मेदांता अस्पताल में भर्ती कराए गए बाबा राम रहीम, अटेंडेंट कार्ड बनवा मिलने पहुंची हनीप्रीत
जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह को एक बार फिर से अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं अस्पताल में इनकी कोरोना की जांच की गई थी। जिसमें इनकी कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। इन्हें मेदांता अस्पताल के कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया है। बताया जा रहा है कि सुनारिया जेल में बंद राम रहीम को मेदांता अस्पताल में भर्ती करने से पहले रोहतक पीजीआई ले जाया गया था। लेकिन वहां से इन्हें मेदांता भेज दिया गया।
डेरा प्रमुख राम रहीम को अस्पताल में 9वीं मंजिल पर कमरा नंबर 4643 में रखा गया है। सूत्रों की मानें तो राम रहीम दवा लेने और टेस्ट कराने से मना कर रहे हैं। वहीं राम रहीम की सेहत की सूचना मिलते ही उनकी सहयोगी हनीप्रीत राम रहीम से मिलने मेदांता अस्पताल पहुंची।
कई दिनों से थे बीमार
असमतदरी और कत्ल के जुर्म में जेल में बंद राम रहीम कई दिनों से बीमार चल रहे थे। जिसके कारण इन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। इनकी सेहत की जानकारी जैसे ही हनीप्रीत को मिली वो अस्पताल में इनसे मिलने पहुंच गई। हनीप्रीत सोमवार यानी आज सुबह करीब 8.30 बजे गुरुग्राम के अस्पताल पहुंची थी। हालांकि हनीप्रीत ने सारे कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया और मास्क लगाकर ही इनसे मिली।
हनीप्रीत ने राम रहीम के अटेंडेंट के तौर पर भी अपना कार्ड बनवाया है यानी हनीप्रीत रोज बाबा से मिलने के लिए अस्पताल में आ सकती हैं। अस्पताल की ओर से बनाया गया ये अटेंडेंट कार्ड 15 जून तक वैध है।
पेट में हुई थी दर्द
राम रहीम ने पेट में दर्द की शिकायत की थी। जिसके कारण इन्हें सबसे पहले पीजीआई में भर्ती किया गया था। रोहतक पीजीआई में उपचार के दौरान इनका सीटी स्कैन, एंजियोग्राफी और फाइब्रोस्कैन कराया गया था। डॉक्टरों ने कुछ और टेस्ट कराने की सलाह दी थी। जिसके कारण राम रहीम को गुरुग्राम के अस्पताल लाया गया। यहां राम रहीम का कोरोना टेस्ट कराया गया था। जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
राम रहीम सिंह के जेल के अधीक्षक सुनील सांगवान ने बताया कि रोहतक पीजीआई में राम रहीम की सभी जरूरी जांच नहीं हो सकीं थी। जेल अधिकारियों को ये सलाह दी गई कि ये जांच मेदांता अस्पताल में कराई जा सकती है। जिसके बाद राम को मेदांता अस्पताल ले जाने की इजाज़त दी गई। राम रहीम पहले से ही शुगर और बीपी की बीमारी भी है।
कुछ महीने पहले भी राम रहीम को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस दौरान बाबा राम रहीम ने अपने परिवार वालों से और हनीप्रीत से मिलने की इच्छा जाहिर की थी। लेकिन पुलिस ने तब राम रहीम को परिवार व हनीप्रित से मिलने की अनुमति नहीं दी थी। वहीं सही होने पर इन्हें वापस से जेल भेज दिया गया था। उस दौरान इन्हें शुगर और बीपी के चलते अस्पताल में भर्ती किया गया था।
कोर्ट ने सुनाई है 20 साल की है सजा
गौरतलब है कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में बलात्कार और हत्या के आरोप में बंद हैं। इन्हें 20 साल की सजा कोर्ट द्वारा सुनाई गई है। इनके अलावा हनीप्रीत को भी कोर्ट की ओर से सजा सुनाई गई है।