राहुल गाँधी जबतक पार्टी में रहेंगे तब तक नहीं बढ़ेगी पार्टी, जानिए क्या है पूरा मामला…
Assam में Congress को लगा झटका, MLA रूपज्योति कुर्मी ने दिया इस्तीफा।
आज के समय में कांग्रेस की जो स्थिति दिख रही। वह सच में दयनीय है। आज के समय में कांग्रेस सचमुच का डूबता जहाज़ प्रतीत हो रहा है। जिससे कूदकर भागने वाले नेताओ की एक लम्बी फ़ेहरिस्त है। इसी में अब नया नाम असम में कांग्रेस के विधायक रूपज्योति कुर्मी का जुड़ गया है। जिन्होंने असम में विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस को एक बड्स झटका दिया है।
बता दें कि रूपज्योति कुर्मी ने पार्टी से और विधानसभा से शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया है और कहा कि वह जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे। विपक्षी दल कांग्रेस के लिए यह एक बड़ा झटका है। मारिअनी विधानसभा सीट से विधायक कुर्मी ने विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी को यहां उनके कार्यालय में इस्तीफा सौंपा। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी अपना इस्तीफा दे चुके हैं। बता दें की कुर्मी चार बार के विधायक रह चुके है।
राहुल गाँधी नेतृत्व करने में असमर्थ…
रूपज्योति कुर्मी का आरोप है कि कांग्रेस पार्टी युवाओं की आवाज सुन नहीं रही। रूपज्योति कुर्मी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस आलाकमान युवाओं को नहीं सुनना चाहते हैं, इसलिए सभी राज्यों में पार्टी की स्थिति बिगड़ती जा रही है। इसी दौरान रूपज्योति कुर्मी ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी नेतृत्व करने में असमर्थ हैं, अगर वह कांग्रेस की कमान संभालते हैं तो पार्टी आगे नहीं बढ़ेगी।
I’m leaving Congress as High Command in Delhi & Guwahati leaders give priority to elderly leaders only. We’d told them Congress has good chance of coming to power this time & we shouldn’t forge alliance with AIUDF as it would be a mistake. It indeed was: Assam MLA Rupjyoti Kurmi pic.twitter.com/kknIWOHUzM
— ANI (@ANI) June 18, 2021
इतना ही नहीं रूपज्योति कुर्मी ने कहा कि इस बार असम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पास जीतने का अच्छा मौका था। इस बारे में उन्होंने आलाकमान को भी अवगत कराया था, लेकिन पार्टी ने एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन करके सब गड़बड़ कर दिया। कुर्मी ने आरोप लगाया कि आलाकमान अभी तक बुजुर्ग नेताओं को ही प्राथमिकता देता रहा है। युवाओं की बात वह नहीं सुनना चाहते हैं।
चार बार से विधायक हैं कुर्मी…
इस बीच कांग्रेस ने कुर्मी को ‘‘उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों’’ के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया है। असम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन बोरा ने एक वक्तव्य में कहा कि इस फैसले को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति ने मंजूरी दी है। बोरा ने पूर्व विधायक राणा गोस्वामी की अगुवाई में तीन सदस्यीय दल बनाया है जो मारिअनी क्षेत्र में जाकर वहां राजनीतिक हालात का जायजा लेगा। बता दें कि कुर्मी चाय बागान श्रमिक समुदाय से आते हैं। वह कांग्रेस के मंत्री रह चुके रूपम कुर्मी के पुत्र हैं तथा मरिआनी क्षेत्र से 2006 से चुनाव जीतते रहे हैं।
निजीकरण का विरोध करते हुए काटी थी हथेली…
कांग्रेस विधायक कुर्मी ने साल 2019 में असम विधानसभा में कैचर और जगरोड में दो पेपर मिलों के निजीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान रूपज्योति कुर्मी ने अपने बाएं हाथ की हथेली काट ली थी। साथ ही राज्य सरकार का विरोध जताते हुए एक सफेद कागज पर खून से नारे लिखे थे। हालांकि, बाद में उन्होंने इस घटना के लिए माफी मांगी थी। जानकारी बता दें की अपने एक वक्तव्य में कुर्मी ने बताया है की वह 21 जून को बीजेपी में शामिल होंगे।