जब गुस्साई भीड़ ने की थी अजय देवगन की पिटाई, पिता नहीं पहुंचते तो जा सकती थी ‘सिंघम’ की जान
हिंदी सिनेमा के दिग्गज़ अभिनेता अजय देवगन बॉलीवुड में अपनी बेहतरीन और सधी हुई अदाकारी के लिए जाने जाते हैं. अजय देवगन को लेकर कहा जाता है कि वे उनकी आंखों से भी अदाकारी झलकती है. बॉलीवुड में उन्हें ‘सिंघम’ के नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने पर्दे पर हर तरह का किरदार निभाया है, लेकिन सबसे ज्यादा एक्शन किरदारों से उन्होंने फैंस का दिल जीता है.
अजय देवगन ने अपनी अदाकारी से हिंदी सिनेमा में एक ख़ास मुकाम बनाया है. उनकी फिल्मों का फैंस को बेसब्री से इंतज़ार रहता है. अजय देवगन को एक्शन विरासत में मिला है. दरअसल, उनके पिता वीरु देवगन बॉलीवुड की ढेरों फिल्मों में एक्शन डायरेक्टर के रूप में काम कर चुके हैं और शुरु से ही अजय देवगन को एक्शन और स्टंट का काफी शौक रहा है. एक बार अजय देवगन के साथ बहुत बड़ा हादसा हुआ था, जहां 20-25 लोग उन्हें मारने के लिए दौड़ पड़े थे और उनके पिता ने अपनी टीम के साथ पहुंचकर उनकी जान बचाई थी. अजय ने यह किस्सा शो ‘यादों की बारात’ में साझा किया था. जहां वे संजय दत्त और अभिषेक बच्चन के साथ पहुंचे थे.
बता दें कि अजय देवगन ने शो मे कहा था कि, ‘एक्टर होने से पहले मेरा बहुत लोगों से झगड़ा हुआ है. बहुत लोगों को मारा भी और बहुत लोगों से मार खाई भी. एक बार तो 20-25 लोगों ने मिलकर मारा था.’ गौरतलब है कि शो के होस्ट साजिद खान भी अजय देवगन के साथ वहां मौजूद थे और आगे अजय ने साजिद को वह किस्सा सुनाने के बारे में कहा.
इसके बाद आगे साजिद खान ने कहा कि, ‘अजय देवगन की एक सफेद जीप थी जिसमें हम सब घूमते थे. हॉलीडे होटल के करीब एक पतली गली थी. हम गाड़ी लेकर जा रहे जा रहे थे वहीं हमारे जीप के सामने तेजी से पतंग के पीछे भागता हुआ एक बच्चा आ गया. अजय ने तुरंत ब्रेक लगा दिया.’
इसके बाद अजय देवगन और साजिद खान दोनों ने कहा कि, ‘बच्चा गाड़ी के नीचे आने से बच गया और उसे चोट भी नहीं लगी. हालांकि इस हादसे से वो डर गया और रोने लगा. ऐसे में पड़ोस से लोग आ गए. पता नहीं झुंड में कहां से इतने लोग आ गए और हमें घेर लिया. हम लोग उन्हें बहुत समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन वो हम पर चिल्लाने लगे. उन्होंने कहा कि तुम अमीर लोग, गाड़ी तेज चलाते हो. हमें समझ नहीं आया और लोग हमें मारने लगे.’ साजिद खान ने आगे कहा कि, ’10 मिनट तक हमारी पिटाई हुई तब तक अजय देवगन के पिता को इस घटना की खबर हो गई और वो करीब 150 फाइटर के साथ अपने बेटे को बचाने आए.
जब अजय देवगन के दिवंगत पिता घटना स्थल पर पहुंचे उसके बाद लोगों ने अजय और साजिद को छोड़ा और दोनों की जान बच पाई थी. बता दें कि, हिंदी सिनेमा में अजय देवगन ने अपनी पहचान एक एक्शन हीरो के रुप में बनाई है. उनके फ़िल्मी करियर की शुरुआत साल 1991 में आई फिल्म ‘फूल और कांटे’ से हुई थी. उनकी पहली ही फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट हुई थी.अजय देवगन की आगामी फिल्मों में ‘भुज द प्राइड ऑफ इंडिया’, मेडे और मैदान आदि शामिल है. बता दें कि इसमें से ‘भुज द प्राइड ऑफ इंडिया’ जल्दी ओटीटी पर रिलीज होने वाली है. वहीं अजय देवगन की आगामी फिल्मों में ‘आरआरआर’ शामिल है.