सूर्य का राशि परिवर्तन पड़ने वाला है इन राशि पर भारी और 5 राशि वालों को होने वाला है फायदा
हिन्दू धर्म में ज्योतिष का काफी महत्त्व होता है. ज्योतिष के आधार पर है कई लोग अपने काम करते है. शास्त्रों में भी ज्योतिष के लाभ के बारे में बताया गया है. इसी ज्योतिष में राशियों का भी बखान किया गया है. सूर्य देव 16 जुलाई को कर्क राशि में प्रवेश करने वाले है और इस राशि में ये 17 अगस्त 2021 तक स्थित रहेंगे. ज्ञात होकि सूर्य ग्रह के गोचर को संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है. सूर्य देव का कर्क राशि में प्रवेश यानी कर्क संक्रांति प्रकृति में ऋतु परिवर्तन का संकेत है. ज्योतिष विज्ञान की माने तो सूर्य भगवान जगत की आत्मा हैं. वे सभी ग्रहों के राजा माने गए हैं. इसके साथ ही इन्हें सिंह राशि स्वामी माना जाता है. मेष राशि में ये उच्च भाव में रहते हैं. सूर्य तुला राशि में ये नीच के माने जाते हैं.
बता दें कि उच्च भाव में ग्रह अधिक मजबूत और बलशाली रहते हैं. वहीं नीच राशि में ये कमजोर हो जाते हैं. सूर्य देव के कर्क राशि में गोचर से कुछ राशि के जातकों को परेशानी भी झेलनी पड़ सकती है. ज्योतिष विज्ञान की माने तो कर्क संक्रांति को छह महीने के उत्तरायण काल का अंत माना जाता है. इसके अलावा इस दिन से दक्षिणायन की शुरुआत होती है, यह स्थिति मकर संक्रांति तक रहती है. सूर्य देव इस दिन के बाद से ही दक्षिणायन में हो जाते हैं. इसके बाद सूर्य का उत्तरायण शुरू हो जाता है. इस दिन सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है.
राशिफल (Rashifal)
सभी राशियों पर कर्क संक्रांति का प्रभाव सामान रूप से देखने को मिलेगा. मगर कुछ राशियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत पड़ेगी. हम आपको उन्ही राशियों के बारे में बताने जा रहे है.
मेष राशि : सूर्य का राशि परिवर्तन होना मेष राशि वालों की कुछ मामलों में थोड़ी-बहुत परेशानी बढ़ा सकता है. इस दौरान आप अपनी छवि को लेकर सतर्क रहें. व्यवहारिक रूप से आपको अपयश की प्राप्ति हो सकती है. उपाय के लिए सूर्य देव की पूजा करें. पिता की सेवा करें.
मकर राशि : सूर्य के गोचर से आपके वैवाहिक जीवन में परेशानी आ सकती है. आपको बिजनेस में पार्टनरशिप से घाटा हो सकता है. इस वजह से आपके विवाह में देरी हो सकती है. इसके अलावा आपको पिता पक्ष की तरफ से कार्यक्षेत्र में समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
सिंह राशि : सिंह राशि वाले जातकों को अहंकार से दूरी बनाकर रहना चाहिए. सूर्य देव को अपनी राशि के ऊपर शुभ बनाने के लिए रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा करें और गायत्री मंत्र का जाप करें. अपनी वाणी को खराब न करें. अपने स्वभाव में विनम्रता बनाए रखें.
कुंभ राशि : देव गुरु बृहस्पति कुंभ राशि में वक्री होकर गोचर कर रहे हैं. इस दौरान विशेष सावधानी रखने की जरूरत है. इस राशि के जातक अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें. अपने धन का निवेश सोच समझ कर करें. बॉस से संबंध प्रभावित हो सकते हैं. बड़ों का सम्मान करें आदि.
कर्क संक्रांति का शुभ मुहूर्त (Surya Sankranti 2021), कर्क संक्रांति – 16 जुलाई 2021, शुक्रवार कर्क संक्रांति का पुण्य काल – प्रात: 05:34 से शाम: 05:09 तक रहेगा इसकी अवधि – 11 घण्टे 35 मिनट, कर्क संक्रान्ति महापुण्य काल – दोपहर 02:51 से शाम 05:09 तक , अवधि – 02 घण्टे 18 मिनट, कर्क संक्रान्ति का क्षण – शाम 05 बजकर 18 मिनट.