कोरोना के बढ़ते प्रकोप से दुनिया का हर एक देश परेशान है. ऐसे में मंगोलिया की सरकार ने अपने देश की जनता से वादा किया है कि गर्मी आते आते देश कोरोना के खिलाफ जंग में एक बड़ी जीत हासिल कर लेगा. वहीं बहरीन ने कहा कि देश में कुछ महीनों के बाद ही हालात काबू में आ जाएंगे. इसका कारण है कि वहां वैक्सीनेशन काफी तेजी से चल रहा है. छोटे द्वीप सेशेल्स ने घोषणा कर दी कि देश में वैक्सीनेशन पूरी रफ्तार के साथ चल रहा है. ये तीनों देश, उन दर्जनभर देशों में शामिल हैं, जिन्होंने चीन से वैक्सीन लिया है. मगर अब इन देशों की स्तिथि काफी दयनीय हो चुकी है. ऐसा इसलिए क्योकि चीन की वैक्सीन फ़ैल हो चुकी है.
वैक्सीनेशन के बाद कोरोना वायरस से जहां इन देशों को आज़ादी मिलनी चाहिए थी, वहां ये देश बुरी तरह से कोविड-19 की चपेट में आते जाते जा रहे है. जबकि इन देशों की आबादी बिहार या उत्तर प्रदेश जितनी भी नहीं है. मगर इनका काफी नुकसान हो रहा है. बता दें कि पिछले साल चीन ने वैक्सीन अभियान तेज़ी से चलाया था और लोगो को विश्वास दिलाया था कि चीनी वैक्सीन कारगर है.
अब एक खबर के मुताबिक जिन देशों में चायनीज वैक्सीनेशन किया गया है, वहां फिर से कोरोना फ़ैल रहा है साथ ही वैक्सीन लेने वाले लोगों की जान भी ले रहा है. ज्ञात हो कि सेशेल्स, चिली, बहरीन और मंगोलिया जैसे देशों में 50 प्रतिशत 68 प्रतिशत तक वैक्सीनेशन किया जा चुका है. आपको बता दें कि इन देशों ने वैक्सीनेशन को लेकर अमेरिका समेत कई विकसित देशों को काफी पीछे छोड़ दिया है. ज्ञात होकि ये चारों देश वैक्सीनेशन की लिस्ट में टॉप-10 में शुमार होते है. बावजूद इसके इन देशों में तेज़ी से कोरोना फ़ैल रहा है.
अमेरिका में 45 प्रतिशत से ज्यादा आबादी को टीका लग चुका है. ज्ञात हो कि अमेरिका में फाइजर-बायो एन टेक और मॉडर्ना वैक्सीन से टीकाकरण हो रहा है. इसी वजह से अमेरिका में पिछले 6 महीने में कोरोना वायरस संक्रमण में 94 प्रतिशत की कमी आई है. इजरायल भी अपने आप को वायरस फ्री राष्ट्र घोषित कर चुका है. वहीं दुनिया के 90 देश चीन की वैक्सीन का इस्तेमाल कर रहे है. जबकि चीन अपनी वैक्सीन डिप्लोमेसी का फायदा उठाना चाहता है और वो काफी तेजी से वैक्सीन का निर्माण करते हुए जरूरतमंद देशों तक वैक्सीन दे रहा है.
बता दें कि भारत अभी विदेशों में बिल्कुल भी वैक्सीन नहीं दें रहा है. वहीं, चीन काफी आक्रामक तरीके से इस महामारी का फायदा उठाने में लगा हुआ है. जिन देशों में चीन से लेकर वैक्सीन लगवाई है उन देशों में काफी तेजी से संक्रमण फ़ैल रहा है. इन देशों में काफी तेजी से बढ़े संक्रमण के ग्राफ को लेकर चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अपने बयान में कहा कि ‘वैक्सीन और संक्रमण बढ़ने के बीच किसी तरह की कोई लिंक नहीं है साथ ही डब्ल्यूएचओ भी चीनी वैक्सीन पर अपनी मुहर लगा चुका है.’
आपको बता दें कि अमेरिका में लगाईं जा रही वैक्सीन की कारगरता का दर 90 फीसदी से अधिक है. वहीं चीन की वैक्सीन 51 प्रतिशत कारगर है. चीनी वैक्सीन कंपनियों ने भी अपने क्लिनिकल आंकड़े जारी नहीं किये है.