बच्चों को मारा फिर की अपनी जिंदगी खत्म, सुसाइड नोट में लिखा- बच्चे जिंदा रहते तो वो नोंच खाता
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी व बच्चों को मौत के घाट उतार दिया। वहीं खुद भी आत्महत्या कर ली। मरने से पहले इस व्यक्ति ने तीन सुसाइट नोट भी लिखे। जिसमें ये कदम उठाने की वजह बताई और साथ में ही अपने माता-पिता से माफी भी मांगी। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है। पुलिस के अनुसार आरोपी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
इस वजह से उठाया ये कदम
पेशे से दवा कारोबारी अखिलेश गुप्ता अपने परिवार के साथ रहते थे। इनके परिवार में दो बच्चे और पत्नी थी। जबकि माता पिता अलग रहते हैं। सोमवार को अखिलेश गुप्ता ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर पहले अपने बच्चों को मारा उसके बाद अपनी जिंदगी भी खत्म कर ली। पुलिस को घर में इन चारों के शव फंदे पर लटके हुए मिले। साथ में ही तीन सुसाइड नोट भी मिले। जिसमें 42 साल के अखिलेश गुप्ता ने खुदकुशी की वजह बताई थी।
वजह बताते हुए अखिलेश गुप्ता ने लिखा कि मरहैया मोहल्ले के रहने वाले अविनाश वाजपेयी ने उसे इस कदर तंग किया जिसके कारण उसने ये कदम उठाया। मूलरूप से बरेली के फरीदपुर कस्बे के ऊंचा मोहल्ले के रहने वाले अखिलेश गुप्ता ने सुसाइट नोट में आगे लिखा कि उसे सूदखोर ने मानसिक तौर पर तोड़कर रख दिया था। वो ये दबाव बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था। इसलिए ये कदम उठाया। वहीं बच्चों को मारने का जिक्र भी अखिलेश गुप्ता ने सुसाइट नोट में किया और लिखा कि उसके मरने के बाद अगर उसके बच्चे जिंदा रहते तो सूदखोर उन्हें नोंच खाता। इसीलिए उसने ये सब किया। सुसाइड नोट में उसने अपने बुजुर्ग माता-पिता से अपने इस कृत्य के लिए माफी भी मांगी है।
किया केस दर्ज
अखिलेश गुप्ता के पिता ने अपने बेटे की मौत का जिम्मेदार मरहैया मोहल्ले के रहने वाले अविनाश वाजपेयी को माना है और उसके खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने की एफआईआर दर्ज कराई है। पिता का आरोप है कि अविनाश वाजपेयी ने उनके बेटे को इस तरह से प्रताड़ित किया कि उसने खुदकुशी कर ली और परिवार को भी मार डाला।
पुलिस के अनुसार अखिलेश ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट लिखा। फिर उन्हीं बातों को दो अलग-अलग पन्नों में भी लिखा है। सुसाइड नोट में सूदखोर के लिए अपशब्द भी लिखे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार अखिलेश का दवाइयों का अच्छा काम था। आसपास के कुछ जिलों में भी उसकी सप्लाई जाती थी। वहीं सूदखोर अविनाश वाजपेयी ने दवाइयों में अच्छे प्रॉफिट को देखकर अखिलेश के साथ पार्टनरशिप कर ली। इसके बाद वो उसे तंग करने लगा। अखिलेश के अनुसार आरोपी मुनाफे की रकम उसे नहीं देता था। अखिलेश के पास मिली डायरी के अधिकतर पन्नों में सूदखोर को दिए गए रुपये का हिसाब भी मिला है।
पुलिस को अखिलेश के घर में काफी नशीली दवाएं भी मिली हैं। पुलिस ने दवाओं को जांच के लिए कब्जे में लिया है। पिता की शिकायत पर पुलिस कार्रवाई कर रही और जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।