भगवान श्रीकृष्ण को अतिप्रिय है वैजयंती माला, जानें इसे पहनने के नियम और बेहतरीन फायदें
दुनिया का सबसे बड़ा धर्म सनातन धर्म को माना जाता है. सनातन धर्म में कई तरह की मान्यताएं है. इसके साथ ही हिंदू धर्म में वैजयंती माला का काफी महत्व माना जाता है. वैजयंती माला को काफी पूजनीय माना जाता है. इसके बारे में प्राचीन ग्रंथों में भी काफी कुछ बताया गया है. शास्त्रों की माने तो यह माला धरा ने श्रीकृष्ण को भेंट स्वरुप दी थी. इसलिए भगवान श्रीकृष्ण को भी यह माला अतिप्रिय है. इस माला का प्रयोग पूजा-पाठ, यज्ञ, हवन तन्त्र व अन्य सात्विक साधनों में भी किया जाता है.
ज्योतिष शास्त्र की माने तो इस पवित्र माला को कोई भी व्यक्ति धारण कर सकता है. मगर जो लोग वैष्णव व लक्ष्मी भक्त होते हैं उनके लिए यह माला बेहद ही शुभफलदाई मानी जाती है. आज हम आपको इस माला को धारण करने की विधि व इसके फायदे के बारे में बताते है.
इस माला को धारण करने की विधि
इस माला को पहनने के लिए शुक्ल पक्ष का प्रथम शुक्रवार शुभ माना गया है. इसके लिए सुबह स्नान करके ‘ऊं नमः भगवते वासुदेवाय’ मन्त्र का108 बार यानी 1 माला का पूरा जाप करे. इसके बाद किसी मंदिर में गरीबों , बेसहारा को मीठा भोजन आदि खिलाएं. उसके बाद इस माला को धारण करें.
विवाह में आने वाली बाधाएं भी इससे दूर होती है
अगर किसी भी लड़के या लड़की की शादी नहीं हो रही है तो उससे वैजयंती माला से ‘ऊं नमः भगवते वासुदेवाय’ मन्त्र का 108 बार जाप करवाएं. इसके बाद केले के पेड़ की पूजा करें. इससे आपकी शादी में आने वाली सभी तरह की समस्याएं दूर होकर आपकी जल्द से जल्द शादी होगी. इससे जल्द ही शहनाई बजेगी.
आकर्षण के लिए भी
भगवान श्रीकृष्ण हर किसी का मन मोह लेते हैं. इस वजह से उन्हें मोहन भी कहा जाता है. इस तरह से व्यक्ति को वैजयंती माला को धारण करने से व्यक्ति का आकर्षण भी बढ़ जाता है. इससे आपके शत्रु भी मित्र बनने लगते हैं. इससे कार्यों में सफलता मिलने के साथ समाज में मान-सम्मान बढ़ने लगता है. साथ ही आपको मानसिक सुकून की प्राप्ति भी होती है.
आत्म-विश्वास बढ़ाने के काम आता है
आपने कई बार देखा होगा परीक्षा के दिनों में बच्चे को डर लगता है. ऐसे में उन्हें वैजयंती माला पहनाएं. ऐसे में डर व संकट के समय गहरी सांस लें और छोड़े. इसके बाद उस माला पर हाथ फेरे. इससे आपका मन का डर दूर होकर आत्मविश्वास बढ़ेगा. इसके साथ ही यह मानसिक शांति के काम भी आता है. जिन लोगों का मन अक्सर विचलित रहता है या फिर अन्य कामों में ध्यान नहीं लगता हो. इन लोगों को मंगलवार के दिन वैजयंती माला भी धारण करनी चाहिए. इससे आपके मन में सकारात्मक ख्याल आने लगेंगे.
शरीर में नई स्फूर्ति व चेतना पाने के लिए
इसके साथ ही वैजयंती माला को किसी शुभ मुहूर्त में श्रीकृष्ण जी का ध्यान करके पहनना चाहिए. मान्यता है कि इससे शरीर में नई स्फूर्ति व चेतना का संचार होता है. इससे व्यक्ति में धैर्य व साहस आता है. इससे लोगों की परेशानी की समस्या भी दूर होती है. वे इस माला से 2100 बार ‘ऊं नमः भगवते वासुदेवाय’ मन्त्र का जाप करें. इसके बाद इस माला को गले में धारण करें. इससे परेशानी दूर होगी.