गरीबी व कर्ज मुक्ति से मिल जाएगा छुटकारा, बस इस तरह से कर लें मां धूमावती की पूजा
माता धूमावती को पार्वती मां का उग्र रूप माना जाता है। मान्यता है कि मां धूमावती की पूजा करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। धूमावती माता को 10 महाविद्या में से एक माना गया है और इनकी पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में इनके रूप का वर्णन करते हुए लिखा गया है कि इनकी सवारी कौवा है। ये श्वेत वस्त्र धारण करती हैं तथा अपने केश खुले रखती हैं। इनके दर्शन मात्र से अभीष्ट फल की प्राप्ति होती है।
इनका अवतरण पापियों को दंड देने के लिए हुआ था। जो लोग सच्चे मन से माता धूमावती की पूजा करते हैं। मां उनकी रक्षा करती है। सच्चे मन से मां का नाम लेने से विपत्तियों से मुक्ति, रोग का नाश और युद्ध में विजय प्राप्ति होती है। जीवन में आने वाले सभी संकटों को भी मां नष्ट कर देती हैं।
जिन लोगों के जीवन में कोई परेशानी या कष्ट चल रहा है। उन लोगों को मां धूमावती का पूजन जरूर करना चाहिए। धूमावती की पूजा करते हुए हवन जरूर किया जाता है। कई लोग तो धूमावती जयंती के दिन घर में विशेष हवन भी करवाते हैं। ताकि उनकी परेशानियां और कष्ट दूर हो जाएं।
करें ये उपाय दूर हो जाएंगी परेशानियां –
1.यदि आप पर बहुत अधिक कर्ज हो गया है। तो उससे मुक्ति पाने के लिए इस उपाय को करके देखें। मां की पूजा करें और हवन करते हुए उसमें नीम की पत्तियां और घी को एक साथ डालें। ऐसे करने से कर्ज से मुक्ति मिल जाएगी।
2. किसी रोग से ग्रस्त होने पर या बड़े संकट से छुटकारा पाने के लिए हवन करते हुए उसके अंदर मीठी रोटी व घी जरूर डाल दें।
3.जिन लोगों के पास धन नहीं है व पैसे नहीं टिकते हैं। वो लोग गुड़ व गन्ने से हवन करें। ऐसा करने से गरीबी दूर हो जाएगी और धन से जुड़ी समस्या से निजात मिल जाएगी।
4. काल सर्प दोष और किसी ग्रह दोष से पीड़ित लोग ये उपाय करके देखें। इस उपाय को करने से ग्रह शांत हो जाएंगे और काल सर्प दोष भी दूर हो जाएगा। उपाय के तहत जटामांसी और कालीमिर्च से हवन करें।
5. सौभाग्य प्राप्ति के लिए हवन के दौरान ये कार्य जरूर करें। इस उपाय के तहत रक्तचंदन के लेप में शहद मिलाएं और इसमें जौ मिलाकर हवन करें। ऐसा करने से किस्मत खुल जाती है और सारे रोके हुए काम भी पूरे हो जाते हैं।
धूमावती माता का मंत्र –
धूमावती को प्रसन्न करने के लिए मां की पूजा करते हुए आप नीचे बताए गए मंत्रों का जाप जरूर करें। हवन के दौरान ये मंत्र पढ़ने से मां आसानी से प्रसन्न हो जाती हैं और हर कामना को पूर्ण कर देती हैं। धूमावती माता से जुड़े कुछ मंत्र इस प्रकार हैं।
ॐ धूं धूं धूमावत्यै फट्
ॐ धूमावत्यै विद्महे संहारिण्यै धीमहि तन्नो धूमा प्रचोदयात
धूम्रा मतिव सतिव पूर्णात सा सायुग्मे, सौभाग्यदात्री सदैव करुणामयि:
धूं धूं धूमावती ठ: ठ: