुत ही कम समय में खुश किया जा सकता है और उनसे मनचाही इच्छा को पूरा भी करवाया जा सकता है। हनुमान चालीसा के पाठ को सबसे कारगर माना जाता है। हनुमान चालीसा में ऐसी शक्ति होती है, जिसे दुनिया की कोई ताकत भी पराजित नहीं कर सकती है।
नियमित पाठ से बढ़ता है बल:
जो भी भक्त हनुमान चालीसा का पाठ सच्चे मन से करता है राम भक्त हनुमान उसकी हर इच्छा को पूरी करते हैं। हनुमान चालीसा के हर दोहे और चौपाई में कई समस्याओं का समाधान करने की ताकत छुपी होती है। हनुमान चालीसा में एक ऐसी चौपाई है, जिसका नियमित पाठ करने से किसी भी व्यक्ति की शारीरिक कमजोरी दूर होती है और व्यक्ति बलवान बनता है। इस चौपाई का पाठ महिला और पुरुष दोनों कर सकते हैं।
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुं लोक उजागर।
रामदूत अतुलित बलधामा।
अंजनिपुत्र पवनसुत नामा।।
हनुमान जी राम के दूत है और अत्यंत ही बलशाली भी हैं। अंजनी माता के गर्भ से जन्म लेने पर इन्हें अंजनी पुत्र कहा जाता है। हिन्दू शास्त्रों के अनुसार हनुमान जी को पवन देव का पुत्र भी कहा जाता है। इन्हें पवनसुत के नाम से भी जाना जाता है। इस चौपाई का जाप करने से हर तरह की शारीरिक कमजोरी दूर हो जाती है।