सूर्यास्त के बाद नहीं करना चाहिए इन वस्तुओं का दान, नहीं तो माँ लक्ष्मी जाती हैं रूठ…
हिंदू धर्म में दान का विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि दो हाथों से किया गया दान हजारों हाथों से हमारे पास वापस लौटता है। जो हम देते है फलस्वरूप वहीं हमें मिलता है, इसलिए व्यक्ति को जीवन में दान-पुण्य अवश्य करना चाहिए। परंतु दान की महिमा तभी होती है जब वह दान निस्वार्थ भाव से किया गया हो, यदि किसी लालच वश या बदले में मिलने की भावना से आप दान करते हैं, तो उस दान का लाभ नहीं मिलता है। वहीं दान का अर्थ देंखें। तो इसका मतलब होता है- देने का भाव।
यदि हम कोई दान बिना मन के कर रहे हैं। तो भी वह दान लाभ की श्रेणी में नहीं आता है इसलिए हिन्दू शास्त्रों में कहा गया है कि दान हमेशा निश्चल और साफ मन से ही करना चाहिए। गीता में भी यही लिखा है कि, “कर्म करों परंतु फल की चिंता मत करो।” अर्थात् हमारा अधिकार केवल कर्म करने तक ही सीमित है, उसके फल पर हमारा कोई अधिकार नहीं है।
इतना ही नहीं, आज के युग में दान का महत्व इसलिए भी बढ़ रहा है, क्योंकि व्यक्ति दुनिया की भागदौड़ में आगे तो निकल रहा है। पर पीछे अपने संस्कार और सभ्यता को छोड़ता जा रहा है। इसलिए वर्तमान पीढ़ी को दान का महत्व समझना बेहद जरूरी है। अधिकतर लोगों को लगता है दान केवल धन का ही होता है, लेकिन हिन्दू धर्म में ऐसे कई दान है। जिसे करने से व्यक्ति पर ईश्वर की असीम कृपा बनी रहती है।
यह तो बात हुई दान और उससे जुड़े महत्व की, लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसी वस्तुओं के बारे में बताएंगे। जिनका दान सूर्यास्त (Sunset) और उसके बाद नहीं करना चाहिए और ग़लती से भी अगर ऐसी चीजों का दान करते हैं। तो यह अनिष्ट को आमंत्रित करने जैसा होता है। शाम को इन चीजों का दान करने से घर में दरिद्रता आती है। आइए जानते है कि ऐसी कौन-कौन सी चीजें जिनका सूर्यास्त के बाद दान नही करना चाहिए…
1) कई लोगों में दूसरों से चीजे मांगकर पहनने की आदत होती है। ज्योतिष के मुताबिक कभी भी दूसरों के कपड़े, जूते, घड़ी आदि नहीं पहनना चाहिए। इससे उस व्यक्ति की निगेटिव ऊर्जा आप में चली जाती है। इससे एलर्जी की समस्या भी हो सकती है। यदि सामान ले भी लिया है तो उसे शाम के समय न लौटाएं। खास करके घड़ी कभी भी शाम को न लौटाएं। यदि कोई आपसे आपकी घड़ी (Watch) मांगे तो भी शाम को न दें, वरना मुश्किल में पड़ सकते हैं।
2) सूर्यास्त के बाद कभी भी किसी को उधार भी न दें। कहते हैं कि मां लक्ष्मी शाम के समय ही घर पर आती हैं इसलिए उधार देने के लिए यह अनुचित समय है। वरना घर में दरिद्रता आ सकती है।
3) शाम के समय दान में या अड़ोस-पड़ोस में खट्टी चीजें भी किसी को न दें। जैसे- दही, अचार आदि। इससे आपके घर की लक्ष्मी उनके घर चली जाती है।
4) सूरज ढलने के बाद किसी को दान में नमक (Salt) और हल्दी न दे। ऐसा करने से भी धन हानि हो सकती है।
5) सूर्यास्त के बाद दूध का दान भी नहीं करना चाहिए। ऐसी मान्यताएं है कि दूध को माता लक्ष्मी और चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है। शाम के समय दूध का दान करने से घर में बरकत नहीं आती।
6) शाम के समय किसी को भी लहसुन और प्याज नहीं देना चाहिए। लहसुन और प्याज का संबंध केतु ग्रह से होता है। शाम के समय इन चीजों को देने से आपको समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
7) वास्तु शास्त्र के अनुसार शाम के समय में हल्दी दान करने से घर में बरकत नहीं होती है। हल्दी को गुरु का कारक माना जाता है। ऐसे में यह मान्यता है कि आपने जो दिया है उसमें बरकत नहीं होती है।