बुजुर्ग की पिटाई के मामले में ट्विटर इंडिया के MD को पुलिस ने भेजा नोटिस, दाढ़ी बनी मुसीबत…
भारतीय संविधान और क़ानून को ताक पर रखने वाले ट्विटर इंडिया की मुश्किलें बढ़ती ही नज़र आ रही है। एक तरफ़ तो सरकारी संरक्षण ख़त्म होने के बाद उसके शेयर लगातार नीचे लुढ़कते जा रहें। वहीं दूसरी तरफ़ गाजियाबाद में बुजुर्ग की पिटाई और दाढ़ी काटने के मामले में ट्विटर पर एक्शन का दायरा बढ़ता जा रहा है। गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर को लीगल नोटिस भेजा है और सात दिनों के भीतर पुलिस स्टेशन आकर बयान दर्ज कराने को कहा है। बता दें कि ट्विटर पर आरोप है कि, “बुजुर्ग की पिटाई का वीडियो वायरल होने से समाज में गलत संदेश गया और ट्विटर ने इसे लेकर कोई एक्शन नहीं लिया और इसे वायरल होने दिया।”
समाचार एजेंसी एएनआई (ANI) के मुताबिक, लोनी में बुजुर्ग की दाढ़ी काटने की घटना में भड़काऊ वीडियो ट्रेंड होने को लेकर पुलिस ने ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी को नोटिस भेजा है, जिसमें कहा गया है कि उन्हें सात दिन के अंदर लोनी बॉर्डर थाने में आकर अपना बयान दर्ज कराना होगा। यह नोटिस जांच अधिकारी की ओर से जारी किया गया है। गौरतलब हो कि ट्विटर को यह नोटिस मुंबई स्थित कार्यालय के पते पर भेजा गया है।
Ghaziabad Police sent legal notice to Managing Director of Twitter India over viral video of an elderly man in Loni being assaulted with the intent of “provoking communal unrest”
The MD has been asked to come to the Police Station Loni Border & record the statement within 7 days pic.twitter.com/u5Ct8Omq6l
— ANI UP (@ANINewsUP) June 18, 2021
जानकारी के लिए बता दें कि लोनी बॉर्डर थाना के जांच अधिकारी द्वारा ट्विटर इंडिया के हेड मनीष माहेश्वरी को ये नोटिस सीआरपीसी (CRPC) की धारा 160 के तहत भेजा है। नोटिस में पुलिस ने कहा है कि, ” समाज में घृणा और विद्वेष फैलाने वाले संदेशों का ट्विटर ने कोई संज्ञान नहीं लिया और सामाजिक सौहार्द को प्रभावित करने वाले कार्य व लेख को बढ़ावा दिया। साथ ही ट्विटर ने वीडियो को वायरल होने दिया।” जिस वज़ह से ट्विटर इंडिया को लीगल नोटिस भेजा गया है।
वहीं बता दें कि पुलिस का कहना है कि बुजुर्ग की पिटाई और दाढ़ी काटने के मामले में ट्विटर के खिलाफ दर्ज मुकदमे की सभी धाराएं जमानती हैं। इसलिए उनमें गिरफ्तारी नहीं होगी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी की जरूरत भी नहीं है। हालांकि पूछताछ में सभी आरोपियों को व्यक्तिगत तौर पर हाजिर होना पड़ेगा। इसलिए पुलिस ट्विटर और न्यूज़ वेबसाइट ‘वायर’ के अलावा अन्य आरोपियों को उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी कर रही है।
इतना ही नहीं पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने बताया कि बुधवार की देर रात पुलिस ने इस मामले में तीसरा मुकदमा दर्ज किया है। लोनी बॉर्डर कोतवाली के दरोगा नरेश सिंह ने यह मुकदमा सपा नेता उमेद पहलवान के खिलाफ दर्ज कराया है। उन्होंने अपनी तहरीर में बताया है कि उमेद पहलवान विवादित मामले में फेसबुक लाइव कर रहे थे। इसके बावजूद फेसबुक ने न तो फैक्ट चेक किया और न ही इसे प्लेटफार्म से हटाने का प्रयास किया है। दूसरी ओर, ट्वीटर के खिलाफ दर्ज मुकदमे में बुधवार रात ट्विटर को मेल के जरिए जारी पहले नोटिस का जवाब नहीं मिला है। इसमें पुलिस ने वीडियो वायरल करने वालों की सूची मांगी थी। साथ ही इसमें पूछा था कि कितने लोगों ने वीडियो वायरल करने के बाद अपना ट्वीट डिलीट किया। इसके साथ ट्विटर के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिम्मेदार व्यक्ति की जानकारी मांगी गई थी। कुल- मिलाकर देखें तो आने वाले समय में ट्विटर की मुसीबतें और बढ़ सकती है, क्योंकि उसने कहीं न कहीं भारतीय संविधान और क़ानून से टकराने की कोशिश की है। जिसकी वज़ह से उसने सरकारी संरक्षण खो दिया है और अब ऐसे में जब भी कोई मामला ट्विटर की तरफ़ से देश और समाज के खिलाफ जाएगा तो उसे उसका खामियाजा अवश्य भुगतना पड़ेगा।