पाकिस्तानी को सरबजीत की बहन ने जमकर धोया, कहा – दम है तो आओ भारत : देखें वीडियो
नई दिल्ली – दिवंगत सरबजीत सिंह जिन्हें पाकिस्तान ने मार डाला। उनकी बहन दलबीर कौर जिन्होंने अपने भाई को बचाने के लिए आखिरी दम तक पाकिस्तान से लड़ाई लड़ी अब उन्होंने कुलभूषण जाधव को बचाने के लिए मोर्चा खोल दिया है। दलबीर कौर ने एक लाइव डिबेट शो के दौरान एक पाकिस्तानी को जमकर धोया है। दरअसल, रिपब्लिक चैनल पर कुलभूषण जाधव के केस को लेकर एक लाइव डिबेट चल रहा था जिसमें इस मुद्दे पर बात करने के लिए पाकिस्तान से पूर्व सैन्य अधिकारी और रक्षा विशेषज्ञ शफकत सईद जुड़े थे। सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर भी इस प्रोग्राम का हिस्सा थीं। आपको बता दें की पाकिस्तान ने कुलभूषण को फांसी की सजा दी है। Dalbir kaur angry on Pakistani.
कुलभूषण केस पर मुस्करा रहा था पाकिस्तानी –
इस लाइव डिबेट में पाकिस्तान से जुड़े सफकत सईद ने कहा कि कुलभूषण को फांसी देकर पाकिस्तान ने किसी भी तरह से मानवाधिकार और वियेना संधि का उल्लंघन नहीं किया है। पाकिस्तानी रक्षा विशेषज्ञ ने यह भी कहा कि कुलभूषण भारतीय जासूस है जिसने अपना गुनाह कुबूल कर लिया है। उसने आगे ये भी कहा कि हिन्दुस्तान तो पाकिस्तान में गिरफ्तार भारतीय जासूसों को अपना नागरिक मानने से इनकार कर देता है।
शफकत सईद की ऐसी बातों को सुनकर दलबीर कौर को शायद अपने भाई की याद आ गई। उन्होंने पाकिस्तानी रक्षा विशेषज्ञ से कहा कि अगर हम कुलभूषण जाधव को भारतीय नागरिक नहीं मानते तो तुम्हें हेग तक घसीटते हुए नहीं ले जाते। दलबीर कौर ने आगे कहा कि तुम लोग तो हमेशा से ही किसी को भी गिरफ्तार करके उससे कुछ भी कुबूल करवा लेते हो। दलबीर कौर इन बातों को सुनकर शफकत सईद लगातार हंस रहा था।
जमकर धोया गया पाकिस्तानी रक्षा विशेषज्ञ –
पाकिस्तानी रक्षा विशेषज्ञ को कुलभूषण जैसे गंभीर मसले पर मुस्कुराता देख दलबीर कौर को गुस्सा आ गया और उन्होंने लाइव डिबेट के दौरान ही शफकत सईद को खूब सुनाया। उन्होंने कहा कि आपको शर्म आनी चाहिए की इतने जरूरी और गंभीर मसले पर आपको हंसी आ रही है। उन्होंने कहा कि कभी भारत आकर देखो फिर हम दिखाते हैं कि किसी से भी कुछ भी कैसे कुबूल करवाया जाता है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को 3 मार्च, 2016 को ईरान से पाकिस्तान में अवैध घुसपैठ का आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लिया था। जिसके तुरंत बाद फैसले में जल्दबाजी दिखाते हुए पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने जाधव को जासूसी का दोषी माना और 10 अप्रैल 2017 को फांसी की सजा सुना दी। जिसके बाद भारत ने इस फैसले को इंटरनेशल कोर्ट में चैलेंज किया है जिसका फैसला जल्द आने वाला है।