मथुरा के हालात देख हेमा मालिनी ने तोड़ी चुप्पी, कहा कृष्ण की इस नगरी में कंस ज्यादा पैदा हो गए हैं!
पूरे देश में उत्तर प्रदेश को अपराध का गढ़ कहा जाता है, इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि यहां हर घर में एक छोटा गुंडा रहता है। हालांकि पहले के मामले में अपराध कुछ कम हुआ है, लेकिन इसपर पूरी तरह से लगाम अभी भी नहीं लग पायी है। योगी सरकार अपनी तरफ से यूपी की दशा-दिशा सुधारने में जुटी हुई है।
पहले की अपेक्षा बढ़ गया है अपराध:
मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने मथुरा की हालत देखकर काफी दुःख जताया है। उन्होंने कहा कि पहले की अपेक्षा मथुरा में अपराध काफी बढ़ गया है। हेमा ने कहा कि वह प्रदेश की वर्तमान योगी सरकार से मिलकर इसपर विचार करेंगी और यहां के व्यापारियों को बेहतर सुरक्षा सुविधा मुहैया कराने की बात करेंगी। अभी हाल ही में 15 मई को मथुरा में दो शर्राफा व्यापारियों की हत्या करके बदमाशों ने लाखों के जेवरात लूट लिए थे।
उनके परिवार से मिलने के लिए हेमा उनके घर गयी हुई थीं। उन्होंने दोनों परिवार के लोगों से मिलकर उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया। उन्होंने यह भी कहा कि, “मैंने यह सपने में भी नहीं सोचा था कि मथुरा में ऐसा भी कुछ होगा। मैं तो यह सोचकर यहां आयी थी कि यह तो भगवान श्रीकृष्ण की नगरी है तो यहां कृष्ण का वास होगा। लेकिन अब मैं यहां देखती हूं तो ऐसा लगता है जैसे अब कृष्ण से ज्यादा यहां कंस पैदा हो गए हैं।“
घटना से दुखी है पूरा परिवार:
हेमा मालिनी ने कहा कि मैं केवल सांसद ही नहीं बल्कि एक औरत भी हूं, और इस घटना ने मुझे काफी दुखी किया है। दोनों व्यापारियों के घर के सभी सदस्य काफी दुखी हैं, उनमें कुछ छोटे-छोटे बच्चे भी हैं। जब से मुझे इस घटना का पता लगा है, तब से मैं लगातार उनसे संपर्क साधे हुए हूं। गोलीबारी के दौरान घायल हुए व्यापारियों और कारीगरों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनको सही इलाज नहीं मिल पाने के सवाल पर हेमा ने कहा कि हां, यह मैंने भी देखा कि मथुरा के अस्पतालों में डॉक्टर ही नहीं रहते हैं।
मथुरा के अस्पतालों की हालत है बहुत खराब:
घायलों के परिजनों ने मुझे बताया कि अस्पताल में ना ही डॉक्टर मिले और ना ही घायलों को लाने के लिए स्ट्रेचर। केवल यही नहीं जब परिवार वाले घायलों को इमरजेंसी वार्ड में लेकर पहुंचे तो वहां लाइट ही चली गयी। वहां बिजली की कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं है। मृत व्यापारियों के परिजनों में से एक ने दोषियों के लिए कड़ी सजा की मांग की है, जबकि दूसरे ने आश्रितों को मुआवजा और लूटा गया पूरा माल बरामद करने की बात सांसद हेमा मालिनी के सामने रखी।