दुनिया का पहला ऐसा एक्टर जिसे मिला सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार, लंदन में 125 प्ले कर मचाया बवाल
ट्रेन टू पाकिस्तान, गॉड मदर, बैंडिट क्वीन जैसी कई फिल्मों में काम करने वाले अभिनेता निर्मल पांडे एक बेहतरीन अभिनेता के रूप में जाने जाते थे. लेकिन अफ़सोस कि साल 2010 में महज 48 साल की उम्र में ही निर्मल पांडे ने दुनिया को अलविदा कह दिया था. उनकी अदाकारी को काफी पसंद किया जाता था. साल 1994 में आई शेखर कपूर की फिल्म बैंडिट क्वीन में उन्होंने विक्रम मल्लाह का किरदार निभाया था जो दर्शकों ने बहुत पसंद किया था.
निर्मल पांडे का जन्म 10 अगस्त 1962 को उत्तराखंड के नैनीताल में हुआ था. उन्होंने हिंदी सिनेमा के साथ ही टीवी इंडस्ट्री में भी काम किया था. हिंदी सिनेमा में ऐसे बहुत कम एक्टर्स हैं जिन्हें फ्रांस का बेस्ट एक्टर वैलेंटी अवॉर्ड दिया गया है. निर्मल पांडे का नाम भी इस सूची में शामिल है. जब निर्मल अल्मोड़ा में पढ़ाई कर रहे थे तब ही उन्हें फ़िल्मी दुनिया ने अपनी ओर आकर्षित किया और अभिनेता भी फिल्मों में करियर बनाने के सपने संजोने लगे थे. निर्मल पांडे ने अदाकारी के गुर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से सीखे थे. वे दिल्ली आ गए और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में दाखिला ले लिया. यहां अपने साथियों के बीच वे एक चर्चित थिएटर आर्टिस्ट के रूप में पहचान रखने लगे.
बता दें कि, अमोल पालेकर द्वारा निर्देशित दायरा हिन्दी सिनेमा की सबसे जबरदस्त फिल्मों में से एक मानी जाती है. इस फिल्म में निर्मल एक किन्नर की भूमिका में देखें गए थे. उनका काम इतना बेहतरीन था कि साल 1997 में निर्मल को फ्रांस में बेस्ट एक्टर वैलेंटी अवॉर्ड दिया गया. उनकी बेहतरीन अदाकारी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वे दुनिया के पहले ऐसे अभिनेता थे जिन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से नवाजा गया था.
एनएसडी में दाखिला लेने के बाद और बॉलीवुड में नाम कमाने से पहले निर्मल पांडे को लंजन जाने का मौक़ा मिला था. लंदन में भी उनकी अदाकारी का जादू चला और उन्होंने यहां तारा थिएटर ग्रुप के अंतर्गत चर्चित प्ले हीर रांझा और एंटीगोन में काम किया. निर्मल ने इनके अलावा लंदन में रीब 125 प्ले में काम किया और उनकी अभिनय को खूब सराहा गया.
निर्मल ने साल 1997 में गीतकार कौसर मुनीर से शादी की थी लेकिन साल 2000 में ही दोनों अलग हो गए थे. इसके बाद निर्मल पांडे ने दूसरी शादी साल 2005 में अर्चना शर्मा से की थी. बता दें कि, निर्मल ने हिंदी भाषा की फिल्मों के साथ ही अंग्रेजी और अन्य भाषा की फिल्मों में भी काम किया था. उन्होंने 18 फरवरी 2010 को मुंबई में आख़िरी सांस ली थी. जानकारी के मुताबिक़, उन्हें दिल का दौरा पड़ा था और महज 48 वर्ष की अल्पायु में ही वे दुनिया छोड़ गए. ‘इस रात की सुबह नहीं’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’, ‘वन 2 का 4’ और ‘शिकारी’ जैसी फिल्मों में भी उनके काम को बहुत पसंद किया गया था.