दिलीप कुमार के ज़नाज़े में शामिल होने के लिए रिक्शा चालक ने जोड़े थे 10 हज़ार रुपए, लेकिन नहीं हो सका शामिल
जिन्हें देखकर कई पीढ़ियों ने अभिनय सीखा और भारतीय सिनेमा को गौरवान्वित करने के साथ उसे समृद्ध बनाया। वह मकबूल सितारा और ‘ट्रेजेडी किंग’ के नाम से मशहूर दिलीप कुमार उर्फ़ यूसुफ खान अब दुनिया में नहीं रहे हैं। अब दिलीप कुमार जी की बची है तो सिर्फ़ यादें। जिन्हें याद करके उनके फैंस अपने आपको सांत्वना दे रहें हैं। बता दें कि दिलीप साहब ऐसे कलाकार थे। जिनके दीवाने देश के साथ ही विदेशों में भी थे। इतना ही नहीं कई सारे कलाकार ऐसे हैं, जो ‘ट्रेजेडी किंग’ को अपना प्रेरणास्रोत मानते थे।
अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, राजेंद्र कुमार और मनोज कुमार जैसे अभिनेताओं ने तो कई बार यह सच स्वीकार किया कि उन्हें फिल्मों में काम करने की प्रेरणा दिलीप साहब के अभिनय को ही देखकर मिली। मनोज कुमार ने तो अपना नाम भी दिलीप साहब द्वारा निभाए गए मनोज नाम के कैरेक्टर से प्रेरित होकर रखा था। वहीं दिलीप साहब का मेरठ शहर से काफी पुराना और गहरा रिश्ता रहा है। ऐसे में आइए जानते है एक ऐसी ही कहानी जो मेरठ और दिलीप साहब दोनों से जुड़ी हुई है।
जी हां हम आपको बता दें कि बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार (Dilip Kumar) का 07 जुलाई को निधन हो गया। अभिनेता को बुधवार शाम राजकीय सम्मान (गार्ड ऑफ ऑनर) के साथ अंतिम विदाई दी गई। एक्टर को मुंबई के सांताक्रूज कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। बॉलीवुड समेत हर कोई दिलीप साहब के जाने से दुखी है। दिग्गज कलाकर के निधन से उनके फैंस बहुत दुखी हैं। मेरठ में भी उनका एक फैन उनके निधन से बहुत दुखी है। मेरठ के रहने वाला शेर मोहम्मद उर्फ शेरू एक रिक्शा चालक है। जिन्होंने एक बार दिलीप साहब को अपने रिक्शे पर बैठाया था।
बीते दिन जब एक्टर के इस फैन तक उनके निधन की खबर पहुंची। तो शेरु का दिल टूट गया। बता दें कि इस रिक्शा चालक ने दस हज़ार रुपए जमा किए हुए थे। रिक्शा चला-चलाकर शेरु पैसे जोड़ता रहता था। जब-जब शेरु को दिलीप साहब के अस्पताल में भर्ती होने की खबर मिली वह दिन रात उनके लिए दुआ करते रहें। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शेरू ने खुद को इस बुरे दिन के लिए तैयार करके रखा था। शेरू ने सोचा हुआ था जब भी ऐसी कोई दुखद खबर मिलेगी। वह तुरंत हवाई जहाज की टिकट करके उनके जनाज़े में शामिल होंगे। उन्हें सुपुर्द-ए-खाक करते वक्त अपने हाथों से मिट्टी देंगे।
इस बुरे वक्त के लिए शेरू ने पूरे 10 हजार रुपए जोड़कर भी रखे हुए थे। लेकिन कोरोना की वजह से लॉकडाउन में शेरू की आर्थिक स्थिति ख़राब हो गई। परिवार की जरूरतें पूरी करने के लिए वह दस हजार रुपए ख़र्च हो गए। मेरठ के राशिद नगर के रहने वाले शेरू को आज इसी बात का अफसोस है कि वह दिलीप साहब के जनाज़े में शामिल नहीं हो पाए।
दिलीप साहब से मिलने के लिए शेरु ने मुंबई के कई चक्कर काटे है। एक बार वह अपने रिक्शे के साथ मुंबई पहुँच गए थे। शेरु एक बार दिलीप साहब को अपने रिक्शे की सवारी करवाना चाहते थे। अपने फैन का प्यार देख दिलीप साहब ने भी उन्हें निराश नहीं किया था। शेरु के पास एक तस्वीर भी मौजूद है जिसमें दिलीप साहब अपने इस फैन के रिक्शे पर बैठे हैं। उनके पास में सायरा बानो भी खड़ी हुई नजर आ रही हैं। सभी के चेहरे पर मुस्कुराहट भी है।