कोशिश करने वालों की हार नहीं होती, यही सिख दें रही राबिया नाज़ की कहानी, जानिए कौन है यह लड़की
न कायदे का इंटरनेट, न ठीक से बिजली। फिर भी कैसे हिट हुई यह पाकिस्तानी लड़की जिसके हो रहें चर्चे...
कहते हैं न कि जब कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो कोई मुश्किल आड़े नहीं आती। यह बात सिर्फ कहावत तक सीमित नहीं, कई ऐसे व्यक्तित्व होते है हमारे समाज में जो इसे सच कर दिखाते हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है पाकिस्तान की एक लड़की ने। अब आप सब सोच रहें होंगे कि जो पाकिस्तान (Pakistan) ख़ुद भूखा-नंगा है। वहां की लड़की आख़िर ऐसा क्या कर सकती जिसकी हम चर्चा करने जा रहें। तो हम आप सभी को बता दें कि पाकिस्तान जैसा देश, भले राजनीतिक रूप से कमजोर हो। वहां की सरकार से ज्यादा वहां सेना की चलती हो। इतना ही नहीं भले वहां के गांवों में न बिजली आने का पता हो और न ही जाने का।
इतना ही नहीं फिर ऐसे में इंटरनेट का तो भरोसा करना ही बेमानी है, लेकिन हम बता दें कि ऐसी जगह पर रहकर ही राबिया नाज़ शेख़ (Rabia Naaz Shekh) नाम की लड़की ने घर बैठे लाखों की आमदनी का ज़रिया ढूंढ निकाला है। तभी तो इस स्टोरी के शुरू में ही हमने यह कहा कि जब कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो कोई मुश्किल आड़े नहीं आती। यह बात सिर्फ कहावत तक सीमित नहीं। बता दें कि राबिया नाज़ का अपना एक यूट्यूब चैनल (Youtube Channel) है, जिसके लिए राबिया हर रोज़ कम से कम एक वीडियो ज़रूर बनाती है और उसे यूट्यूब पर अपलोड करती है। सिंध के खैरपुर में राहूजा जैसे छोटे से कस्बे की रहने वाली 25 साल की राबिया (Rabia Naaz Shekh) ने एक साल पहले अपना यूट्यूब चैनल (Youtube Channel) बनाया था। मालूम हो कि एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ फैशन एडिक्शन (Fashion Addiction) नाम के इस चैनल के इस वक्त 1 लाख 87 हजार से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हो चुके हैं और इस चैनल की खास बात यह है कि इसे राबिया अकेले ही चलाती हैं।
अब आप सोच रहें होंगे कि राबिया नाज़ ख़ूब पढ़ी लिखी होंगी तभी एक यूट्यूब चैनल के माध्यम से लाखों रुपए उठा रही, तो मालूम हो कि जब पाकिस्तान की हालत ही मलिन है फिर कैसे उम्मीद लगा रहें कि यह लड़की काफी पढ़ी होगी। वह भी इस्लामिक देश में जहाँ महिलाओं और लड़कियों पर वैसे ही कई पाबंदियां होती हैं। बता दें कि राबिया नाज़ ने सिर्फ कक्षा 12 तक पढ़ाई की है। बीबीसी से बातचीत के दौरान राबिया ने बताया कि पढ़ाई उन्होंने खुद की मर्जी से छोड़ी। उन्हें यूट्यूब का शौक था और इसी से उन्हें अपना चैनल खोलने का विचार आया। राबिया ने बताया कि उन्होंने ज्यादातर चीजें इंटरनेट से सीखी हैं। भाइयों ने एडिटिंग सिखाई और बाकी सारा काम उन्होंने अपना दिमाग लगाकर किया।
गौरतलब हो कि वह सिलाई सीखने के बाद इंटरनेट से डिज़ाइन देखकर कपड़े बनाती थीं। इसी शौक ने उन्हें फैशन इंडस्ट्री से जोड़ा और उन्होंने फैशन एडिक्शन नाम का चैनल शुरू किया। राबिया बीबीसी से बातचीत में कहती हैं कि, ” वे फैशन और ट्रेंड (Fashion and Beauty Trends) में चल रही चीजों को देखती हैं। कपड़ों की कटिंग और उसकी सिलाई को देखकर वे अपना कंटेंट तैयार करती हैं। पहले अलग-अलग वेबसाइट से फोटो डाउनलोड करके स्क्रिप्ट लिखती हैं और वॉयस ओवर तैयार करती हैं। जिसके बाद एडिटिंग सॉफ्टवेयर से एडिट करने के बाद वे इसे अपलोड करती हैं। उनका कहना है कि इसमें कुल दो से ढाई घंटे का वक्त लगता है। हैरानी की बात ये है कि वे सारा काम सिर्फ एक स्मार्टफोन के ज़रिये करती हैं।”
40-50 हजार रुपये महीने की आमदनी कर लेती हैं राबिया नाज़….
राबिया की मानें तो उन्होंने चैनल को मोनेटाइज़ करने के लिए काफी मेहनत की। अब उन्हें 40-50 हजार रुपये महीने तक मिल जाते हैं। इसी से राबिया ने अपने लिए दो कमरों का घर बनवाया है। जिसका निर्माण अभी चल रहा है और उन्हें उम्मीद है कि अगले साल तक पूरा हो जाएगा। वे बताती हैं कि वे गांव की पहली लड़की हैं, जिसने अपने लिए घर बनवाया है। उनका कहना है कि बिजली की दिक्कत के चलते उन्हें रात भर फोन चार्ज करना होता है, तब जाकर वो सुबह काम कर पाती हैं। जब इंटरनेट की स्पीड ठीक होती है, तब उसे अपलोड करती हैं। यह कहानी आप सभी के समक्ष इसलिए पेश करना जरूरी लगा क्योंकि कोरोना काल के बाद अपने देश की स्थिति भी कुछ हद्द तक खराब हुई है। कुछ की नौकरियां गई है तो कुछ को नौकरी मिलने से पहले ही कोरोना आन पड़ा। वैसे ऐसी कई कहानियां अपने देश में भी मिल जाएगी, लेकिन इस राबिया नाज़ नामक लड़की की कहानी बताना इसीलिए जरूर था, क्योंकि पाकिस्तान से लाख गुना बेहतर हमारा देश और हमारे यहाँ के लोग है जो कुछ भी ठान ले तो कर सकते है, बस जरूरत है तो हनुमान जैसे उन्हें उनकी शक्तियां याद दिलाने की। ऐसे में हमारे देश के लोग भी सिर्फ सरकार पर आश्रित न रहें, क्योंकि राबिया नाज़ से भी खराब स्थिति में तो बहुत कम ही लोग होंगे अपने देश में। तो राबिया नाज़ जैसा कुछ खुद का करिए। अपने लिए कुछ करेंगे तो ज्यादा अच्छा महसूस कर पाएंगे भले शुरुआत में कुछ कठिनाइयां उठानी पड़ें।