गाडी से उतरा सब इंस्पेक्टर और सड़क किनारे बेहोश होकर गिर पड़ा, उसके बाद जो हुआ उससे शर्मसार हो गई मानवता…
जमीन पर पड़ा रहा सब इंस्पेक्टर लोग बनाते रहें वीडियो...
महानगरों में भले ऊंची-ऊंची बिल्डिंग्स बनी हो, लेकिन वहां रहने वाले लोगों का दिल उतना ही संकुचित होता जा रहा है। जी हां महानगरों या बड़े शहरों की बात करें तो वहां बिल्डिंग्स एक- दूसरे से भले जुड़ी हुई हो, लेकिन लोगों के बीच उतना ही ज़्यादा दूरियां पाई जाती है। यूँ कहें कि अधिकतर बड़े शहरों में जाकर लोग मतलबी हो जाते हैं तो यह अतिशयोक्ति नहीं। जी हां कई मर्तबा आपने स्वयं सुना होगा कि कोई बुजुर्ग महिला थी वह कईयों दिन पहले से घर मे मरी पड़ी रही, लेकिन किसी ने उसका हाल-चाल जानने की कोशिश नहीं की।
वास्तव में कई बार तो यूँ लगता है जैसे बड़े शहरों में चकाचौंध भले हो, लेकिन वहां लोगों का ज़मीर नहीं होता। बीते दिन की ही घटना ले लीजिए जब एक बीमार सब-इंस्पेक्टर जमीन पर गिरा हुआ था। तो कुछ तमाशबीन लोग उसकी मोबाइल से वीडियो बना रहे थे। सोचिए जिस दौरान मानवता के नाते सब- इंस्पेक्टर की मदद की जानी चाहिए थी। उनका कुशलक्षेम पूछना था। तब भीड़ मोबाइल से वीडियो शूट करने में गई थी। हमारे समाज को एक भयानक रोग लग गया है कि कुछ भी हो पहले वीडियो और फ़ोटो अवश्य ली जानी चाहिए और उसे सोशल मीडिया पर शेयर करना चाहिए। कहीं किसी दिन यह मनोरोग किसी समस्या का कारण न बन जाएं वह अलग बात है।
बता दें कि जिस दौरान लोगों को इंस्पेक्टर की मदद करना चाहिए। तब आम लोग वीडियो-वीडियो खेलते रहें। ऐसे में जब घटना की सूचना थाने को लगी तो थाना 4 की पुलिस मौके पर पहुंची और उक्त पुलिस कर्मचारी को ई.एम.आई. अस्पताल उपचार के लिए दाखिल करवाया। बता दें कि यह पूरा मामला पंजाब के जालंधर का है। जानकारी के मुताबिक सब-इंस्पेक्टर कमलजीत सिंह जोकि देहात पुलिस में तैनात है, अपनी कार पर सवार होकर टी.वी. टावर रोड के पास से गुजर रहे थे कि अचानक उन्हें जोर से पेशाब लगा और वह गाड़ी से उतर कर सड़के के किनारे खड़े हो गए।
इसी बीच उनका बी.पी. व शूगर बढ़ गई और वह जमीन पर गिर पड़े जिससे सिर में गहरी चोटें लगी। इसी बीच वहां से गुजर रहे कुछ लोग अपनी मोबाइल फोन से सब-इंस्पेक्टर की वीडियो बनाने लगे और आरोप लगाया कि नशे की हालत में उक्त पुलिस कर्मचारी जमीन पर गिर पड़ा। आरोप लगा रहें किसी भी व्यक्ति ने दर्द से कराह रहे पुलिस वाले को उठाना मुनासिब नहीं समझा। फ़िर किसी ने पुलिस कंट्रोल रूम पर इसकी सूचना दी तो ए.एस.आई. रंजीत सिंह मौके पर पहुंचे और तुरंत बेहोश हुए पुलिस वाले को अस्पताल पहुंचाया। वहीं इस मामले में डॉक्टरों का कहना है कि कमलजीत की शूगर व बी.पी. बढ़ने के कारण उन्हें दौरा पड़ा था। इसी कारण वह बेहोश हो गए थे। सोचिए एक व्यक्ति अपनी बीमारी से जमीन पर गिर पड़ा तो उससे पहले उठाने के बजाय वीडियो बनाना और फिजूल की बातो में लोगो ने दिमाग लगाया। वैसे एक बात है यह हमारे देश की पहचान नहीं हम तो वसुधैव कुटुंबकम में विश्वास रखते, फिर विचारणीय प्रश्न यही आखिर क्यों बड़े शहरों में मानवता कमजोर पड़ रही।