मां की इस मन्नत को पूरा करने 17 साल बाद गांव गए थे सुशांत, मुंडवा लिया था अपना सिर – Pics
‘सुशांत सिंह राजपूत’ ये नाम सुनकर आज भी आँखें नम हो जाती हैं। सुशांत इस दुनिया में नहीं हैं और उनकी कमी हमे हर दिन खलती है। वे एक बेहतरीन अभिनेता थे। एक ऐसा एक्टर जो इंडस्ट्री के बाकी सितारों से काफी अलग और कही ज्यादा टेलेंटेड था। एक्टिंग के अलावा सुशांत और भी कई चीजों में माहिर थे। जैसे वे प्लेन उड़ा सकते थे, इंजीनियर थे, एकसाथ दोनों हाथों से लिख सकते थे, उनका दिमाग काफी शार्प था और नए नए आइडियाज खोजते रहते थे। उन्हें आध्यात्म में भी काफी रुचि थी।
गौरतलब है कि सुशांत ने 14 जून 2020 को अपने अपार्टमेंट में फांसी लगा खुदखुशी कर ली थी। उन्होंने आत्महत्या जैसा बड़ा कदम क्यों उठाया था ये आज तक रहस्य ही बना हुआ है। वहीं कुछ लोगों का अभी भी यही मानना है कि ये सुसाइड नहीं बल्कि मर्डर था। अब सच क्या है ये किसी को नहीं पता है। लेकिन जो बात पता है वह यह कि सुशांत को लोग दिल से चाहते हैं। इसकी एक वजह सुशांत का नेक दिल इंसान होना भी था। वह जमीन से जुड़े व्यक्ति थे। इतना नाम और शोहरत हासिल करने के बाद भी उनमें रद्दी भर घमंड नहीं था।
सुशांत कोई स्टार किड नहीं थे, लेकिन फिर भी उन्होंने जिस तरह से बॉलीवुड में मुकाम हासिल किया वह कबीलेतारीफ था। उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत साल 2008 में ‘किस देश में है मेरा दिल’ नामक टीवी सीरियल से की थी। हालांकि उन्हें असली लोकप्रियता ‘पवित्र रिश्ता’ सिरियस से मिली। इसके बाद उन्होंने फिल्मों में हाथ आजमाया। 2013 में उनकी डेब्यू फिल्म ‘काई पो छे’ आई। यह फिल्म दर्शकों को बहुत पसंद आई। इसके बाद वह ‘शुद्ध देसी रोमांस’ में दिखाई दिए।
हालांकि उनके करियर की सबसे सफल मिल 2016 में आई ‘एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ थी। इस फिल्म ने उन्हें सुपरस्टार बना दिया। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही थी। फिल्म में उनके अभिनय की बहुत तारीफ हुई थी। इस फिल्म के लिए सुशांत ने क्रिकेट खेलना भी सीखा था। प्रैक्टिस करते करते वे एक बेहतरीन बल्लेबाज भी बन गए थे। फिर सुशांत ने कुछ और फिल्में की और 2019 में एक और हिट फिल्म ‘छिछोरे’ दी। सुशांत की अंतिम फिल्म ‘दिल बेचारा’ थी जो साल 2020 में रिलीज हुई थी। ये फिल्म उनकी मौत के बाद आई थी। इस फिल्म को देख दर्शक बड़े इमोशन हो गए थे।
सुशांत को अपनी मां से बहुत लगाव था। वे अपने परिवार में अकेले बेटे थे। उनकी तीन बहने हैं। सुशांत सभी में छोटे थे। सुशांत बड़ी मन्नतों के बाद पैदा हुए थे। बेटे के लिए उनकी मां ने मन्नत मांगी थी। उनकी मां की एक और मन्नत थी कि यदि मेरे बेटे के जीवन में सबकुछ सही रहेगा तो वह उसके साथ मंदिर आकर सुशांत का मुंडन करवाएंगी। हालांकि इस मन्नत को पूरी करने के पहले ही सुशांत की मां का देहांत हो गया। ऐसे में सुशांत अपनी मां की मन्नत पूरी करने 17 साल बाद 2019 में गांव गए थे। यहाँ उन्होंने अपना मुंडन भी करवाया था। इस दौरान सभी गांव वालों ने सुशांत को बहुत प्यार दिया। वह भी सभी के साथ बड़े प्रेम भाव से मिले जुले। उन्होंने सबके साथ काफी बेहतरीन समय बिताया था।