छापेमारी पर लालू की बौखलाहट, लिखा – ‘छापा तो हम 2019 में मारेंगे’
नई दिल्ली – 1000 करोड़ की बेनामी संपत्ति के आरोप पर घिरे लालू यादव ने सीना ठोकर कहा है कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया। बीजेपी मुझे बदनाम करने की साज़िश कर रही है। जांच से मुझे कोई डर नहीं। लालू यादव ने कहा कि 22 जगह छापेमारी की गई ऐसा कहा गया, लेकिन कहां हुई, ये तो बताइए? छापे की बात से मेरी इमेज को नुकसान पहुंचा है। लालू ने आज बीजेपी और आरएसएस पर ट्वीट के जरिये निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि बीजेपी और आरएसएस के लोगों सुनो, चाहे मेरी जो भी स्थिति हो, लालू तुमको दिल्ली की कुर्सी से उतारेगा। मुझे धमकाने की हिम्मत मत करो। Lalu Prasad yadav on it raids.
लालू बोले, छापा तो हम मारेंगे 2019 में –
Listen, BJP/RSS people, Lalu will drag you off your seat in Delhi, whatever be my situation. Get it straight..Don’t u dare to threaten me..
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 19, 2017
दरअसल, बेनामी संपत्ति के मामलों में आयकर विभाग ने बीते दिनों नई दिल्ली समेत दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में छापेमारी की थी। ये छापेमारी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के ठिकानों पर हुई थी। जिसे लेकर आज लालू ने एक के बाद एक कई ट्वीट किया है। लालू ने अपने ट्वीट में भाजपा और मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
छापा..छापा…छापा…छापा..छापा…किसका छापा? किसको छापा? छापा तो हम मारेंगे 2019 में। मैं दूसरों का हौसला डिगाता हूँ, मेरा कौन डिगाएगा? https://t.co/Mzbu5e2mqL
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 19, 2017
आयकर विभाग की छापेमारी पर लालू प्रसाद यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है कि, छापा..छापा…छापा…छापा..छापा…किसका छापा? किसको छापा? छापा तो हम मारेंगे 2019 में। दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा है, मैं दूसरों का हौसला डिगाता हूं, मेरा कौन डिगाएगा?
सुशील मोदी के खुलासे के बाद लालू के यहां पड़े छापे –
अचक डोले..कचक डोले..खैरा-पीपल कभी ना डोले
(मतलब मुझे कोई डिगा नहीं सकता). अंगद की तरह पैर गाड़ के खड़ा हूँ।BJP को चैन से नहीं रहने दूँगा
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 19, 2017
छापेमारी के बाद ऐसा माना जा रहा है कि लालू प्रसाद यादव के यहां ये छापे भाजपा नेता सुशील मोदी द्वारा अवैध संपत्ति को लेकर किये गए खुलासे की वजह से पड़े हैं। गौरतलब है कि सुशील ने इस मामले में करीब 40 दस्तावेज पेश किए थे। जिसपर प्रतिक्रिया देते हुए नीतीश कुमार ने भी अपने बयान में कहा था कि अगर इस मामले में विपक्ष के पास कोई सबूत है तो वो जांच करा ले।
आपको बता दें कि इससे पहले मंगलवार को लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर बीजेपी को नए अलायंस पार्टनर्स के लिए मुबारक दी थी, जिसके बाद बिहार की राजनीति में हलचल मच गई थी। इस ट्वीट के बाद अंदेशा लगाया जा रहा था कि गठबंधन पर खतरा है। लालू ने कहा है कि मैं बीजेपी के सरकारी तंत्र और सरकारी सहयोगियों से नहीं डरता।