नि:संतान महिला 10 महीने से कोमा में थी, आंख खुली तो गोद में मिला उसका पैदा किया बच्चा
मां बनने का सपना हर किसी का होता है। एक मां पूरे 9 महीने अपने बच्चे को कोख में नाजो से पालती है। इस दौरान वह अपने खान पान से लेकर अन्य चीजों का ख्याल रखती है ताकि बच्चा हेल्थी पैदा हो। 9 महीने बच्चे का ध्यान रखने के बाद जब डिलीवरी का समय आता है तो मां बहुत ही उत्साहित रहती है। डिलीवरी रूम में उसकी निगाहें लगातार अपने होने वाले बच्चे के इंतजार में ताकती रहती है। लेकिन क्या होगा यदि आपकी एक दिन अचानक आंख खुल जाए और आपको पता चले कि आप कई दिनों पहले ही मां बन चुकी हैं। आप ने एक बच्चे को जन्म दिया था। लेकिन आपको इस बात की भनक तक नहीं थी। अब ऐसा ही कुछ इटली की रहने वाली 37 साल की क्रिस्टीना रोजी के साथ हुआ।
क्रिस्टीना बीते दस महीने से कोमा में थी। हाल ही में उसे होश आया। उसके होश में आने की खबर सुन परिजन खुशी से झूम उठे। क्रिस्टीना ने होश में आते ही सबसे पहला शब्द ‘मम्मा’ सुना। क्रिस्टीना के पति गैब्रिएल सुसी ने उन्हें बताया कि ये उन्हीं का बच्चा है। इसे क्रिस्टीना ने तब जन्म दिया था जब वह कोमा में थी। महिला के लिए ये खबर एक शॉकिंग न्यूज की तरह थी। उसे यकीन नहीं हुआ कि वह दस महीने कोमा में थी और इस दौरान एक बच्चे को जन्म देकर मां भी बन गई।
क्रिस्टीना के 42 वर्षीय पति गैब्रिएल सुसी बताते हैं कि मेरे बीवी को दस महीने पहले दिल का दौरा पड़ा था। तभी से वह कोमा में थी। कोमा में जाने से पहले वह गर्भवती भी थी। इसलिए जब बच्चे का सही समय आया तब डॉक्टरों ने सिजेरियन ऑपरेशन कर बच्चे को मां की कोख से बाहर निकाल लिया। बच्चे की परवरिश दूसरे लोगों ने की। महिला के पति को डर था कि बच्चा मां को कभी जिंदा नहीं देख पाएगा। लेकिन अब जब उसकी बीवी कोमा से बाहर आ गई तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
महिला के पति गैब्रिएल सुसी ने बताया कि क्रिस्टीना पिछले साल जुलाई में कोमा में गई थी। तब से हम सभी ने बहुत दर्द सहा है। लेकिन हमे उम्मीद नहीं थी कि इतना दर्द सहने के बाद खुशियां भी मिलेगी। मेरी बीवी के होश में आने से मैं बहुत खुश हूँ। वैसे क्रिस्टीना की तबीयत अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है। उसे इलाज के बाद पूरी तरह अपने पैरों पर खड़ा होने में और समय लगेगा। हालांकि इसमें बहुत सारे पैसों की भी जरूरत पड़ने वाली है।
गैब्रिएल सुसी की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। बीवी के इलाज में उसका बहुत खर्चा हो चुका है। ऐसे में वह फंडिंग कर पैसों की जुगाड़ कर रहा है। उधर महिला की मां को बेटी को होश में आते देख बहुत अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि बेटी कको फिर से सुनते और बोलते हुए देख बहुत अच्छा लग रहा है। ये ऐसा एहसास है मानो मेरी बेटी का दोबारा जन्म हुआ है। फिलहाल महिला का प्राइवेट क्लिनिक में फिजियोथेरेपी का ट्रीटमेंट चल रहा है। परिजनों को उम्मीद है कि क्रिस्टीना फिर से पहले जैसी हो जाएगी।