किसान आंदोलन का हिस्सा बनने आई युवती से किया गया दुष्कर्म, इंसाफ मागने पर भेज दिया सिंघू बार्डर
टिकरी बार्डर पर किसान आंदोलन में शामिल होने आई एक युवती के साथ उत्पीड़न का मामला सामने आया है। खबर के अनुसार युवती के साथ पहले दुष्कर्म किया गया और जब उसने इस बात की शिकायत की तो उसे टिकरी बार्डर से सिंघू बार्डर भेज दिया गया। युवती अब अपने लिए इंसाफ की मांग कर रही है।
ये मामला एक ट्वीट के बाद सबके सामने आया है। सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने वाले एक जाने माने वकील की ओर से एक ट्वीट किया गया था। जिसमें युवती के साथ रेप होने की बात लिखी गई थी। दरअसल एक न्यूज एजेंसी के पत्रकार ने ट्वीट कर सबसे पहले युवती के साथ रेप की जानकारी दी थी। जिसे वकील ने रीट्वीट किया है। इस ट्वीट के बाद से पुलिस अधिकारियों और कृषि सुधार कानून विरोधी आंदोलनकारियों में खलबली मच गई।
अपने साथ हुए अपराध की जानकारी पीड़िता ने इंस्टाग्राम पर भी पोस्ट की थी। पीड़िता के अनुसार दोनों आरोपित भी पंजाब के रहने वाले हैं। सूत्रों के अनुसार पीड़िता ने संयुक्त राज्य अमेरिका में रहने वाले एक व्यक्ति द्वारा संचालित एसोसिएशन के स्वयंसेवकों के खिलाफ छेड़खानी का आरोप डाक के माध्यम से लगाया था। बहादुरगढ़ बाईपास पर आंदोलनकारियों के लिए आवास बनाए गए हैं। उनमें से एक आवास में आंदोलनकारियों के लिए एक अस्थायी अस्पताल भी बनाया गया है। ये लड़की यहां पर ही बतौर स्वयंसेवक काम करने के लिए आई थी और इस जगह पर ही रहे रही थी।
पीड़िता का आरोप है कि उसने इस संबंध में एसोसिएशन के संचालक डॉक्टर को जानकारी भी दी था। लेकिन उसकी बात किसी ने नहीं सुनी और आरोपित स्वयंसेवकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इतना ही नहीं पीडि़ता को इंसाफ दिलाने की जगह उसे टीकरी बार्डर से सिंघू बार्डर पर भेज दिया गया। पीड़िता पंजाब की रहने वाली है और सेवा के मकसद से यहां पर आई थी। उसने कभी भी इस चीज की कल्पना नहीं की थी कि उसके साथ ये सब किया जाएगा।
हालांकि पीड़िता ने अभी तक स्थानीय पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। वहीं बुधवार देर रात एसोसिएशन के संचालक डॉक्टर से जब मीडिया ने इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि युवती ने अपने मैसेज जो आरोप लगाए थे। उसके बारे में संयुक्त किसान मोर्चे के नेताओं को उन्होंने बता दिया था। अब पीडि़ता को टीकरी बार्डर से सिंघू बार्डर पर भेज दिया गया है।
बंगाल की युवती के साथ भी हुआ था रेप
गौरतलब है कि इसके पहले कृषि सुधार कानून विरोधी आंदोलन में बंगाल से आई एक युवती के साथ भी दुष्कर्म किया गया था। जिसके बाद युवती के पिता ने पुलिस से मदद मांगी थी और आरोपियों के खिलाफ केस भी दर्ज करवाया था। पिता के अनुसार बेटी ने खुद उन्हें फोन कर अपने उत्पीड़न से अवगत कराया था। हालांकि दुष्कर्म के बाद कोरोना संक्रमित होने से पीड़िता की मौत हो गई थी। वहीं बुधवार को ही मुख्य आरोपित अनिल मलिक को भिवानी से गिरफ्तार कर लिया है।