500 सौ रुपए के ख़र्च में सिटी मजिस्ट्रेट और सेना के मेजर ने रचाई शादी, समाज को दिया यह संदेश…
ना बैंड बाजा ना बारात सादगी से थामा एक-दूजे का हाथ। जानिए क्यों ख़ास है ये शादी...
शादियां किसी की भी हो। सब यही चाहते हैं कि उनकी शादी धूमधाम से हो, ताकि वह यादगार बन सकें। इतना ही नहीं, आपने यह भी सुना होगा कि सरकारी अफ़सर और राजनेता कैसे अपनी शादी में लाखों-करोड़ों रुपए तक ख़र्च कर देते है। लेकिन धार में बीते दिनों सिटी मजिस्ट्रेट और सेना के मेजर ने बेहद सादगी से काेर्ट में शादी की। जिसके बाद यह शादी चर्चा का विषय बन गई है। बता दें कि इस शादी में न तो बैंड-बाजा था और न ही बारात। बस यह शादी हुई तो सिर्फ़ फूल-माला व मिठाई के साथ। जिसके नाम पर मात्र 500 रुपए खर्च हुए। वहीं शादी के बाद सब रजिस्ट्रार कार्यालय में शादी का रजिस्ट्रेशन भी कराया गया। इस शादी के दौरान दूल्हा-दुल्हन के परिजन और स्टाफकर्मी शामिल हुए।
बता दें कि मूलरूप से भाेपाल की रहने वाली सिटी मजिस्ट्रेट शिवांगी जाेशी का रिश्ता दो साल पहले घर वालों ने भाेपाल में ही रहने वाले मेजर अनिकेत चतुर्वेदी के साथ तय किया था। अनिकेत सेना में मेजर हैं और वर्तमान में लद्दाख में तैनात हैं। काेराेना के चलते शादी दाे साल से टल रही थी। दोनों (शिवांगी और अनिकेत) ने घरवालों की सहमति से समाज में एक संदेश देने का भी निर्णय लिया। परिजनों की सहमति के बाद धार काेर्ट परिसर में सोमवार को बिना शोर शराबे और महंगे इंतजाम से दूर रहकर सादगी से कोर्ट मैरिज कर शादी का रजिस्ट्रेशन कराया गया।
बिना बैंड बाजा और बारात के थामा एक दूजे का हाथ…
बता दे कि सादगी के साथ विवाह के बंधन में बंधने वाले दंपति भोपाल के रहने वाले हैं। दोनों ही शादी में होने वाली फिजूलखर्ची के बिल्कुल खिलाफ हैं और इसलिए उन्होंने सादगी के साथ विवाह कर समाज के सामने एक मिसाल पेश की है। दोनों सब रजिस्ट्रार कार्यालय में शादी की और फिर भगवान धारनाथ के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया। सिटी मजिस्ट्रेट शिवांगी जोशी ने बताया कि शादी में फिजूलखर्ची से सिर्फ लड़की के परिवार पर ही बोझ नहीं पड़ता बल्कि पैसों का भी दुरुपयोग होता है। इसलिए उन्होंने समाज को एक संदेश देने का फैसला लिया था जिसमें पति अनिकेत चतुर्वेदी का उन्हें पूरा सहयोग मिला।
कोरोना दो साल से शादी में बन रहा था बाधक …
सिटी मजिस्ट्रेट शिवांगी जोशी ने बताया कि कोरोना के चलते शादी बीते 2 साल से टल रही थी। वो समाज को संदेश देना चाहती थीं और इसलिए दोनों परिवारों की सहमति के साथ उन्होंने बिना धूम धड़ाके और बारात व फिजूलखर्ची से बचते हुए कोर्ट मैरिज की। सिटी मजिस्ट्रेट शिवांगी ने लोगों से भी अपील की है कि वो भी शादियों में होने वाली फिजूलखर्ची को रोकें। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना में हमने बहुत से लोगों को खोया है। अभी भी संक्रमण पूरी तरह से गया नहीं है, इसलिए जरुरी है लोग कोरोना गाइडलाइंस का पालन करें और शादियों में फिजूलखर्ची न करें। इस शादी में दोनों अधिकारियों के परिजनों के अलावा कलेक्टर आलोक कुमार सिंह, एसडीएम सलोनी सिड़ाना सहित अन्य स्टाफ भी मौजूद रहा।