सुधीर चौधरी: “कूड़े के ढेर में जला देना चाहिए मारे गए आतंकवादियों को “
आतंकवाद अब हमारी ज़िन्दगी का हिस्सा बन गया है। आए दिन हमें इसकी ख़बरें मिलती है।
सुधीर चौधरी एक जाने माने पत्रकार हैं, और उन्होंने अपनी आतंवादियों और आतंकवाद पर अपनी
दिलचस्प टिप्पणी करी है।
उनकी केंद्र सरकार की यह राय है, की आतंकियों के शवों को कूड़े के ढेर में जला देना चाहिए।
वैसे भी आतंकियों का कोई भी धर्म नहीं होता! इसलिए आतंकियों को ठिकाने लगाने के बाद,
उन्हें दफनाना नहीं चाहिए! चूँकि उनका कोई धर्म नहीं है, तो बेशक कोई फर्क नहीं पड़ता!
उनका कहना है कि जब हम एक आतंकी को दफनाते हैं, तो हम यह साबित कर देते है, की उसका
कोई मज़हब है। किसी भी देश में जब कोई आतंकी मारा जाता है, तो कोई भी देश उसकी
शनाफ्त करने से इनकार कर देता है। तो फिर ऐसी गुमनाम लाश के लिए चार फुट ज़मीन ज़ाया
करने की क्या ज़रुरत है।
जब हर देश आतंकियों को कूड़े के ढेर में जलाएगा, तो उन्हें यह सन्देश साफ़ साफ़ मिलेगा कि मरने
के बाद जन्नत तो बहुत दूर की बात जय, उन्हें तो दो गज़ ज़मीन भी नहीं नसीब होगी। और
एक आतंकी के कोई मानवाधिकार के नाते हक़ भी नहीं बनते है। आखिर क्यूँ हम अपनी पाक ज़मीन
का इस्तमाल इन आतंकियों को दफ़नाने के लिए करें। एक कढ़ा सन्देश हर आतंकी को मिलेगा, की
आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता।