एक ऐसा भारतीय अरबपति जिसकी कंपनी एक डॉलर में बिक रही। आख़िर क्यों हो रहा ऐसा…
ऐसा बिजेनस टायकून जिसकी स्थिति हुई ख़राब। अब एक डॉलर में बेचनी पड़ रही कम्पनी...
जिंदगी का एक बड़ा अजीबोगरीब फ़लसफ़ा है। हम ऊंचाइयों के शिखर पर तो बड़ी मुश्किल से पहुँचते है, लेकिन अगले ही क्षण कब नीचे गिर जाएं यह पता नहीं होता है। आपने भी अपने आस-पड़ोस में कई ऐसे लोगों को देखा होगा जिनको ऊपर उठने में तो काफ़ी समय लगा होगा लेकिन जब जिंदगी ने करवट ली होगी तो ज़मीन पर गिरते देर नहीं लगी।
आज हम ऐसे ही एक शख़्स की बात करने जा रहें। जो एक समय भारत के रईसों की फेहरिस्त में शामिल रहे। उनकी गिनती चंद अरबपतियों में की जाती रही, लेकिन एकाएक ऐसा हवा का झोंका आया कि इस अरबपति को अपनी सम्पत्ति एक डॉलर में बेचनी पड़ी। अब ऐसे में आप सोच रहें होंगे कि हम किसकी बात कर रहें। तो चलिए ज़्यादा देर इस पहेली को अबूझ नहीं रखते।
जी हां हम बात कर रहें है बीआर शेट्टी (B. R. Shetty) की। बीआर सेठी यूनाइटेड स्टेट अरब अमीरात से अपना व्यापार संभालते हैं। इनकी कंपनी फिनाब्लर पीएलसी इस समय मात्र $1 में बिक रही है। जिस कंपनी की मार्केट में वैल्यू डेढ़ बिलियन पाउंड हुआ करती थी। आज वह इतने सस्ते दामों में बेची जा रही है। अब सोचने वाली बात यह है कि कम्पनी को एक डॉलर यानी क़रीब 74 रुपए में क्यों बेचना पड़ा रहा। तो बता दें कि बीआर शेट्टी के सितारें पिछले वर्ष से ही डूबना चालू हो गए थे। उनपर अरबों डॉलर का कर्ज़ है। वही भारत और यूएई (UAE) की सरकारों द्वारा फर्जीवाडे के कई मामले भी दर्ज है। शेट्टी की फाइनेंस क्षेत्र से जुड़ी कंपनी फिनाब्लर ने ग्लोबल फिनटेक इन्वेस्टमेंट होल्डिंग के साथ समझौता कर लिया है। ग्लोबल फिनटेक को ही बीआर शेट्टी की कंपनी अपनी सारी संपत्ति बेचने जा रही है।
बीआर शेट्टी की सफलता की कहानी…
बीआर शेट्टी (B.R. Shetty) ने अपने कैरियर की शुरुआत 70 के दशक में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के तौर पर की थी। 1970 में उन्होंने पहली बार भारत मे एनएमसी हेल्थ की शुरुआत की थी। इसके बाद ये कंपनी देश की पहली ऐसी कंपनी बनी। जो लंदन स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हो सकी। 70 के दशक में ही अमेरिका डॉलर लेकर वो यूनाइटेड अरब अमीरात पहुँच गए। वहां उन्होंने UAE एक्सचेंज, यूके की एक्सचेंज कंपनी ट्रेवलेक्स तथा कई छोटे-छोटे पेमेंट सोलुंशनस प्रोवाइडर्स तथा शेट्टी की फिनाब्लर के साथ मिलकर 2018 में सार्वजनिक हुई। जहां उन्होंने हॉस्पिटेलिटी, फॉर्मास्यूटिकल उत्पाद बनाने वाली कंपनी और रियल स्टेट में काम करना शुरू कर दिया और सफ़लता के मुकाम को छुआ।
एक रिपोर्ट के बाद बदल गई क़िस्मत…
बीआर शेट्टी को मड्ड़ी वाटर रिसर्च के फाउंडर और शॉर्ट सेलर कारसन ब्लॉक ने एक हेल्थ सेक्टर से जुड़ी एक रिपोर्ट प्रकाशित की। इस रिपोर्ट में बताया गया कि शेट्टी की कंपनी एनएमसी हेल्थ पर सम्पत्ति को फ़र्ज़ी दिखाया गया है और उन्होंने इस कंपनी से जुड़ी कई सम्पत्तियों की चोरी भी की है। इस रिपोर्ट का असर ये हुआ कि इस कंपनी को लंदन स्टॉक एक्सचेंज से हटा दिया गया। यहां से हटने के कुछ दिन बाद ही कंपनी ने बताया कि उसपर 5 अरब डॉलर का कर्ज़ है।