पति को राजा और घर को स्वर्ग बना देती है ऐसी स्त्री, लड़के ऐसी लड़की से ही करें शादी
भारतीय इतिहास के महान विद्वानों में से एक आचार्य चाणक्य ने कई ऐसी बातें बताई और कही है जो मानव जीवन में बहुत कारगर है. आचार्य चाणक्य की नीतियों का पालन कर व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है. आचार्य चाणक्य ने हर क्षेत्र से जुड़ी बातों के बारे में विस्तार से बताया है. ऐसे ही चाणक्य ने अपनी नीति में यह भी बताया है कि किस तरह की स्त्री से शादी करने से पुरुष का जीवन खुशहाल हो उठता है और उनका वैवाहिक जीवन सदैव सुखमय बना रहता है. आइए आज इस लेख में ऐसी स्त्री के बारे में आपको बताते हैं…
धार्मिक…
न केवल शादी के लिए धार्मिक स्त्री उचित है बल्कि हर आदमी को धार्मिक होना आवश्यक है. धर्म से जुड़ा व्यक्ति कभी गलत रास्ते पर नहीं चलता है और सदा सफ़लता की सीढ़ी चढ़ता है. अगर कोई पुरुष किसी धार्मिक स्त्री से विवाह करता है तो इससे निश्चित ही व्यक्ति का भाग्योदय हो जाता है. जिस घर में नित्य नियम पूजा- पाठ होती है वो घर किसी मंदिर से कम नहीं होता है.
संतोष रखने वाली स्त्री…
आचार्य चाणक्य ने संतोष रखने वाली स्त्री को भी श्रेष्ठ बताया है. चाणक्य के मुताबिक़, जो स्त्री संतोष रखती है और किसी भी परिस्थिति में संकट की घड़ी में सोच विचार कर काम करती है उससे उसका पति भी काफी खुश होता है.
धैर्यवान…
हर व्यक्ति को अपने जीवन में धैर्यवान बनना चाहिए. कहते है कि जल्दबाजी में किया गया काम कई बार मानव को परेशानी में डाल देता है. अतः थोड़ा रुककर, विचार कर काम करना ही बेहतर होता है. आचार्य चाणक्य का कहना है कि, जो पुरुष धैर्यवान स्त्री से शादी करता है वह स्त्री उसका भाग्य बदल देती है और दोनों के वैवाहिक जीवन में आनंद, सुख, समृद्धि बनी रहती है.
क्रोध न करने वाली स्त्री…
क्रोध यानी कि गुस्सा को मानव का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है. क्रोध भीतर ही भीतर इंसान को खोखला बनाने काम काम करता है और क्रोध को जितना काबू किया जा सके उतना बेहतर होता है. आचार्य चाणक्य बताते हैं कि, किसी को भी बेहद क्रोधित नहीं होना चाहिए. खासकर महिलाओं को लेकर तो चाणक्य का मत है कि महिलाओं को गुस्सा नहीं करना चाहिए. चाणक्य ने बताया है कि जो स्त्री क्रोध न करें उससे शादी करने से व्यक्ति का भाग्य बदल जाता है. जिस घर में क्रोध करने वाले लोग नहीं होते हैं वहां पर भगवान का वास होता है. वो घर किसी स्वर्ग से कम नहीं होता है. ऐसे घर में किसी तरह की परेशानी या समस्या भी नहीं आती है.
मधुर वचन बोलने वाली स्त्री…
मीठी बोलने वाली तो कोयल भी लोगों का मन मोह लेती है फिर मीठा बोलने वाली स्त्री कैसे नहीं किसी पुरुष के दिल पर राज करेगी. मानव की सबसे बड़ी पहचान उसकी बोली से ही होती है और अगर वाणी मधुर हो तो फिर कहने ही क्या. आचार्य चाणक्य बताते है कि व्यक्ति को हमेशा मधुर वचन बोलने चाहिए. वहीं ऐसी स्त्री किसी भी पुरुष के भाग्य को उदय कर सकती है.