भारतीय राजनीति में प्रशांत किशोर एक अहम स्थान रखते हैं. प्रशांत किशोर एक भारतीय राजनीतिक रणनीतिकार और राजनीतिज्ञ हैं. प्रशांत अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में रहते हैं. एक बार एक साक्षात्कार में प्रशांत किशोर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कई तरह के सवाल किए गए थे. जिसका बड़े ही शानदार ढंग से प्रशांत ने जवाब दिया था. प्रशांत किशोर ने इस दौरान पीएम मोदी को बहुत अच्छा श्रोता करार दिया था.
एक साक्षात्कार में प्रशांत किशोर से पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर कई रोचल सवाल किए गए थे. एक इंटरव्यू में उनसे पत्रकार करण थापर ने सवाल किया था कि, नरेंद्र मोदी को भारतीय लोगों की अच्छी समझ है. वह अच्छे से इस बात का अनुमान लगा लेते हैं कि लोग क्या महसूस करते हैं ? पत्रकार ने प्रशांत से इस संबंध में जवाब मांगा था.
प्रशांत किशोर ने इन सवालों के जवाब में कहा था कि, यह सब कुछ पीएम नरेंद्र मोदी के अनुभव के कारण संभव है. अगर आप किसी एक चीज में या किसी एक चीज के साथ 40 साल का समय गुजारते हैं तो निश्चित तौर पर आप उस काम में होशियार और बुद्धिमान हो जाएंगे. यह सब कुछ पीएम मोदी के अनुभवों का परिणाम है. प्रशांत ने आगे पीएम मोदी को सहज व्यक्ति बताया था और उनका कहना था कि यह गुण भी अनुभव के करण ही आता है.
पत्रकार करण थापर ने आगे प्रशांत किशोर से सवाल किया था कि पीएम नरेंद्र मोदी की कमजोरियां क्या है ? यह बड़ा महत्पूर्ण प्रश्न था और इसका प्रशांत ने बेहतरीन ढंग से जवाब दिया था. प्रशांत के छोटे से जवाब ने काफी बड़ा संदेश दे दिया था. उन्होंने कहा था कि, मेरे जैसा छोटा आदमी उनकी कमजोरियों के बारे में नहीं बता सकता है.
करण ने प्रशांत से अगला सवाल किया था कि, आपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक विश्लेषक के रूप में काम किया है. इस आधार पर आप क्या जानते हैं ? जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि, अगर मुझे किसी तरह से सवाल के जवाब के लिए मजबूर किया जाता है तो फिर मैं अलग तरीके से इसका जवाब दूंगा.
प्रशांत ने कहा था कि, पीएम मोदी एक नेता के रूप में उदार व्यक्ति है. उन्होंने इसे पीएम मोदी की कमजोरी मानते हुए कहा था कि ऐसा हो सकता है कि, उदार होना पीएम मोदी की कमजोरी हो. हालांकि आगे उन्होंने इस बात से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि, पीएम मोदी की क्या कमजोरी है मैं इस बात में नहीं उलझना चाहता हूं.
आगे पीएम मोदी से संबंधित एक और सवाल करते हुए करण थापर ने प्रशांत से कहा था कि, मोदी जी किसी से नाराज होते हैं तो क्या उसके खिलाफ हो जाते हैं ? क्या वे बातचीत के दौरान बातों को ध्यान से सुनते हैं ? जवाब में प्रशांत ने कहा कि, वे एक बहुत ही अच्छे श्रोता है. प्रशांत के जवाब पर करण ने पूछा कि क्या वे बातचीत को रोकने का प्रयास नहीं करते ? तो प्रशांत ने कहा कि, पीएम मोदी जब किसी से बात कर रहे होते हैं तो वे पूरे मन और आत्मा से सामने वाले की बातों को सुनते हैं.