वहिदा रहमान के घर खाने पर गए थे राजकुमार। फ़िर खाने को नहीं लगाया हाथ। पूछने पर दिया था यह जवाब
हिंदी सिनेमा का एक बहुत ही मशहूर डायलॉग है कि, “जानी… हम तुम्हें मारेंगे और जरूर मारेंगे, पर बंदूक भी हमारी होगी और गोली भी हमारी होगी और वह वक्त भी हमारा होगा…।” इस डायलॉग के साथ ही आप यह जरूर समझ गए होंगे कि हम किसकी बात करने जा रहें हैं। चलिए नहीं समझें तो हम बता देते हैं कि हम किसकी बात करने जा रहें। जी हां बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक अभिनेता ऐसा भी था। जिनके जूतों की झलक भर से ही सिनेमा में तालिया गूंज उठती थी।
जिनके केवल “जानी” कहने भर से ही दर्शकों में उत्साह का संचार हो उठता था। इस अभिनेता की आवाज़ में एक रौबीलापन था। एक ठसक थी और डायलॉग डिलीवरी के बारें में तो पूछो ही मत! क्या शानदार तरीक़े से डायलॉग मारते थे। अब तो आप सभी समझ गए होंगे कि किसी बात चल रही है। बता दें कि जिनके बारे में हमने ऊपर इतने सारे क़सीदे पढ़ें। वो हैं फ़िल्म इंडस्ट्री के ‘राजकुमार’ यानी कि संवाद अदायगी के बेताज बादशाह कुलभूषण पंडित उर्फ राजकुमार।
बता दें कि राजकुमार बेहद मुंहफट आदमी थे। उनके दिल में जो भी आता था, उसे शब्दों का बाण बनाकर वह सामने वाले पर छोड़ देते थे। फ़िर ये यह भी नहीं सोचते थे कि सामने वाले पर इसका क्या असर पड़ेगा। आइए आज बात करते हैं संवाद के ‘राजकुमार’ यानी कि कुलभूषण पंडित उर्फ राजकुमार से जुड़े क़िस्से के बारे में…
बता दें कि राजकुमार से जुड़े एक किस्से का खुलासा सलमान खान के पिता सलीम खान ने ‘द कपिल शर्मा शो’ पर किया था। राजकुमार से जुड़ा ऐसा ही एक किस्सा यह भी है कि वहीदा रहमान और साधना के बुलाने पर वह डिनर पर गए थे, लेकिन वहां उन्होंने खाना नहीं खाया। वहीं जब एक्ट्रेस ने उन्हें खाने के लिए कहा तो उन्होंने अपने बेबाक अंदाज़ में जबरदस्त जवाब दे दिया। सलीम खान ने राजकुमार के बारे में बात करते हुए कहा कि, “फिल्म ‘उल्फत की नई मंजिलें’ की शूटिंग के दौरान वहीदा रहमान और साधना ने अपने घर पर राजकुमार को डिनर के लिए आमंत्रित किया।
जिसके बाद वह वहीदा रहमान के घर पहुंचे तो जरूर, लेकिन उन्होंने वहां कुछ भी नहीं खाया। डायनिंग टेबल तैयार था, साधना और वहीदा रहमान वहां मौजूद थी और डिनर भी शुरू हो चुका था। ऐसे में साधना ने राजकुमार से कहा कि राज साहब आपको खाना खाना चाहिए।” लेकिन सलीम खान बताते हैं कि साधना की बात को लेकर राजकुमार ने पहले मना कर दिया और कहा कि नहीं आप लोग खाइये। इसके बाद वहीदा रहमान और साधना ने दोबारा उनसे खाने के लिए कहा, लेकिन एक्टर ने फिर से मना कर दिया। ऐसे में वहीदा रहमान और साधना ने राजकुमार से कहा, “आप खाना तो खाते होंगे ना?”
ऐसे में सलीम खान आगे बताते है कि साधना और वहीदा रहमान की इन बातों को लेकर राज साहब ने जवाब दिया, “जानी हम खाना तो खाते हैं, मगर इसका मतलब ये नहीं कि कहीं भी कुछ भी खा लें।” बता दें कि राजकुमार के बेबाक अंदाज को लेकर खुद उनके बेटे ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि वह मुंहफट थे। वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक पार्टी में संगीतकार बप्पी लहरी राजकुमार से मिले। अपनी आदत के मुताबिक बप्पी ढेर सारे सोने से लदे हुए थे। बप्पी को राजकुमार ने ऊपर से नीचे तक देखा और फिर कहा वाह! शानदार… एक से एक गहने पहने हो, सिर्फ मंगलसूत्र की कमी रह गई है। कहते है कि उस वक़्त बप्पी का मुंह खुला का खुला ही रह गया था। राजकुमार साहब के ऐसे कई किस्से आज भी बॉलीवुड में मशहूर हैं।
वहीं एक अन्य किस्सा 1968 में आई फिल्म आंखें को लेकर भी है। जो राजकुमार से जुड़ा हुआ है। बता दें कि यह फिल्म तो धमेंद्र ने की थी पर किस्सा राज कुमार का है। हुआ यूं कि रामानंद सागर फिल्म में अपने दोस्त राज कुमार को कास्ट करना चाहते थे। वे उनके घर पहुंचे, कहानी सुनाई। लेकिन शायद राज कुमार को कहानी पसंद नहीं आई और उन्होंने अपने पालतू कुत्ते को आवाज लगाई। जैसे ही उनका डॉगी पहुंचा राज कुमार ने पूछा, ” क्या तुम रोल करना चाहते हो?
कुत्ते ने उनकी ओर देखा और गर्दन हिला दी।” इसके बाद राज कुमार रामानंद सागर की ओर मुड़े और कहा कि, ” देखा ये रोल तो मेरा कुत्ता भी नहीं करना चाहेगा।” रामानंद सागर उस वक्त वहां से चले गए और फिल्म धर्मेंद्र को ऑफर हुई और बॉक्स ऑफिस पर बहुत हिट रही। इसे धर्मेंद्र की अच्छी फिल्मों में गिना जाता है। वहीं इस घटना के बाद रामानंद ने कभी भी राज कुमार के साथ काम नहीं किया।