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सिम कार्ड एक कोने से क्यों होते है कटे, क्या जानते है आप?

आखिर क्यों हर सिम का एक कोना होता है कटा, जानिए इसके पीछे की क्या है वजह....

अक्सर जब हम मोबाइल की सिम देखते हैं। तो यह सवाल अवश्य आता है कि आख़िर सिम कोने से कटी क्यों होती है। इतना ही नहीं कितनों को तो सिम का पूरा नाम (Full Form) भी पता नहीं होता, लेकिन मोबाइल-फोन हर कोई चलाता है और ऐसी कोई भी मोबाइल नहीं जो बिना सिम कार्ड के चलती हो। तो आइए ऐसे में समझते हैं सिम कार्ड से जुड़ी रोचक जानकारियां…

sim cards

बता दें कि हर फोन के सिम स्लॉट (Sim Slot) और टेक्नोलॉजी (Technology) के हिसाब से सिम कार्ड (Sim Card Size) का अपना-अपना साइज होता है। इतना ही नहीं अगर हमें सिम के कोने से कटे होने के बारे में जानना है। तो फ़िर हमें सिम कार्ड और मोबाइल की हिस्ट्री (Mobile History) भी जाननी पड़ेगा। उसके बिना यह रहस्य (Sim Card Secret) सुलझाना बहुत मुश्किल है।

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पहले हम बता दें कि सिम (SIM) का फुलफॉर्म सब्सक्राइबर आइडेंटिफिकेशन मॉड्यूल कार्ड (Subscriber Identification Module Card) होता है। बता दें कि सिम कार्ड SIM एक ऐसा कार्ड होता है जिनका इस्तेमाल हम मोबाइल-फोन (Mobile-Phone) या Smartphone में करते हैं। सिम कार्ड का सबसे प्रमुख काम यह होता है कि वह आपके मोबाइल फोन या स्मार्टफोन को आपके सेवा प्रदाता मोबाइल नेटवर्क के साथ जोड़ (Connect) सकें।

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अब बात करते हैं सिम से जुड़ अन्य तथ्यों की। पहले हर रोज सिम बदल पाना मुमकिन नहीं था। दरअसल, पहले के मोबाइल फोन (Mobile Phone) में सिम बदलने की सुविधा ही नहीं होती थी। कहने का मतलब यह कि एक बार जिस ऑपरेटर (Telecom Operator) का फोन ले लिया, सिम भी हमेशा उसी का इस्तेमाल करना पड़ता था। वही आपको पता हो कि पहले डुअल सिम (Dual Sim) वाले कोई फोन भी नहीं आते थे।

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वक्त के साथ धीरे-धीरे टेक्नोलॉजी (Technology) बदली। तो मार्केट में इस तरह के फोन आ गए, जिनमें से सिम को निकाला और अपनी जरूरत के हिसाब से बदला भी जा सकता है। आपको याद हो तो उस समय भी सिम कटे हुए नहीं, बल्कि पूरे ही होते थे। टेक्नोलॉजी (Technology) के बदलने से सिम को स्लॉट (Sim Slot) से निकालना तो आसान था लेकिन लोगों को दिक्कत महसूस होती थी। ऐसे में जब समस्या ज़्यादा बढ़ने लगी तो टेलिकॉम कंपनियों (Telecom Companies) ने सिम का डिजाइन (Sim Card Design) बदलने की योजना बनाई।

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इस समस्या को दूर करने के लिए टेलिकॉम कंपनियों ने सिम को एक कोने से काट दिया। मोबाइल में जहां सिम लगाया जाता है, उस जगह भी ऐसा ही एक कट का निशान होता है। इसकी वजह से लोगों की समस्या दूर होने लगी और वे आसानी से अपने फोन में सिम लगाने लगे। इसके बाद से ही सिम पर कट के निशान लगने लगे और फोन में भी ऐसी सुविधा दे दी गई। यह दिलचस्प कहानी सिम से जुड़ी आपको जरूर पसंद आएगी। वैसे जानकारी के लिए बता दें कि सिम के कई प्रकार भी होते हैं जैसे- सीडीएमए (CDMA), जीसीएम (GSM) , H + और VOLTE -LTE

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