एक ऐसा पेड़ जिसमें डेढ़ साल से सुलग रही आग, जानिए क्या है इसके पीछे का कारण…
एक ऐसा पेड़ जिसमें डेढ़ साल से सुलग रही आग, वैज्ञानिक भी है जिसको लेकर हैरान। देखें तस्वीरें...
हमारी यह धरा विविधताओं से परिपूर्ण है। इतना ही नहीं इस धरा पर अनेकोनेक अजीबोगरीब घटनाएं भी देखने को मिलती है। ऐसी ही एक अजीबोगरीब घटना आज़कल सुर्खियां बन रही है। जी हां और यह अजीबोगरीब घटना एक पेड़ से जुड़ी हुई है। अब आप सोच में पड़ गए होंगे कि आख़िर पेड़ चर्चा में क्यों है। तो चलिए हम बताते हैं। दरअसल यह पेड़ अपने देश का नहीं है। फ़िर भी उसके साथ कुछ ऐसा अचंभित करने वाला वाकया हो रहा कि उसकी गूंज अपने देश तक सुनाई दे रही है। बता दें कि जिस पेड़ का ज़िक्र हम कर रहें वह कैलिफोर्निया में है। जिसमें लगी आग चर्चा का विषय बनी हुई है। अब आप कहेंगे किसी पेड़ में आग लगना कब से चर्चा का विषय बनने लगा और आग तो अपने यहां के पेड़ों में भी लगती। तब तो कभी कोई चर्चा नहीं हुई। तो आइए विस्तार से समझाते हैं कि पूरा माज़रा क्या है।
आपने पेड़ में आग लगते हुए कई बार सुना और देखा होगा यह तो निश्चित ही है। अब आप ही बताएं कि किसी पेड़ में अगर आग लगी तो वह पेड़ कितने दिन जलेगा? ज़्यादा से ज़्यादा दो चार दिन न! सही कहा या नहीं! दो चार दिन भी वैसे बहुत ज़्यादा हुए किसी पेड़ को जलकर राख होने में, लेकिन कैलिफोर्निया का जो पेड़ अपनी आग के लिए चर्चा में है। वह दो-चार दिन में जलकर ख़ाक नहीं हुआ। इसी कारण वह चर्चा का केंद्र बन गया।
बता दें कि जिसको देखकर अब वैज्ञानिक भी हैरान हैं। मालूम हो कि यह पेड़ बीते डेढ़ वर्ष से लगातार जल रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि 2020 में कैलिफोर्निया के जंगलों में बड़ी भयंकर आग लगी थी। इस आग ने जंगल में डेढ़ लाख एकड़ जमीन पर फैले लाखों पेड़ों को जला कर राख कर दिया था। हाल ही में नेशनल पार्क सर्विस स्टाफ का एक दल इस जंगल में आग से हुई तबाही का जायजा लेने पहुंचा। इस दौरान उन्होंने जब ‘सिकुआ’ के एक पेड़ को देखा, तो उन्हें अपनी आंखों पर यकीन नहीं हुआ। इस पेड़ से धुएं के ऊंचे-ऊंचे गुब्बारे ऊपर आसमान में उठ रहे थे। पेड़ की जांच करने के लिए उन्होंने उसे लॉन्ग कैमरे के लेंस से देखा। कैमरे से देखने के बाद इस बात का पता चला कि ‘सिकुआ’ का ये पेड़ काफी पुराना है और इसमें पिछले डेढ़ साल से आग में सुलग रही है।
इस पेड़ के इतने लंबे समय से सुलगने की जानकारी जब वैज्ञानिकों को मिली तो इसे सुनकर वह काफी हैरान हुए। बाद में उन्होंने इसकी जांच करके बताया कि सिकुआ का यह पेड़ पिछले साल लगी आग के चलते पूरी तरह जल नहीं पाया था। इस पेड़ के अंदर के अंगारे इसे काफी धीरे-धीरे जला रहें हैं। वहीं ऊपर से यह पेड़ अब तक जला नहीं है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि बारिश के चलते यह पेड़ अब तक ऊपर से नहीं जल पाया है। इस इलाके में सर्दियों के समय काफी बर्फबारी होती है। इसी बर्फबारी ने इस पेड़ को पूरी तरह से जलने से बचाया। गौर करने वाली बात यह है कि चूल्हे के अंदर जैसे आंच जलती है, वैसे ही यह पेड़ भी अंदर ही अंदर जल रहा है। वही आपको पता हो कि इस पेड़ का वैज्ञानिक नाम ‘जिआंट सेकअुआ’ है।
आपको यह जानकर काफ़ी आश्चर्य होगा लेकिन यह बात सच है कि ‘सिकुआ’ के पेड़ के उगने में आग का एक अहम योगदान होता है। जब कभी आग की लपटें पेड़ की शाखाओं पर पहुंच कर उसे जलाती हैं तो वहां पर जमे हुए नम शैल पिघलकर खुलने लगते हैं। इस कारण उसके अंदर से सिकुआ के कई बीज जमीन पर गिर जाते हैं। यही बीज आगे चलकर नए पेड़ के रूप में तैयार होते हैं।
बता दें कि वहीं ‘सिकुआ’ के इस पेड़ की चर्चा हर ओर हो रही है, लेकिन इस तरह जलते इस पेड़ को लेकर कई विशेषज्ञ चिंतित भी है। उनका कहना है कि, ” पेड़ का यूं जलना इस बात का सबूत है कि इस इलाके में काफी गर्मी और सूखा है। अगर कभी दोबारा इस जंगल में चिंगारी फैलती है, तो एक भयानक आग फिर से जन्म ले सकती है।”