कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच मतभेद कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। वहीं अब खबर आ रही हैं कि राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस पार्टी से नाराज हो गए हैं। कांग्रेस हाईकमान की ओर से नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने के फैसले से कैप्टन अमरिंदर सिंह खुश नहीं हैं और इन्होंने सोनिया गांधी को फोन कर अपनी नाराजगी जाहिर की है।
दरअसल नवजोत सिंह सिद्धू को संतुष्ट करने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने इन्हें पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने का फैसला लिया था। कांग्रेस हाईकमान को लगा की इस फैसले से सभी नेता संतुष्ट हो जाएंगे। लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके खेमे के नेताओं ने इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की।
गुरुवार शाम को सिद्धू को पार्टी का प्रदेश प्रधान बनाए जाने की खबर आने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को फोन किया था। सोनिया गांधी से कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कई देर तक बात की। सूत्रों के अनुसार अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी से कहा कि पंजाब में 2022 का विधानसभा चुनाव उन्हीं की नुमाइंदगी में लड़ा जाएगा। कैप्टन ने ये भी स्पष्ट किया कि पंजाब कांग्रेस का प्रधान भी उनकी मर्जी से ही बनेगा।
इस्तीफा देने को भी थे तैयार
पार्टी की ओर से नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस प्रधान बनाए जाने के फैसले से कैप्टन अमरिंदर सिंह इतना नाराज हो गए थे कि इनके इस्तीफे की खबर भी सामने आने लग गई थी। हालांकि कुछ देर बाद कैप्टन के मीडिया सलाहकार ने ट्वीट कर इस्तीफे की खबर को खारिज कर दिया। उन्होंने लिखा कि 2022 का विधानसभा चुनाव कैप्टन के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।
वहीं दूसरी तरफ कैप्टन के इस्तीफे की अटकलों के बीच गुरुवार शाम कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। नवजोत सिंह सिद्धू ने कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के चंडीगढ़ स्थित आवास में ये बैठक की। बैठक में मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, कैबिनेट मंत्री तृप्त रंधावा और परगट सिंह शामिल थे।
आज करेंगे सोनिया गांधी से मुलाकात
शुक्रवार को नवजोत सिद्धू दिल्ली आए हैं। यहां पर आकर ये पार्टी की अंतरिम प्रधान सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात करेंगे। इस दौरान पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत भी मौजूद रहेंगे। कहा जा रहा है कि इस मुलाकात के चलते सिद्धू रात भर नहीं सोए और सुबह 6 बजे ही पटियाला से दिल्ली रवाना हो गए। सोनिया गांधी और सिद्धू के बीच होने वाली ये मुलाकात बेहद ही खास होने वाली है। उम्मीद की जा रही है कि इस मुलाकात के दौरान कांग्रेस पार्टी कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
गौरतलब है कि नवजोत सिंह सिद्धू साल 2017 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे। कांग्रेस पार्टी में शामिल होने से पहले ये बीजेपी में हुआ करते थे। लेकिन मतभेद होने के कारण इन्होंने बीजेपी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने के कुछ समय बाद ये कांग्रेस में शामिल हुए थे।