महिलाओं के लिए किसी नर्क से कम नहीं है अफगानिस्तान, तालिबान ने बना रखें हैं ये खौफनाक नियम
अफगानिस्तान का 80 फीसदी से ज्यादा हिस्सा तालिबान के कब्जे में आ चुका है। जिसके साथ ही तालिबान ने इस देश में कोहराम मचाना शुरू कर दिया है और औरतों की जिंदगी को नर्क बना दिया है। अफगानिस्तान में रहने वाली महिलाओं के लिए तालिबान ने अलग से कानून भी बना रखा है। जिसका पालन हर एक महिला को करना होता है। जो महिलाएं इस कानून का पालन नहीं करती हैं, उन्हें सबके सामने दंड दिया जाता है।
आज हम आपको तालिबान द्वारा महिलाओं के लिए बनाए गए कुछ नियम बताने जा रहे हैं। जिनको पढ़ने के बाद आप भी इस सोच में पड़ जाएंगी कि इस जगह महिलाएं आखिर किस तरह से रहे रही हैं।
तालिबान द्वारा महिलाओं के लिए बनाएं गए नियम
नहीं पहन सकती हाई हील्स
तालिबान ने महिलाओं के हाई हील्स पहनने पर पाबंदी लगा रखी है। तालिबान का मानना है कि इनसे निकलने वाली आवाज पुरुषों को सुनाई देती है। जिससे की वे रास्ता भटक जाते हैं। इसलिए महिलाएं हाई हील्स नहीं पहन सकती हैं।
केवल धीमी आवाज में करें बात
यहां पर रहने वाली महिलाओं को केवल धीमी आवाज में बात करने की अनुमित है। तालिबान का मानना है कि हर महिला को केवल धीमा ही बोलना चाहिए। महिलाओं की आवाज किसी भी अनजान आदमी को सुनाई नहीं देनी चाहिए।
खिड़की या बालकनी से देखने पर है रोक
लड़कियों और औरतों को बगैर बुर्का घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। इसके अलावा महिलाओं को बालकनी या छत पर जाने की मनाही है। आपको जानकर हैरानी होगी की तालिबान वाले इलाकों में बनें घरों की खिड़कियां बंद रहती हैं और उनपर पेंट की मोटी परत चढ़ाई जाती है। ताकि किसी बाहरी आदमी की नजर घर की स्त्रियों पर न पड़े।
अकेली औरत का बाहर जाना है मना
इस जगह पर रहने वाली महिलाओं के लिए ये देश किसी नर्क से कम नहीं हैं। तालिबान के कब्जे वाले इलाके में महिलाएं अपने घर से अकेली बाहर नहीं निकल सकती हैं। जो महिलाएं इस नियम का पालन नहीं करती हैं। उन्हें कोड़ों से पीटा जाता है।
नहीं लगा सकते महिलाओं की तस्वीर
दुकानों या पार्लर पर महिलाओं का नाम नहीं लिखा जा सकता है। साथ में ही इन जगहों पर महिलाओं की तस्वीर भी नहीं लगाई जा सकती है। जो लोग इस नियम का पालन नहीं करते हैं उन्हें तालिबान द्वारा सजा तक दी जाती है।
नहीं दिखना चाहिए शरीर का कोई हिस्सा
अगर किसी महिला के शरीर का कोई हिस्सा अन्य पुरुष को दिख जाए। तो उस महिला को दंड दिया जाता है। यहां तक की लड़कियों को किसी भी अनजान लड़के से बात तक करने की अनुमति नहीं है। अगर कोई महिला अनजान लड़के के साथ दिख जाए तो उसे बीच सड़क पर पीटा जाता है।
बना रहा है एक ओर नियम –
खबरों के अनुसार तालिबान ने कथित तौर पर 15 से 45 साल की अकेली महिलाओं और विधवाओं की सूची बनाना शुरू कर दी है। ताकि उनसे तालिबानी लड़ाकों की शादी करवाई जा सके। तालिबान कल्चर कमीशन ने एक चिट्ठी जारी कर अपने क्षेत्र के मुस्लिम धर्माधिकारियों से संपर्क किया है। द सन में छपी इस रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान चाहता है कि उन्हें 15 साल से ज्यादा की उम्र की लड़कियों और उन विधवाओं की लिस्ट दी जाए। जिनकी उम्र 45 साल से कम है। इन लड़कियों से तालिबान अपने लड़ाकों की शादी करवाएगा।