यादों में सुशांत : जब सुशांत ने खोले कॉलेज लाइफ के राज, इस वजह से हॉस्टल से निकाला था बाहर
हिंदी सिनेमा के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत को आज एक साल हो गया है. आज ही के दिन साल 2020 में हंसते मुस्कुराते सुशांत सिंह ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी. उन्होंने अपने मुंबई स्थित घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. सुशांत की मौत का सच उनकी मौत के एक साल बाद भी सामने नहीं आ सका है.
सुशांत के निधन के बाद यह ख़ुलासा हुआ कि वे तनाव का शिकार थे. उनकी मौत को हत्या भी बताया गया है. लेकिन कारण जो भी हो फैंस को सुशांत की मौत ने हिलाकर रख दिया था. सुशांत केवल यादों में सिम्त कर रहे गए थे और हमेशा फैंस की यादों में ही रहेंगे. सुशांत एक अच्छे अभिनेता होने के साथ ही एक बेहतर इंसान और पढ़ाई में होनहार विद्यार्थी रहे थे.
टीवी इंडस्ट्री से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत करने वाले सुशांत सिंह राजपूत ने बहुत कम समय में ही हिंदी सिनेमा में अच्छा खासा नाम कमा लिया था. उनकी आधी से अधिक फ़िल्में हिट रही थी. उनके हाथ में कई अच्छे प्रोजेक्ट थे और फैंस के दिलों पर वे राज करने लगे थे.
सुशांत सिंह की अदाकारी को ‘पीके’, ‘छिछोरे’, ‘एमएस धोनी’ जैसी फिल्मों में खूब पसंद किया गया था. एक बेहतर इंसान और शानदार अभिनेता होने के साथ ही दिवंगत सुशांत पढ़ाई में भी बहुत होनहार थे. वे दूर की सोच रखते थे. आइए आज आपको अभिनेता की कॉलेज लाइफ के बारे में कुछ ख़ास बातें बताते हैं…
सुशांत एक साधारण परिवार से आते थे. टीवी में लंबे समय तक काम करने के बाद उनकी बॉलीवुड में एंट्री हुई थी. उन्होंने पटना के सेंट कैरन हाई स्कूल और नई दिल्ली के हंसराज मॉजल स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की थी. यह बात सुशांत को सभी अभिनेताओं से ख़ास और अलग बनाती है कि उन्होंने ऑल इंडिया इंजीनियरिंग एंट्रेस एग्जामिनेशन में 7वीं रैंक हासिल की थी. यह ख़ास मुकाम हासिल करने के बाद उन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग( DCE) अब दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी) मैकिनकल इंजीनियरिंग कोर्स में दाखिला लिया. लेकिन सिनेमा की दुनिया के शौक के कारण उन्होंने बीच में ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ दी थी.
एक टीवी शो में उन्होंने अपनी कॉलेज लाइफ को लेकर कहा था कि, ”जब मैं डीसीई में पढ़ता था तब अपने कॉलेज में एक अच्छे स्टूडेंट के तौर पर जाना जाता था, लेकिन मुझे फर्स्ट सेमेस्टर से हॉस्टल से निकाल दिया गया था. दरसअल हमारे कॉलेज का एक नियम था जिसमें शाम को 7 बजे के बाद एंट्री नहीं मिलती थी. ऐसे में जब मैं सुबह निकलता तो अगली सुबह हॉस्टल वापस आना पड़ता था ताकि एंट्री मिल जाए.” अभिनेता ने आगे बताया था कि, ”शुरू से ही मेरी इंजीनियरिंग में दिलचस्पी थी, लेकिन जब थर्ड ईयर में छठे समेस्टर में छह महीने बाकी थे तो मैंने पढ़ाई छोड़ दी थी.”
बता दें कि, सुशांत की डेब्यू फिल्म ‘काई पो छे’ थी. वे महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक ‘एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी’ से खूब चर्चा में रहे थे. उनकी मौत के बाद उनकी आख़िरी फिल्म ‘दिल बेचारा’ रिलीज हुई थी.