फिर जागा कश्मीरियों का आतंकी प्रेम – सब्जार की मौत के विरोध में 50 जगहों पर हिंसा!
जम्मू – कश्मीर – भारतीय सेना ने आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए पिछले 24 घंटे में 10 घुसपैठियों और आतंकियों को मार गिराया है। रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान और उसके द्वारा प्रायोजित आतंकी रमजान के महीने में जम्मू-कश्मीर में कुछ बड़ा करने की कोशिशों में थे जिसे सेना की नॉर्दन कमांड ने नाकाम कर दिया है। सेना ने कल रामपुर सेक्टर में 6 आतंकियों को ढेर किया। वहीं सेना ने दक्षिणी कश्मीर के त्राल में 2 आतंकियों का सफाया कर दिया। जबकि सेना ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर सब्जार अहमद भट को भी त्राल में हुए एन्काउंटर में मार गिराया। सब्जार के मारे जाने के बाद घाटी में हिंसा भड़क उठी है। बुरहान वानी के मारे जाने के बाद भी ऐसी ही हिंसा देखने को मिली थी। Hizbul commander sabzar death.
घाटी में तनाव के हालात, प्रशासन मुस्तैद –
सब्जार के मारे जाने के बाद कश्मीर घाटी में हालात गंभीर हो गया हैं जिसके मद्देनजर प्रशासन ने 7 पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया है। प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि घाटी में हिंसा न हो। अलगाववादियों ने हिजबुल आतंकी सब्जार भट के मारे जाने के विरोध में दो दिन के बंद का आह्वान किया है। साथ ही अलगाववादियों ने कश्मीरियों से आतंकियों को श्रद्धांजलि देने की भी अपील की है। सब्जार के मारे जाने के बाद पूरे कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सर्विसेज पर भी रोक लगा दी गई है।
बुरहान के मारे जाने के बाद भड़की थी कश्मीर की आग –
आतंकी सब्जार को सेना के जवानों ने पुलवामा जिले के त्राल में ढेर कर दिया। बुरहान वानी की मौत के बाद उसका पद सब्जार को दिया गया था। बुरहान को सेना ने पिछले साल 8 जुलाई को मार गिराया था। बुरहान की मौत के बाद घाटी में लगातार 90 दिनों तक हिंसा होती रही। जिसके दौरान 90 सिविलियंस की मौत हुई थी, 15 हजार से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे। हिंसा में 2 सिक्युरिटी पर्सनल भी शहीद हुए थे और 4000 से ज्यादा घायल हुए।
पाकिस्तान ने सब्जार की मौत को बताया ‘न्यायविरोधी’ –
हिजबुल कमांडर सब्जार अहमद और अन्य आतंकियों के जम्मू-कश्मीर में मारे जाने पर पाकिस्तान का आतंकियों के लिए प्रेम एक बार फिर जाग उठा है। पाकिस्तान ने इसकी निंदा करते हुए इस मामले में संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक मानवाधिकार संगठनों से हस्तक्षेप करने की विनती की है। इससे पहले भी बुरहान की मौत के बाद नवाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र में उसे कश्मीरी युवाओं की आवाज बताया था। पाकिस्तान विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने सब्जार अहमद की मौत को न्यायविरोधी और राज्य प्रायोजित हिंसा बताया है।