10 जून को होगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, प्रेग्नेंट महिलाएं भूलकर भी न करें ये 6 काम
सूर्य ग्रहण को लेकर भारत में कई तरह की मान्यताएं हैं। धर्म और ज्योतिष को लेकर इसका अलग अलग महत्व बताया गया है। इसे लेकर कुछ मान्यताएं और परंपराएं हैं जो भारत में काफी फेमस है। जैसे कि एक मान्यता के अनुसार जब सूर्य ग्रहण होता है तो गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। वैसे इस मान्यता के पीछे एक वैज्ञानिक तथ्य भी छिपा है। सूर्य ग्रहण लगभग हर साल हो सकता है। ये जब होता है तो जरूरी नहीं पूरी दुनिया में दिखाई दे। बल्कि ये दुनिया के कुछ हिस्सों में दिखाई दे सकता है जबकि बाकी में दिखाई नहीं देगा।
सूर्य ग्रहण की मान्यतों को लेकर भारतीय बहुत संवेधनशील होते हैं। इसकी एक वजह ये भी है कि हिन्दू धर्म में सूर्य को भगवान का दर्जा दिया गया है। हम उन्हें सूर्यदेव कहकर पुकारते हैं। उनके आशीर्वाद और प्रकोप दोनों को ही मानते हैं। ऐसे में धार्मिक लोग सूर्य ग्रहण से जुड़ी मान्यतों को गंभीरता से लेते हैं। साल 2021 की बात करे तो इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून, गुरुवार को होने जा रहा है। ऐसे में इस दिन गर्भवती महिलाओं को कुछ खास काम करने से हर हाल में बचना चाहिए। चलिए इस बारे में थोड़ा और विस्तार से जानते हैं।
1. सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना होती है। ये जब होता है तो इस दौरान बहुत सी तरंगे निकलती हैं। ये तरंगे गर्भ में पल रहे नवजात के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। इसलिए जो महिलाएं प्रेग्नेंट हैं उन्हें सूर्य ग्रहण देखने या इस दिन घर से बाहर निकलने से मना किया जाता है।
2. कुछ वैज्ञानिक तथ्यों की माने तो सूर्य ग्रहण वाले दिन ब्रह्मांड में नकारात्मक ऊर्जा रहती है। ऐसी नेगेटिव एनर्जी गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए लाभकारी नहीं होती है। इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं को ग्रहण के समय घर में ही रहना चाहिए।
3. जब सूर्य ग्रहण हो तब गर्भवती महिलाओं को ‘ऊं’ का जाप करना चाहिए। इससे आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होगा और ग्रहण के दौरान बनने वाली ब्रह्मांड की नेगेटिव ऊर्जा आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी। इसके अलावा ‘ऊं’ का ऊंची ध्वनि में उच्चारण करने से गर्भ में पल रहा बच्चा भी उसके स्वर सुनेगा और उसके दिमाग पर इसका पॉजिटिव असर पड़ेगा।
4. धर्म ग्रंथों की माने तो सूर्य ग्रहण के दौरान प्रेग्नेंट महिलाओं को चाकू, कैंची जैसी तेज धार वाली चीजों का प्रयोग करने से बचना चाहिए। इससे कोई अनहोनी हो सकती है।
5. ग्रहण लगने के दौरान भोजन करना सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। अब चुकी गर्भवती महिलाओं को ज्यादा भूख लगती है, इसलिए बेहतर होगा कि वे ग्रहण लगने के पहले अच्छे से भोजन कर लें।
6. सूतक से जुड़े कुछ नियम होते हैं जिनका पालन गर्भवती महिलाओं को करना चाहिए। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे को कोई हानी नहीं होती है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 10 जून को होने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए इन उस दिन गर्भवती महिलाएं चेन की सांस ले सकती है। वैसे आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे दूसरों के साथ शेयर करना न भूलें।