सूर्यदेव को जल चढ़ते समय उसमें मिला दें ये 4 चीजें, बड़ी से बड़ी मनोकामना भी पूर्ण होगी
सूर्य ग्रह को सभी ग्रहों का राजा कहा जाता है। हिन्दू धर्म में हम सूर्य को देव के रूप में पूजते हैं। कहते हैं यदि आप सूर्यदेव को प्रसन्न कर दें तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए उन्हें रोज सुबह जल चढ़ाना लाभकारी होता है। ऐसे करने से सूर्यदेव की कृपा आपके ऊपर बनी रहती है। आपके सभी दुखों का खात्मा होता है और आपकी हर मनोकामना समय पर पूर्ण होती है।
धर्म और ज्योतिष शास्त्र (Astrology) दोनों में ही सूर्य देव (Surya Dev) को जल चढ़ाने के लाभ का जिक्र मिलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यदि आप इस जल में कुछ खास चीजें मिला दें और फिर सूर्य को अर्घ्य दें तो आपको और भी अधिक लाभ मिलता है। ऐसा करते समय आप एक विशेष मंत्र का जाप भी कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि सूर्य को जल चढ़ाते समय आपको उसमें क्या क्या मिलाना चाहिए।
सूर्य देव को अर्पित करने वाले जल में मिलाएं ये चीजें
अक्षत: चावल को अक्षत भी कहा जाता है। हिन्दू धर्म में जब भी कोई शुभ कार्य या पूजा पाठ होता है तो अक्षत का इस्तेमाल जरूर किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र की माने तो सूर्य को जल अर्पित करते समय यदि उसमें अक्षत के कुछ दाने मिला दिए जाए तो बहुत लाभ होता है। ऐसा करने से जीवन में दुख नहीं रहता और इंसान सुखी रहता है। इसके अलावा इस उपाय से घर में लड़ाई झगड़े भी बंद हो जाते हैं और शांति बनी रहती है।
रोली: सूर्य को चढ़ाने वाले जल में रोली भी मिला देना चाहिए। ऐसा करने से सूर्य ग्रह से जुड़े सभी दोष समाप्त हो जाते हैं। इसके अलावा आपकी सेहत भी अच्छी रहती है। यह उपाय करने से आपे शरीर में खून का संचार भी अच्छे तरीके से होता है। यदि आपके घर में कोई बार बार बीमार पड़ता है तो उससे यह उपाय जरूर करवाए। उसकी सेहत में सुधार आ जाएगा।
फूल: देवी देवताओं के पूजन में फूलों का इस्तेमाल भी बहुत होता है। मान्यता है कि भगवान को फूल अत्यंत प्रिय होते हैं। इसलिए जब आप सूर्यदेव को जल अर्पित करें तो उसमें फूल भी शामिल कर दें। ऐसा करने से आपके सभी कार्य बिना किसी बाधा के समय पर पूर्ण होंगे।
मिश्री: हिन्दू धर्म में भगवान को अक्सर मिश्री का प्रसाद चढ़ाया जाता है। इस भोग को स्वीकार कर भगवान खुश हो जाते हैं। इसलिए आप इसे सूर्य को अर्पित करने वाले जल में भी मिला सकते हैं। ऐसा करने से आपको सूर्य देवता का आशीर्वाद मिलेगा और आप हर कार्य में सफलता का स्वाद चख सकेंगे।
सूर्य को जल चढ़ाते समय जपे ये मंत्र
सूर्य देव को जल अर्पित करते समय यदि आप एक मंत्र का जाप कर दें तो और भी अधिक लाभ मिलता है। ये मंत्र है – ‘ॐ सूर्याय नमः’। इसके अलावा आप गायत्री मंत्र का उच्चारण भी कर सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र की माने तो इन मंत्रों के उच्चारण से सूर्य ग्रह संबंधी दोष समाप्त होते हैं। ये मंत्र सूर्यदेव को प्रसन्न कर देता है।