पहली शादी के बाद भी मुलायम सिंह का इस महिला से था शारीरिक सम्बंध। जिसके पुत्र है प्रतीक यादव…
सपा नेता मुलायम सिंह यादव अपनी पार्टी कार्यकर्ता ही दे बैठे थे दिल, बाद में क़बूला रिश्ता, लेकिन ...
राजनीति से जुड़ाव रखने वाला बच्चा-बच्चा तक मुलायम सिंह यादव के नाम से परिचित है। बता दें कि शिक्षक और पहलवानी का दांव-पेंच लड़ा चुके मुलायम सिंह यादव भारतीय राजनीतिज्ञ होने के साथ ही साथ समाजवादी पार्टी के संस्थापक हैं। इनका जन्म 21 नवंबर 1939 को उत्तर प्रदेश के सैफई में हुआ था। मुलायम सिंह यादव तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं जबकि एक बार भारत के रक्षा मंत्री का पद भी संभाल चुके हैं। मुलायम सिंह यादव फिलहाल उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ लोकसभा सीट से सांसद हैं। वहीं मुलायम सिंह यादव की शिक्षा की बात करें तो उनके पास बीए, बीटी और एमए की डिग्रियां हैं। इनके बेटे अखिलेश यादव 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे।
यह तो बात हुई मुलायम सिंह यादव के सार्वजनिक जीवन की। जिसे हर कोई जानता और समझता है, लेकिन मुलायम सिंह यादव से जुड़ा एक क़िस्सा ऐसा भी है। जिसे 2007 तक तो कोई भी नही जानता था। सिवाय मुलायम सिंह यादव के। जी हां यह अभी भी बहुत कम लोगों को पता होगा कि एक समय सपा सुप्रीमों रहें मुलायम सिंह यादव का शादी के बाद भी एक महिला से सम्बंध था। बता दें कि जब मालती देवी से उनकी शादी हो रही थी। उस समय भी मुलायम सिंह यादव का ‘साधना गुप्ता’ से संबंध था। जिससे इनका एक बेटा प्रतीक यादव भी है। 2007 से पहले इस संबंध को कोई नहीं जानता था। सुप्रीम कोर्ट में संबंध स्वीकारने के बाद यह बात सार्वजनिक हुई थी।
ऐसे में बता दें कि मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने दो शादियां की है। पहली पत्नी का नाम मालती देवी (Malti Devi) तो दूसरी पत्नी का नाम साधना गुप्ता (Sadhana Gupta) है। वहीं अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) मालती देवी के बेटे हैं। साधना गुप्ता लखनऊ में रहती हैं। वह अपने ससुराल सैफई से हमेशा दूरी बना कर रखती हैं। मालूम हो कि साधना गुप्ता भी इटावा की ही रहने वाली हैं। 2003 में पहली पत्नी के निधन के बाद मुलायम सिंह यादव ने उन्हें सार्वजनिक तौर पर पत्नी का दर्ज़ा दिया था।
जानकारी के लिए बता दें कि साधना गुप्ता मुलायम सिंह के संपर्क में आने से पहले ही शादीशुदा थीं। उनका तलाक हो चुका था। पहले पति से उनके एक बेटा है। जिसका नाम प्रतीक यादव है। मुलायम और साधना के रिश्तों के बारे में जब सपा नेता के परिवार को पता चला तो घर के अंदर से काफी विद्रोह हुआ था। अखिलेश यादव भी पिता के इस फैसले से काफी नाराज हुए थे। जिसके बाद इस विवाद का हल ये निकला कि साधना गुप्ता लखनऊ ही रहेंगी और सैफई कभी नहीं आएंगी।
वर्तमान में साधना फिलहाल लखनऊ में ही रहती हैं और मुलायम सिंह यादव भी उनके साथ ही रहते हैं। इतना ही नहीं साधना गुप्ता अपने ससुराल की शादियों से भी दूर ही रहती हैं। हाल ही में मुलायम परिवार में शादी थी उस शादी से भी वह नदारद थीं। हाँ बशर्तें की साधना गुप्ता का शिवपाल यादव और उनकी पत्नी सरला यादव से बहुत अच्छी बॉन्डिंग है। शायद इसीलिए वह शिवपाल के इकलौते बेटे आदित्य की शादी में शरीक होने सैफई गई थी।
कौन है साधना गुप्ता?…
बता दें कि साधना गुप्ता समाजवादी पार्टी में एक छोटी कार्यकर्ता थी। साधना पहले से शादीशुदा थी और उनके पति फर्रुखाबाद जिले में व्यापारी का काम करते थे। लेकिन बाद में वह उनसे अलग हो गई और 1980 के दौरान वह पार्टी से जुड़ी और उसके बाद मुलायम सिंह यादव उन्हें दिल दे बैठे। 1982 में जब मुलायम लोकदल के अध्यक्ष बने, उस वक्त साधना पार्टी में एक छोटी कार्यकर्ता थी। मुलायम जब राजनीति के शिखर पर थे, उस वक्त उनकी जिंदगी में साधना गुप्ता का आगमन हुआ। पहली ही मुलाकात में नेताजी अपने से 20 साल छोटी साधना को अपना दिल दे बैठे और यहीं से इन दोनों का प्यार शुरू हुआ।
बता दें कि वर्षों तक साधना और मुलायम सिंह की प्रेम कहानी चोरी छिपे चलती रही। उसके बाद 2003 में मुलायम की पत्नी के मौत के बाद अमर सिंह ने साधना और मुलायम के रिश्ते को एक बार फिर हवा दी। साल 2007 में मुलायम सिंह यादव ने आय से अधिक सम्पति के मामले में सीबीआई की जांच से बचने के लिए यह स्वीकार किया कि साधना गुप्ता उनकी दूसरी पत्नी हैं और उनका एक पुत्र प्रतीक यादव भी है। इसी के बाद पूरे देश को पता चला कि मुलायम की एक और पत्नी और उनसे एक बेटा है।