इन तीन राशियों पर बरसती है शनिदेव की कृपादृष्टि, जानिए आपकी राशि इसमें तो शामिल नहीं…
हिन्दू धर्म में ज्योतिष का बड़ा महत्व है। कोई भी शुभ काम बिना भगवान का नाम लिए शुरू नहीं होता। बता दें कि इसी ज्योतिष के अनुसार बारह राशियां होती है और हर राशि का अपना एक स्वामी ग्रह होता है। जिस ग्रह की चाल का असर इन राशियों पर अवश्य पड़ता है। इतना ही नहीं, ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह का विशेष महत्व माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार शनिदेव न्याय के देवता हैं। इन्हें कर्मफलदाता कहा जाता है क्योंकि ये मनुष्य को उसके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं।
जहां देवताओं में शनिदेव को ‘न्यायधीश’ का दर्जा दिया गया है तो वहीं शनिदेव का नवग्रहों में भी विशिष्ट स्थान प्राप्त है। इनकी कृपा दृष्टि से रंक भी पल भर में राजा बन जाता है तो वही यदि ये क्रोधित हो जाएं तो राजा को भी रंक बनते देर नहीं लगती है। हर व्यक्ति चाहता है कि शनिदेव की कृपा उसके ऊपर बनी रहे ताकि उसके जीवन में दिक्कतें न आएं और सुख-समृद्धि एवं तरक्की प्राप्त होती रहे, लेकिन ज़रूरी तो नहीं कि शनि की सब पर दयादृष्टि ही बनी रहें, क्योंकि वह तो कर्म फ़लदाता है। ऐसे में हम यहां बात उन तीन राशियों की करने जा रहे हैं। जिन पर शनि देव की हमेशा कृपा रहती है, लेकिन यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि शनि की इन प्रिय तीन राशियों पर भी आज़कल शनि की साढ़े साती और शनि ढैय्या की चल रही है।
तुला राशि…
इस राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र और शनि ग्रह आपस में मित्रता का भाव रखते हैं। ज्योतिष के अनुसार ये शनि की उच्च राशि मानी गई है। इसलिए इस राशि के लोगों पर इनकी विशेष कृपा रहती है। शुक्र और शनि के शुभ प्रभाव से इन लोगों को जीवन में तमाम सुख सुविधाएं मिलती हैं। ये लोग काफी मेहनती और ईमानदार होते हैं। जिसकी बदौलत इस राशि के लोग जीवन में बहुत कुछ अर्जित कर पाते हैं। बता दें कि तुला राशि वालों पर इस समय शनि की ढैय्या चल रही है। वहीं अगर इस राशि के जातक मेहनती हों और गरीबों की सहायता करने वाले हों तो उनको सफलता निश्चित ही मिलती है। ऐसी मान्यताएं भी हैं।
मकर राशि…
शनि देव स्वयं इस राशि के स्वामी ग्रह हैं। इसलिए इस राशि वालों पर इनकी विशेष कृपा बरसती है। मकर राशि के जातक काफी बुद्धिमान और समझदार होते हैं। ये कड़ी मेहनत करके सबकुछ हासिल कर सकते हैं। इस राशि के जातकों पर शनि देव की विशेष कृपा रहती है जिस कारण ये लाइफ में खूब तरक्की भी करते हैं। बता दें मकर राशि वालों पर शनि साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है और इस समय शनि इस राशि में वक्री अवस्था में विराजमान है।
कुंभ राशि…
मकर के साथ ही शनि देव इस राशि के स्वामी ग्रह भी हैं। इसलिए इस राशि वालों पर शनि देव विशेष तौर पर मेहरबान रहते हैं। इन जातकों का स्वभाव सरल और ईमानदार होता है। ये लोग हर विषय पर गंभीरता से सोचते हैं और सफलता पाने की भी हर संभव कोशिश करते हैं। मेहनत करने में इस राशि के लोग कोई कसर नहीं छोड़ते। बता दें कि कुंभ राशि वालों पर इस समय शनि साढ़े साती का पहला चरण चल रहा है।
वहीं इस राशि के लोग किसी को धोखा आदि नहीं देते हैं। न्याय प्रिय देवता शनि इसी वजह से इस राशि के लोगों पर अपनी अच्छी दृष्टि रखते हैं। कुंभ राशि के लोग मानवीय और परोपकारी होते हैं। ये लोग समाज की भलाई के लिए कुछ भी कर सकते हैं। यही वजह है कि शनिदेव को यह राशि बेहद पसंद है।
ऐसे कर सकते हैं शनिदेव को प्रसन्न…
भले ही शनि देव की इन तीन राशियों पर कृपादृष्टि रहती है, लेकिन अभी तुला, मकर और कुंभ तीनों राशियों पर शनि की साढ़ेसाती या तो शनि की ढ़ैय्या चल रही है। ऐसे में उन्हें प्रसन्न करने की विशेष जरूरत है। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए इन तीनों राशियों के जातक को अपने कर्मों में सुधार के साथ ही दान करना चाहिए। इसके साथ ही दया भाव भी दिखानी चाहिए। कहा जाता है कि मंत्रों के जाप से भी शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसलिए शनिवार को शनि देव की कृपा पाने के लिए भक्त को स्नान करके साफ-सुथरे वस्त्र धारण करना चाहिए। साथ ही मंत्रों का जाप करना चाहिए। इसके अलावा दान देने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। ऐसे में अगर तीनों राशि के जातक थोड़ा भी शनि देव को प्रसन्न करने की कोशिश करेंगे तो वह ज़्यादा प्रसन्न हो जाएंगे क्योंकि ये राशियां उनकी पसंदीदा राशियां है। बस तुला, कुंभ और मकर राशि को अरदास लगाने की ज़रूरत भर है, उसके बाद स्वयं उनके ऊपर से साढ़े साती और ढ़ैय्या का प्रभाव कम हो जाएगा।