सूरज का बढ़ रहा वेग, धरती बन रही है भट्टी। जानिए दुनिया के सबसे गर्म 10 शहरों में कैसा है जीवन?
दुनिया के कई शहर बन रहें भट्टी, जानिए क्या है इसके पीछे की वज़ह...
स्कूल के दिनों में हम सभी ने यह पढा है कि पृथ्वी पर जीवन चक्र अच्छे से चलता रहें। इसके लिए कई ऋतुएं पाई जाती हैं। हर ऋतु का अपना एक महत्व होता है, लेकिन मानव की बढ़ती लालसा और पर्यावरण के प्रति सरकार और समाज की अनदेखी अब कहीं न कहीं भारी पड़ने लगी है। जी हां वैसे तो प्रकृति ने मनुष्य को सभी प्रजातियों में सबसे अधिक बुद्धिमान बनाया है।
मनुष्य फिर भी अपने स्वार्थ के कारण कदम दर कदम पर पर्यावरण को नष्ट करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा हैं। हमारा अस्तित्व उस वातावरण पर निर्भर करता है, जिसमें हम रहते हैं और हम उसी से खिलवाड़ कर रहे हैं। जिसकी वज़ह से दिन चढ़ते ही सूरज की गर्मी से धरती गर्म तवा बनने लगी है और हवा जैसे आग उगल रही है।
बता दें कि गर्मी का मौसम हर वर्ष आता है लेकिन इस बार गर्मी ने अपना प्रचंड रूप दिखाया है। केवल भारत की ही बात करें, तो यहां बीते दिनों करीब 50 से ज़्यादा शहरों का पारा 45 डिग्री से ऊपर रहा है। देश की राजधानी दिल्ली सहित आधे से ज्यादा देश में गर्मी का भीषण प्रकोप जारी है। एक तरफ आसमान आग उगल रहा है तो दूसरी तरफ धरती उबल रही है। दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा के साथ साथ उत्तर भारत के कई राज्यों में गर्मी ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
मालूम हो कि केवल भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में इस बार गर्मी ने अपने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। साइबेरिया को दुनिया का सबसे ठंडा प्रांत माना जाता है। जून में भी यहां का औसत तापमान माइनस 11 डिग्री रहता है लेकिन इस साल गर्मी ने यहां 120 साल का रिकॉर्ड तोड़ा दिया है। जी हां आपने सही सुना। सोचिए जब दुनिया के सबसे ठंडे क्षेत्र की यह स्थिति है। फिर बाक़ी का क्या हाल होगा? वही आर्कटिक की ओर से चली तेज हवाओं ने इस ठंडे प्रांत का तापमान 48 डिग्री तक पहुंचा दिया है। हीट वेव के कारण कनाडा में पड़ रही भीषण गर्मी ने पिछले 10 हजार साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। यहां ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत का पारा 49.44 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया है। इस भीषण गर्मी ने यहां एक दिन में 230 लोगों की जान ले ली।
इस बढ़ती गर्मी के बीच आपके लिए ये जानना जरूरी है कि दुनिया के किन शहरों में इस वक्त सबसे ज्यादा गर्मी पड़ रही है तो आइए जानते है ऐसे ही कुछ क्षेत्रों के बारे में जहां सूरज के सितम का सामना वहां के लोगों को करना पड़ रहा है…
बैंकॉक…
बता दें कि आज के समय में विश्व मौसम विज्ञान संगठन के अनुसार बैंकॉक दुनिया का सबसे गर्म शहर है। यहां किसी खास मौसम में भीषण गर्मी नहीं पड़ती बल्कि लगातार पूरे साल यहां गर्मी पड़ती रहती है। शहर का औसत वार्षिक तापमान 29 डिग्री सेल्सियस है तथा यहां का उच्चतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रहता है।
टिंबकटू…
वही मालूम हो कि सहारा रेगिस्तान के दक्षिणी छोर पर स्थित अफ्रीकी शहर टिंबकटू भी दुनिया के सबसे गर्म शहरों में से एक है। माली स्थित इस शहर की गर्म व शुष्क जलवायु में उच्चतम तापमान 54.5 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है।
अहवाज़…
सूरज के प्रचंड वेग का सामना ईरान का अहवाज़ शहर भी कर रहा है। बता दें कि करुन नदी के किनारे बसा एक औद्योगिक शहर है। इसका औसत तापमान जुलाई के दौरान लगभग 46 डिग्री सेल्सियस तक होता है। ये इस शहर के लिए सबसे गर्म महीना है। यहां का उच्च तापमान 54 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। लगातार रेत और धूल भरी आंधी और जुलाई से सितंबर तक बारिश न होने के कारण यहां का तापमान बढ़ जाता है।
कुवैत…
कुवैत का तापमान जून से अगस्त तक 42 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहता है। यही कारण है कि इसका नाम दुनिया के सबसे गर्म शहरों की सूची में रखा गया है। यहां रात के समय कुछ हद तक राहत मिलती है। कुवैत शहर का उच्चतम तापमान 54 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है। यहां हर साल औसतन सिर्फ 19 दिन बारिश होती है।
जैकोबाबाद…
पाकिस्तान के कई इलाके दुनिया भर में अपनी भीषण गर्मी के लिए जाना जाता है। जैकोबाबाद नामक शहर इसी इलाके में आता है। इन दिनों यहां का तापमान 52 डिग्री के आसपास चल रहा है। पाकिस्तान का दावा है कि उसका ये शहर दुनिया का सबसे गरम शहर है। 2017 में यहां का तापमान 53 डिग्री सेल्सियस से ऊपर था।
फलोदी…
पिछले साल तक राजस्थान के चुरू को भारत का सबसे गरम शहर माना जा रहा था लेकिन इस साल जोधपुर जिले का शहर फलोदी ने चुरू को गर्मी के मामले में पीछे छोड़ दिया है। चुरू का उच्चतम तापमान जहां 50 डिग्री सेल्सियस तक रहा है वहीं फलोदी ने 51 डिग्री को छू लिया है।
अजीजिया…
लीबिया के जाफरा जिले का यह शहर दुनिया के सबसे गर्म स्थानों में से एक गिना जाता है। यहां के तापमान को देखते हुए कहा जा सकता है कि ये रहने लायक जगह नहीं है। 1922 में यहां का अधिकतम तापमान 58 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। हालांकि वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल आर्गेनाइजेशन (World Meteorological Organization) ने इस दावे पर सवाल उठाए थे। लेकिन इसके बावजूद यह बात सच है कि यहां भीषण गर्मी पड़ती है। यहां का औसतन तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है।
फीनिक्स…
अमेरिका के एरिजोना के इस शहर में 1981 और 2010 के बीच हर साल 107 दिनों तक 38 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। यहां का उच्चतम तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है।
माराकेच…
माराकेच का उच्चतम तापमान 49 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया है। इस शहर में सबसे ज्यादा गर्मी जुलाई और अगस्त में पड़ती है। इसका औसतन तापमान 36 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहता है। यहां सर्दियों के महीने में भी 27 डिग्री सेल्सियस तक तापमान दर्ज किया गया है।
इसके अलावा देश-दुनिया में कई ऐसे शहर है। जहां भीषण गर्मी पड़ती है। ग्लोबल वार्मिंग की बढ़ती मार की वज़ह से भीषण गर्मी से देश-दुनिया सभी जगह के लोग जूझ रहें हैं, लेकिन मानव प्रवृत्ति है हुजूर यह बदलने वाली नहीं। सूरज कितना भी प्रचंड वेग क्यों न कर लें लेकिन यह मानव समाज कहाँ सुधरने वाला?