बेहद ही अनोखा है ये मंदिर, मॉनसून आने से पहले ही छत से गिरने लग जाती हैं पानी
उत्तर प्रदेश में एक ऐसा मंदिर है। जहां पर मॉनूसन आने से पहले ही पानी गिरने लग जाता है। जिससे की लोगों को मॉनूसन आने का पता पहले ही लग जाता है। इतना ही नहीं मंदिर से गिरती हुई बूंदों को देखकर ये भी पता चल जाता है कि मॉनूसन के दौरान कम बारिश होने वाली है कि ज्यादा। ये अनोखा मंदिर उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में है। यहां पर रहने वाले लोगों का कहना है कि मॉनूसन आने से पहले ही इस मंदिर की छत से पानी की बूंदे टपकने लग जाती हैं। जिसके कुछ ही दिनों के अंदर बारिश शुरू हो जाती हैं।
बारिश होने पर नहीं गिरती बूंदे
ये मंदिर कानपुर जिले के भीतरगांव इलाके से ठीक तीन किलोमीटर की दूरी पर बेहटा गांव में स्थित है। ये एक प्राचीन मंदिर है और यहां पर भगवान जगन्नाथ की पूजा की जाती है। दूर-दूर से लोग इस मंदिर में आकर जगन्नाथ भगवान की पूजा करते हैं। वहीं चिलचिलाती धूप में भी अचानक से मंदिर की छत से पानी की बूंदे टपकने लगती हैं। वहीं जैसे ही बारिश की शुरुआत होती है। बूंदों का टपकना भी बंद हो जाता है।
मंदिर के पुजारी ने इस बारे में बताया कि ये मंदिर 5 हजार साल पुराना है। इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलदाऊ और बहन सुभद्रा के साथ विराजमान हैं। इनके अलावा मंदिर में पद्मनाभम की भी मूर्ति स्थापित है। यहां पर सालों से छत से टपकने वाली बूंदों से ही मानसून के आने का पता लग जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मंदिर की छत से टपकने वाली बूंदों के हिसाब से ही बारिश भी होती है। अगर बूंदें ज्यादा गिरें तो समझ ले की बारिश तेज होने वाली है।
इस मंदिर के गुंबद से जब बूंदे कम गिरीं तो ये माना जाता है कि बारिश भी कम होगी। वहीं ज्यादा गिरने पर बारिश अच्छे खासे दिनों तक होती है। वहीं इस साल मॉनूसन को लेकर मंदिर के पुजारी ने बताया कि इस बार बारिश कम होगी। क्योंकि दो दिन से छोटी बूंदे टपक रही हैं।
जगन्नाथ मंदिर पुरातत्व के अधीन है और इसकी देखकर पुरातत्व विभाग द्वारा की जाती है। पुरातत्व विभाग कानपुर के एक अघिकारी के मुताबिक मंदिर का जीर्णोद्धार 11वीं शताब्दी के आसपास हुआ था। मंदिर 9वीं सदी का हो सकता है। वहीं मंदिर की छत से अचानक से पानी की बूंद कैसे गिरती है। इसकी पता लगाने के लिए यहां पर वैज्ञानिक और पुरातत्व विशेषज्ञों कई बार आए हैं। लेकिन अभी तक इस रहस्य का किसी को पता नहीं चल पाया है।
कौन हैं भगवान जगन्नाथ
भगवान जगन्नाथ को विष्णु का अवतर माना जाता है। श्रीकृष्ण जी को ही जगन्नाथ के नाम से जाना जाता है और इनका भव्य मंदिर ओडिशा राज्य के पुरी शहर में है। जबकि कानपुर में स्थित इस मंदिर में भी भगवान जगन्नाथ की पूजा की जाती है। पुरी में निकलने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान कानपुर स्थित इस मंदिर में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिन्हें देखने के लिए दूर-दूर से लोग यहां आते हैं।