फादर्स डे के एक दिन पहले पिता ने खोई बेटी, जिस कार पर लिखवाया था बच्ची का नाम उसी ने ली जान
बच्चे बड़े चंचल होते हैं। उनके अंदर बहुत जिज्ञासा होती है। इसलिए उनका हर पल ध्यान रखना पड़ता है। यदि हम उन पर 24 घंटे नजर न रखे तो वे खुद को किसी हादसे का शिकार भी बना सकते हैं। एक छोटी सी लापरवाही जान की दुश्मन बन जाती है। अब ऐसा भी नहीं है कि माता पिता अपने बच्चों का बिल्कुल भी ख्याल नहीं रखते हैं। लेकिन जब किस्मत में कुछ बुरा होना लिखा होता है तो वह बस हो जाता है। फिर हम मातम मनाने के सिवाय कुछ नहीं कर सकते हैं। अब मध्य प्रदेश के इंदौर शहर की इस घटना को ही ले लीजिए। यहां एक पिता ने जिस कार पर बेटी का नाम लिखवाया था, उसकी कार के नीचे आकर बच्ची की मौत हो गई।
दरअसल ये पूरा मामला इंदौर शहर के अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र के भविष्यनिधि एनक्लेव कॉलोनी का है। यहां राहुल उपाध्याय अपनी साढ़े 3 साल की बेटी श्रीनिधि के साथ रहते थे। परिवार में बच्ची की मम्मी, दादी और चाचा भी है। राहुल भविष्य निधि विभाग में पदस्थ हैं। राहुल के पास टाटा सफारी गाड़ी है। इस गाड़ी पर पिता ने प्यार से अपनी बेटी का नाम लिखवा रखा है। वैसे तो राहुल रोज ही अपनी गाड़ी साथ ले जाते हैं, लेकिन शनिवार के दिन परिवार को किसी काम से बाहर जाना था इसलिए उन्होंने अपनी गाड़ी घर ही छोड़ दी थी।
शनिवार को दोपहर में करीब 3:30 बजे परिवार ने कहीं जाने का प्लान बनाया। बताया जा रहा है कि पहले बच्ची के पिता ने अपने परिवार को कहा था कि वह सब रविवार को चलेंगे, लेकिन परिवार ने शनिवार को ही जाने की जिद की। ऐसे में राहुल के भाई यानि बच्ची के चाचा अंकुश उपाध्याय को परिवार ने गाड़ी से ले जाने को कहा। अंकुश बाहर जाने के लिए गाड़ी पार्किंग से बाहर निकाल ही रहे थे कि तभी 3 साल की निधि अचानक कार के पीछे आ गई। अंकुश को निधि के आने का पता नहीं चला और उनसे गलती से गाड़ी निधि के सिर के ऊपर चढ़ गई। इस हादसे में बच्ची ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
इस हादसे के दौरान बच्ची की मम्मी और दादी भी वहीं कार निकलने के इंतजार में खड़े थे। बच्ची को अपनी आँखों के सामने खून से लथपथ देख दादी बेहोश हो गई और वहीं मम्मी का रो रोकर बुरा हाल हुआ। जल्द ही आस पड़ोस के लोग भी आ गए और सभी बच्ची को अस्पताल ले गए। यहां अन्नपूर्णा पुलिस ने बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है।
परिवार अभी सदमे में और कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। फादर्स डे के एक दिन पहले ही यह हादसा हुआ है। पिता ने सोच था कि वह फादर्स डे अपनी बेटी के साथ मनाएंगे। लेकिन अफसोस की उनके शनिवार को घर से निकलने के आधे घंटे बाद ही यह हादसा हो गया। बेटी ने अपने पिता को मौत के आधा घंटे पहले आखिरी बाय भी किया था। इस घटना से आप भी सबक ले और अपने बच्चों पर हमेशा नजर रखें।