जवान बेटी को पिता ने दी देवदासी बनाने की धमकी, फिर बेटी ने जो किया वह देख परिवार रह गया दंग
भारत में कई सारी प्रथाएं प्रचलित है। इनमें से अधिकतर प्रथाएं अच्छी हैं और इससे किसी का कोई नुकसान नहीं होता है। हालांकि कुछ गिनी चुनी प्रथाओं को लेकर अच्छे बुरे को लेकर बहस की जा सकती है। फिर कुछ प्रथाएं ऐसी भी होती है जो हर व्यक्ति का निजी फैसला होता है। लेकिन एक बात तो तय है कि सभी को अपनी मन मर्जी के हिसाब से जिंदगी जीने का हक है। आप उन्हें किसी चीज के लिए फोर्स नहीं कर सकते हैं। लेकिन कर्नाटक के रायचूर जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां देवदासी प्रथा के डर से 20 साल की लड़की अपना घर छोड़कर ही भाग गई।
दरअसल लड़की के माता पिता ने उसे अपनी बहन के पति के साथ शादी रचाने को कहा था। लड़की को ये बात पसंद नहीं आई। उसने शादी का विरोध किया। हालांकि घरवाले उसे शादी करने के लिए फोर्स करने लगे। उन्होंने उसे धमकी दी कि या तो वह अपनी बहन के पति से शादी कर ले या जिंदगीभर देवदासी प्रथा का पालन करे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देवदासी प्रथा भारत में पूरी तरह से बंद हो चुकी है। हालांकि फिर भी देश के कुछ हिस्सों में इस प्रथा के चलन की खबरें आती रहती हैं। खासकर दक्षिण भारत में इस प्रथा को अधिक माना जाता है।
आप में से बहुत से लोग देवदासी प्रथा से अनजान होंगे। दरअसल यह एक हिन्दू धर्म की प्राचीन प्रथा थी। इसमें महिला की शादी किसी ईश्वर या देवता से करवा दी जाती थी। इसके बाद महिला ज़िंदगीभर ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करती और दूसरी शादी नहीं कर पाती। रायचूर जिले के चिंचोडी गांव में रहने वाली मनीषा (बदला हुआ नाम) के माता पिता भी उसे बहन के पति से शादी न कनरे पर देवदासी प्रथा की धमकी दे रहे थे।
इस प्रथा के डर से लड़की अपने घर से भागकर रक रिश्तेदार के यहां चली गई। लेकिन गुस्से से भरे माता पिता ने उस रिश्तेदार को भी धमकी देना शुरू कर दी। इसके बाद उन्होंने महिला एवं बाल कल्याण कार्यालय की मदद ली। महिला एवं बाल कल्याण विभाग के हस्तक्षेप के बाद मनीषा बच गई। उसे देवदुर्गा इलाके में आदिजंबावा एजुकेशन सोसाइटी के महिला पुनर्वास केंद्र भेज दिया गया।
इस घटना के बाद लड़की ने अपने माता पिता के खिलाफ शिकायत लिखवाई। अब हैरत की बात ये रही कि माता पिता ने भी अपनी बेटी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी। अपनी शिकायत में उन्होंने बेटी के ऊपर आरोप लगाया कि वह अपनी पसंद के लड़के के साथ शादी करना चाहती है और इसके लिए घर से पैसे लेकर भागने का प्लान बना रही है। माता पिता ने अनुरोध किया कि उनकी बेटी की कस्टडी उन्हें वापस सौंप दी जाए। हालांकि बेटी ने माता पिता के साथ रहने से इनकार कर दिया।
उधर प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि हम लड़की की काउंसलिंग करेंगे। यदि आवश्यकता हुई तो स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता भी देंगे। यदि लड़की की इच्छा अपनी पसंद के लड़के से शादी करने की है तो यह विवाह भी करवाया जाएगा।