इन 5 राशियों पर है शनि की बुरी नज़र, चल रही है साढ़े साती और ढैय्या, इन उपाय से मिलेगी शांति
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार उन लोगों को अपने जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिन पर शनि की बुरी नजर पड़ती है. जबकि शनि की अच्छी दृष्टि काफी फायदेमंद होती है. शनि की साढ़े साती और शनि की ढैया से पीड़ित लोगों को जीवन में काफी परेशानी आती है. आइए आज ऐसे में जानते हैं कि किन राशि के लोगों पर शनि साढ़े साती और शनि ढैय्या चल रही है. साथ ही जानेंगे कि इस दौरान पीड़ित जातकों को क्या उपाय करना चाहिए.
शनि साढ़े साती किन राशि के लोगों पर है ?
शनि साढ़े साती से धनु, मकर और कुंभ राशि वाले लोग पीड़ित है. इन सभी राशियों पर शनि की साढ़े साती चल रही है. बता दें कि, किसी भी राशि पर शनि साढ़े साती तीन चरणों में होती है. इस समय धनु राशि वालों पर शनि साढ़े साती का आख़िरी यानी कि तीसरा चरण चल रहा है. धनु राशि वालों को 29 अप्रैल 2022 को छुटकारा मिल जाएगा. इससे वहीं मकर राशि वालों पर शनि साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है. जबकि को,बह राशि की बात की जाए तो कुंभ राशि वालों पर शनि साढ़े साती फिलहाल पहले चरण में है.
शनि ढैय्या किन राशि के लोगों पर है ?
वहीं अब बात शनि ढैय्या की करें तो शनि ढैया से दो राशि के जातक पीड़ित है. ये दो राशियां है मिथुन और तुला. आपको जानकारी के लिए बता दें कि, इन दोनों राशियों को शनि ढैय्या से मुक्ति 29 अप्रैल 2022 को शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही मिल जाएगी.
शनि की शांति के उपाय…
जिस भी राशि के लोग शनि की साढ़े साती या फिर शनि ढैय्या से पीड़ित है और वे चाहते हैं कि वे इस दौरान हर संकट से बचे रहे और उन्हें इनके बीच शांति मिले तो उन्हें कुछ जरूरी उपाय जरूर अपनाने चाहिए.
– शनि की साढ़े साती या फिर शनि ढैय्या से पीड़ित जातक महामृत्युंजय और शनि मंत्र का जप करें.
– शनि की साढ़े साती या फिर शनि ढैय्या से पीड़ित जातक अगर भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा और उनकी आराधना करती हैं तो उन्हें शनि के दोषों से छुटकारा मिलता है.
– शनिवार का दिन शनि महाराज का दिन होता है. अतः इस दिन विशेष रूप से शनि से संबंधित चीजों का दान करें. यह काफी कारगर उपाय है. बता दें कि, शनि की साढ़े साती या फिर शनि ढैय्या से पीड़ित जातक शनिवार को तिल, उड़द दाल, लोहा, तेल, काले कपड़ों आदि का दान कर सकते हैं.
– शनि को शनि चालीसा, काली चालीसा, श्री दुर्गा सप्तशती का अर्गला स्तोत्र के पाठ से भी प्रसन्न किया जा सकता है.
– शनि साढ़े साती और शनि ढैया के दौरान नीलम रत्न धारण करने से भी फायदा पहुंच सकता है. इसके लिए आप ज्योतिष की सलाह लें सकते हैं.