चंडीगढ़ में कल एक समारोह के दौरान मेयर रविकांत शर्मा और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन पर हमला हुआ है। इस हमले में बीजेपी नेता और मेयर की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई है। ये घटना चंडीगढ़ के सेक्टर 48 की है। जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा इनपर ये हमला किया गया है। मेयर रविकांत शर्मा विकास कार्यों का उद्घाटन करने के लिए सेक्टर 48 में आए थे। इनके अलावा बीजेपी नेता संजय टंडन भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे। वहीं जैसे ही प्रदर्शनकारी किसानों को इस बात की सूचना मिली वो भी मौके पर पहुंच गए और हमला कर दिया।
शनिवार को हुए इस हमले में मेयर रविकांत शर्मा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन को किसी भी तरह की चोट नहीं आई है। बस इनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई है। ये घटना यहां के मोटर मार्केट के पास हुई है। वहीं घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बलपूर्वक प्रदर्शनकारियों को मौके से हटाया और बीजेपी नेता और मेयर को वहां से निकाला लिया।
पुलिस ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मेयर रविकांत शर्मा विकास कार्यों का उद्घाटन करने के लिए यहां पहुंचे थे। स्थानीय लोगों ने अभिनंदन कार्यक्रम रखा था। प्रदर्शनकारी किसानों को जैसे ही मेयर के आने की सूचना मिली। वो सेक्टर 48 काले झंडे लेकर पहुंच गए। इनके आने से पहले ही मेयर और बीजेपी नेता कार्यक्रम में पहुंच चुके थे। पुलिस ने मार्केट का गेट बंद कराकर प्रदर्शनकारी किसानों को बाहर ही रोक दिया था। वहीं कार्यक्रम खत्म करने के बाद मेयर जब बाहर निकले तो किसानों ने उनपर पत्थरों से हमला कर दिया।
ये सब देखते ही पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभाला लिया और बलपूर्वक प्रदर्शनकारी किसानों को वहां से भगाया। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में भी ले लिया। जिसके बाद सेक्टर 31 पुलिस थाने पर पहुंचकर अन्य प्रदर्शनकारियों ने हंगामा शुरू कर दिया और अपने साथियों की हिरासत का विरोध किया। मामला बढ़ता देख एसएसपी कुलदीप चहल ने मोर्चा संभाला। इन्होंने कहा कि बवाल करने वाले एक भी व्यक्ति को नहीं छोड़ा जाएगा। मुझे पता है कि कौन किसान है और कौन शरारती तत्व।
की गई अतिरिक्त पुलिस तैनात
पुलिस थाने के बाहर जुटे किसानों को हटाने के लिए मौके पर अतिरिक्त पुलिस भी तैनात की गई। जानकारी के अनुसार किसान नेताओं ने एसएसपी कुलदीप चहल से मुलाकात की। लेकिन पुलिस ने पकड़े गए लोगों को छोड़ने से मना कर दिया। लेकिन धारा 188 के तहत चालान पर सहमति बन गई। वहीं दूसरी ओर किसानों की मांग है कि बीजेपी नेताओं पर भी पुलिस की ओर से केस दर्ज किया जाएगा।